असफलता का सामना हर किसी को अपने जीवन में कभी न कभी करना पड़ता है। लेकिन अगर उस असफलता से सीखकर हम और बेहतर होते जाएं तो हम निश्चित ही सफल होते हैं। इसीलिए कहा भी गया है "करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान"। देश के पहले यूनिकॉर्न कपल ने भी अपने जीवन में कई बार असफलता का सामना किया, लेकिन उन्होंने अपना प्रयास नहीं छोड़ा।

हम बात कर रहे हैं ऑफबिज़नेस और ऑक्सिज़ो के सह संस्थापक कपल रूचि कालरा और आशीष महापात्रा की, जिन्होंने इन दोनों कम्पनियों के लिए 74 बार फंडिंग का प्रयास किया, लेकिन हर बार इन्हें असफलता मिली। आज ये दोनों कम्पनियां यूनिकॉर्न हैं।

जानिये इस यूनिकॉर्न कपल की सफलता की कहानी –

नाम: रूचि कालरा आशीष महापात्रा
जन्म: 1983, नई दिल्ली 1980, कटक
शिक्षा: आईआईटी दिल्ली से बीटेक

इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नेस, हैदराबाद से एमबीए

आईआईटी खड़गपुर से बीटेक

इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नेस, हैदराबाद से एमबीए

रिश्ता: पति-पत्नी
व्यवसाय: ऑफबिज़नेस और ऑक्सिज़ो की सीएफओ और सह-संस्थापक ऑफबिज़नेस के सीईओ और सह संस्थापक

ऑक्सिज़ो के सह-संस्थापक

कौन है यह यूनिकॉर्न कपल: रुचि कालरा और आशीष महापात्रा?

ऑफबिज़नेस और ऑक्सिज़ो दोनों कम्पनियां आज यूनिकॉर्न बन चुकी हैं, इन दोनों कम्पनियों के उच्च पदों पर यह कपल है, इसीलिए इसे यूनिकॉर्न कपल कहा जाता है –

रुचि कालरा

रुचि का जन्म 1983 में दिल्ली में हुआ था। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद रुचि ने 2004 में आईआईटी दिल्ली से बीटेक किया। उसके बाद कुछ समय तक उन्होंने इवैल्यूसर्व में सीनियर बिज़नेस एनालिस्ट के पद पर काम किया। फिर 2007 में इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नेस, हैदराबाद से एमबीए की पढ़ाई की। 2007 से उन्हें मैकिन्से में फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में 9 सालों तक एडवाइजर के रूप में काम किया। इसी दौरान उनकी मुलाकात उनके पति आशीष महापात्रा से हुई थी।

आशीष महापात्रा

आशीष का जन्म 1980 में उड़ीसा के कटक में हुआ था। कटक से अपनी स्कूली शिक्षा करने के बाद इन्होंने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक किया। उसके बाद आईटीसी में ऑपरेशन मैनेजर के रूप में काम किया। उसके बाद उन्होंने इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नेस, हैदराबाद से एमबीए की पढ़ाई की। 2010 में मैट्रिक्स मैनेजमेंट कॉर्पोरेशन में काम किया। इसके बाद इन्होंने अपनी पत्नी और कुछ अन्य लोगों के साथ ऑफबिज़नेस की शुरुआत की।

कैसे हुई इन कम्पनीज़ की शुरुआत?

वर्ष 2016 में रुचि कालरा और आशीष महापात्रा ने कुछ और लोगों के साथ मिलकर अपने पहले स्टार्टअप ऑफबिज़नेस की शुरुआत की। यह स्टार्टअप SMEs को उधार प्रदान करता है। रुचि ऑफबिज़नेस की सीएफओ हैं और उनके पति आशीष इसके सीईओ हैं।

इसके बाद 2017 में ऑफबिज़नेस की एक ब्रांच के रूप में इस कपल ने कुछ और लोगों के साथ मिलकर ऑक्सिज़ो की शुरुआत की, ऑक्सीजन और ओज़ोन शब्दों को मिलाकर ऑक्सिज़ो बना। यह स्टार्टअप SMEs को फाइनेंस की सुविधा प्रदान करता है। रुचि ऑफबिज़नेस के साथ-साथ ऑक्सिज़ो की भी सीएफओ हैं।

जब यह कपल इन दोनों स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग लेने का प्रयास कर रहा था, तब उन्हें एक नहीं दो नहीं पूरे 74 बार नकारा गया। शुरुआत में इन्वेस्टर्स इन स्टार्टअप्स को प्रॉफिट वाले बिज़नेस नहीं मानते थे। 74 बार नकारे जाने के बाद भी इन लोगों ने हार नहीं मानी और बाद में इन्हें अच्छी फंडिंग मिली, जिसके कारण आज ये दोनों स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न बन चुके हैं।

ऑफबिज़नेस को यूनिकॉर्न बनाने का श्रेय आशीष महापात्रा को जाता है, वहीं ऑक्सिज़ो का श्रेय रुचि कालरा को है। इस यूनिकॉर्न कपल ने आज यह साबित कर दिया कि हमारे मन में कुछ बड़ा करने का जज़्बा हो और अपने काम पर पूरा भरोसा हो, तो हम किसी भी परेशानी को पार कर सफलता हासिल कर सकते हैं।