अगर सही आइडिया एक सही व्यक्ति के हाथ लग जाए तो वह कैसे सफल हो सकता है, इसका एक उदाहरण Waree Energy के मालिक हितेश चिमनलाल दोशी (Hitesh Chimanlal Doshi) हैं।
हितेश दोशी (Hitesh Doshi) ने सिर्फ ₹5,000 के लोन से अपना कारोबार शुरू किया था जिसे आज उन्होंने ₹43,000 करोड़ की कंपनी में बदल दिया है। जीवन में कुछ कर गुजरने के जुनून के साथ उन्होंने इस कारोबार की शुरुआत की और कड़ी मेहनत से उस कारोबार को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
Name | Hitesh Chimanlal Doshi |
Hitesh Chimanlal’s Date of Birth | 22 February 1967 |
Company Name | Waaree Renewable Energies (Waaree Group) |
Company Established in | 1989 |
Networth | ₹43 Thousand Crore |
कौन हैं हितेश चिमनलाल दोशी (Hitesh Chimanlal Doshi)?
हितेश चिमनलाल दोशी (Hitesh Chimanlal Doshi) का जन्म महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के एक छोटे से गांव में हुआ था। उनके पिता किराने की छोटी सी दुकान चलाते थे, जिससे परिवार का गुजारा चलता था। उस गांव में बिजली, पानी और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं सीमित थीं। हितेश ने गांव में सातवीं तक की पढ़ाई की, फिर आगे की शिक्षा के लिए बाहर जाना पड़ा। 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद, वह मुंबई आए और चिनाई कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से स्नातक की डिग्री हासिल की।
पढ़ाई पूरी करने के बाद, हितेश पर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने की जिम्मेदारी आ गई। उन्होंने अपने एक रिश्तेदार से ₹5,000 का उधार लिया और इससे एक छोटा व्यवसाय शुरू करने का निर्णय लिया। शुरुआत में उन्होंने तापमान मापने वाले गेज का कारोबार शुरू किया और बाद में पानी के पंप, हीटर, कूकर और लालटेन जैसे बिजली उपकरणों का भी काम करने लगे। धीरे-धीरे उनका यह व्यवसाय बढ़ता गया, और उन्होंने इसे और बड़े स्तर पर ले जाने की योजना बनाई।
लोन लेकर शुरू किया बिजनेस.
हितेश दोशी ने शुरुआती सफलता के बाद अपने कारोबार को और आगे बढ़ाने के लिए ₹1.5 लाख का लोन लिया और एक मैन्युफैक्चरिंग कंपनी शुरू की। अपने गांव के वारी मंदिर के नाम पर उन्होंने अपनी कंपनी का नाम Waaree Energies रखा। यह व्यवसाय भी अच्छी तरह से चला और सफलता की ओर अग्रसर हुआ। अपने व्यापार के सफल होने के बावजूद हितेश दोशी समय की बदलती आवश्यकताओं को समझते रहे और उन्होंने भविष्य की मांगों पर ध्यान दिया।
हितेश ने जल्द ही यह महसूस किया कि भविष्य में सोलर एनर्जी की ज़रूरत और डिमांड बढ़ने वाली है। उन्होंने इस क्षेत्र में कदम रखने का निर्णय लिया और साल 2007 में सोलर उपकरणों का निर्माण शुरू किया। उनके प्रयासों से जल्द ही Waaree Energies को विदेशों से भी बड़े ऑर्डर मिलने लगे, और उन्होंने इस क्षेत्र में अपना स्थान बना लिया। आज Waaree Energies 12,000 मेगावॉट की उत्पादन क्षमता के साथ भारत में सबसे बड़े सोलर मॉड्यूल निर्माताओं में से एक बन चुकी है।
Waaree Energies के IPO ने मचाया मार्केट में तहलका.
हाल ही में Waaree Energies का IPO शेयर मार्केट में लॉन्च हुआ, जिसने बाजार में तहलका मचा दिया। कंपनी के IPO की शुरुआत ₹1,503 के प्राइस बैंड में हुई थी, लेकिन यह 70% की उछाल के साथ ₹2,550 पर लिस्ट हुआ। लिस्टिंग के अगले ही दिन इसमें 5% की वृद्धि देखी गई। इससे Waaree Energies की बाजार में मजबूत स्थिति और हितेश दोशी की दूरदर्शिता का प्रमाण मिलता है।
हितेश चिमनलाल दोशी का जीवन संघर्ष और मेहनत का प्रतीक है। उन्होंने सीमित साधनों के साथ अपनी यात्रा शुरू की और Waaree Energies को आज भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में से एक बना दिया। उनकी कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि समर्पण और मेहनत के साथ किसी भी सपने को साकार किया जा सकता है।
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