एक टुकड़े रोटी की कीमत भूखा और दो घूंट पानी की अहमियत सिर्फ प्यासा ही समझ सकता है। आपको जानकर हौरानी होगी कि बीते कुछ दिनों पहले जून 2018 में नीति आयोग की एक रिपोर्ट सामने आयी। इस रिपोर्ट में बताए गए आंकड़ों की माने तो भारत के 60 करोड़ लोग पानी की किल्लत का सामना कर रहे हैं और आने वाले कुछ सालों में भारत के कई शहरों में भूजल का स्तर समाप्त हो जाएगा, जोकि आपने आप में बेहद ही भयावह स्थिति होगी।

यह समस्या किसी एक राज्य, किसी एक जिले या एक व्यक्तिगत इंसान की नहीं है। पानी ऐसी चीज है जिसके ना होने पर इंसान किसी भी किमत को अदा करने तक के लिए तैयार हो जाता है। ऐसे गंभीर विषय पर हम सभी को सोचना और उसका निवारण करने के लिए अभी से ही प्रयासरत होना पड़ेगा।

इस समस्या को कम करने की मुहिम में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के व्यवसायी नितिन शर्मा ने एक अद्भुत प्रयास किया है। इससे निश्चित रूप से आने वाली पीढ़ियों के लिए शुद्ध पेयजल का एक बड़ा हिस्सा बचाया जा सकता है। उनका दावा है कि इस आविष्कार के सफल होने से खरबों लीटर पानी को वेस्ट होने से बचाया जा सकता है।

कैसे की शुरुआत

नितिन बताते हैं कि उनका ऑटोमोबाइल का फैमिली बिज़नेस है। जहाँ वर्कशॉप, कार सर्विसिंग, और कार वाश की सुविधाएँ हैं। एक बार गर्मी के मौसम में उनके सामने पानी की समस्या थी, जिसका असर उनके बिज़नेस पर भी पड़ा।

तब उनके दिमाग में एक नए आईडिया ने जन्म लिया। उन्होंने 2 सालों तक गहन शोध किया और उसके बाद उन्होंने एक प्लांट बेस्ड हाई लुब्रीकेंट स्प्रे विकसित किया, जो गाड़ियों को साफ़ करने के लिए नैनो तकनीक का इस्तेमाल करता है। इसके लिए नितिन ने एप्लाइड फिजिक्स और केमिस्ट्री का अध्ययन किया। यह स्प्रे पानी के इस्तेमाल के बिना गाड़ियों को साफ कर देता है।

ऐसे आया आईडिया

नितिन का कहना है कि अगर आप अपनी कार को धोने में बाल्टी का इस्तेमाल करते हैं, तो 40 लीटर पानी, पाइप से 90 लीटर पानी और सर्विस सेंटर पर धुलवाने पर 150 लीटर पानी खर्च होता है। आज हमारे देश में कारों की संख्या का अंदाज़ा लगाया जाए, तो यह समझ सकते हैं कि हम हर हफ्ते कितना पानी बर्बाद करते हैं। लगभग 2 साल की रिसर्च के बाद साल 2019 में नितिन ने "गो वाटरलेस" अभियान की शुरुआत की।

नितिन ने अपने परिवार से 10 लाख रुपये का इन्वेस्टमेंट लेकर यह वाटरलेस कार वाशिंग तकनीक बनाई है। इसमें आगे बढ़ने के लिए नितिन ने फ्रैंचाइज़ी मॉडल की शुरुआत की और नागपुर में पहली फ्रैंचाइज़ी शुरू की। साढ़े तीन सालों की मेहनत के बाद आज GoWaterless की 22 राज्यों में 142 फ्रैंचाइज़ी काम कर रही है और अब तक 2.2 लाख गाड़ियों को GoWaterless तकनीक से साफ़ किया जा चुका है।

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नितिन के "गो वाटरलेस" अभियान को लोगों ने भी खूब सहारा है। नितिन बताते हैं कि "एक कार को साफ़ करने के लिए उन्हें सिर्फ 100 मिली स्प्रे की ही ज़रूरत होती है। इससे कार साफ़ करने में बहुत कम समय लगता है और इसमें पानी की एक बून्द की भी ज़रूरत नहीं होती।

नितिन इस काम के लिए फीस भी बहुत कम चार्ज करते हैं। उनकी कंपनी एक गाड़ी को साफ़ करने के लिए 199 रुपये ही लेती है। आप एक महीना, छह महीने या उससे ज्यादा समय का भी पैकेज ले सकते हैं।

नितिन अब अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाने और खरबों लीटर पानी बचाने की योजना बना रहे हैं। आज हर किसी को नितिन से प्रेरणा लेनी चाहिए कि हम प्रकृति को बचाने में अपना योगदान दें।