सपने उन्हीं के सच होते हैं जो मुश्किलों से नहीं घबराते। जो व्यक्ति अपने हालात और परिस्थति की चिंता किए बिना संघर्ष करता है वही सही मायने में सफल होता है। इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण हैं बिहार के रहने वाले नवनीत सिंह। जिन्होंने एक छोटे से गांव से निकलकर 500 करोड़ का टर्नओवर करके सफलता की कहानी लिखी है।

नौकरी पाने वालों और नौकरी देने वालों के बीच की दूरी को कम करने के लिए उन्होंने एक एचआर ब्रांड की शुरूआत की। यह कंपनी स्टाफिंग, हायरिंग, सेल्स आउटसोर्सिंग, अस्थायी स्टाफिंग, टेलेंट एक्यूजिशन, वॉल्यूम हायरिंग और लीडरशिप हायरिंग जैसी एचआर सेवाओं की सेवा प्रदान करती है। यही कारण है कि कम समय में ही उनकी यह कंपनी इतनी सफल हुई है।

नवनीत सिंह के जीवन का बचपन से अब तक का सफर

नवनीत सिंह के लिए अपनी कंपनी को सफल बनाना इतना आसान नहीं था। आइए जानते हैं कैसा रहा उनके जीवन का यह प्रेरक सफर

बचपन से ही आगे बढ़ने की थी चाह

बिहार के बेगूसराय के छोटे से गांव के रहने वाले नवनीत सिंह शुरू से ही कुछ अलग कर आगे बढ़ना चाहते थे। वे अपने बड़े भाई और माता-पिता के साथ रहते थे। उनका बचपन सामान्य ही रहा।

उस समय उनके गांव में अनियमित बिजली और खराब सड़के थी। इन सबसे जूझते हुए उन्होंने अपनी शिक्षा प्राप्त की। नवनीत ने केंद्रिय विद्यालय बेगूसराय से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की।

उन्होंने बेंगलुरु के एमएस रमैया कॉलेज में बी.एससी की पढ़ाई पूरी की। फिर उसी कॉलेज से 2010 में मार्केटिंग और एचआर में एमबीए किया।

नौकरी के दौरान मिला अपना बिज़नेस करने का आइडिया

एमबीए पूरा करने के बाद, नवनीत ने फ्लिपकार्ट में एचआर एक्जीक्यूटिव के रूप में अपनी पहली नौकरी प्राप्त की। उन्होंने 2015 तक उनके बेंगलुरु और दिल्ली दोनों कार्यालयों में काम किया। इसके बाद, उन्होंने बेंगलुरु में एक वरिष्ठ सलाहकार के रूप में स्विगी में शामिल होने से पहले सात महीने के लिए ओला कैब्स में एक सहायक प्रबंधक के रूप में काम किया। स्विगी में काम करते हुए ही उन्हें अपना बिज़नेस शुरू करने की प्रेरणा मिली।

नवनीत ने एक जनशक्ति भर्ती कंपनी की स्थापना करके लोगों को नौकरी दिलाने का संकल्प लिया। लेकिन नौकरी छोड़कर अपना बिज़नेस शुरू करना उनके काफी कठिन था पर नवनीत ने हार नहीं मानी।

नौकरी छोड़ शुरू किया बिज़नेस

नवनीत ने नौकरी छोड़ दी और अपने कॉलेज के तीन बैचमेट के साथ उन्होंने 15 लाख रूपये जमा किए और अपनी कंपनी को एसपीएनएन बिजनेस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रजिस्टर कराया। शुरूआत में स्विगी ने अपने अनुभव को ध्यान में रखते हुए उन्हें पहले जनशक्ति सेवाओं की पेशकश करने के लिए उनसे संपर्क किया और वे बाद में कंपनी के शुरुआती ग्राहक बन गए।

शुरुआत में लोगों को हायर करने और उन्हें नौकरी दिलाने में उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी। उनकी कंपनी ने सप्लाई चैन, सेल्स स्टाफ और लीडरशिप हायरिंग को शामिल करने के लिए पहले ब्लू-कॉलर भर्ती सेवाओं का एक नया वर्टिकल बनाया। इनकी कंपनी विभिन्न कारकों के आधार पर नौकरी देने वाले से मैनेजमेंट शुल्क के रूप में मासिक 2-12% लेती है।

आज है 500 करोड़ का टर्नओवर

देखते ही देखते 2016 में शुरू हुई इस कंपनी का टर्नओवर आज 500 करोड़ है। आज उनकी कंपनी के ग्राहकों में फ्लिपकार्ट, अमेजोन, रिलायंस, टाटा, क्रोमा, बिग बास्केट और फोन पे जैसी प्रमुख कंपनिया शामिल हैं। उनका मुख्य कार्यालय गुरुग्राम, हरियाणा में स्थित है, जहां लगभग 60-70 लोग काम करते हैं। यह कंपनी अमेजोन और फ्लिपकार्ट की तीसरी सबसे बड़ी मैनपावर वेंडर होने का दावा करती है।

नवनीत ने कभी भी विपरीत परिस्थितियों के आगे हार नहीं मानी। उन्होंने अपना बिज़नेस शुरू किया, अपनी गलतियों से सीख ली और आगे बढ़ते रहे। यही कारण है कि आज उन्होंने अपनी सफलता की कहानी लिखी है जिससे आज वे लाखों लोगों को प्रेरित कर रहे हैं।