एक समय था जब अधिकतर युवा सरकारी या प्राइवेट नौकरी करना पसंद करते थे, लेकिन अब समय बदल रहा है। अब प्रत्येक युवा अपने मन में किसी न किसी स्टार्टअप का सपना संजोकर उसे आकार देने का प्रयास करता है।

पहले युवाओं के पास यह आईडिया नहीं होता था कि स्टार्टअप शुरू करने के लिए इन्वेस्टमेंट कहाँ से और कैसे लाएं, लेकिन अब उनके पास इन्वेस्टर्स की कमी नहीं है।

ऐसे ही कई युवा अब शार्क टैंक में भी आकर बिज़नेस इंवेस्टमेन्ट लेने का प्रयास करते हैं।

शार्क टैंक के सीज़न 2 के पांचवें सप्ताह में ऐसे ही कई स्टार्टअप्स आये और इन स्टार्टअप्स को मिली नई पहचान

1. ScrapUncle

जब भी हमें घर का पुराना सामान या कबाड़ बेचना होता है, तो हमें इसके लिए कबाड़ीवाले की ज़रूरत होती है। कबाड़ का सेक्टर पूरी तरह से अनऑर्गनाइज्ड बिज़नेस है, जिसमें कस्टमर कबाड़ वाले के समय और उसी के रेट पर निर्भर होता है। इन्हीं समस्याओं का समाधान दिल्ली के मुकुल छाबड़ा ने निकाला है। मुकुल छाबड़ा आईआईटी दिल्ली से बीटेक हैं और ScrapUncle के फाउंडर हैं। ScrapUncle की अपनी वेबसाइट और ऐप हैं, कस्टमर इस पर अपना नंबर डालकर टाइम शेड्यूल कर सकता है। इतना ही नहीं, वेबसाइट और ऐप पर आपको अलग-अलग चीजों के अलग-अलग रेट भी देखने को मिलेंगे। ये पूरा कबाड़ लेकर उसे रीसायकल करते हैं और इस तरह से ये अभी तक 14 लाख किलो से ज्यादा कबाड़ को रीसायकल कर चुके हैं।


यह भी पढ़े...

शार्क टैंक सीजन 2 के पहले सप्ताह में इन 5 बिज़नेस का रहा बोलबाला


2. GeeAni

भारत एक कृषि प्रधान देश है, यहाँ कई बड़े किसान हैं, लेकिन कुछ ऐसे किसान भी हैं, जिनके खेत आमतौर पर छोटे हैं। ऐसे किसानों के खेतों में कई बार बड़े ट्रेक्टर नहीं जा पाते। इसके अलावा कुछ फसलें ऐसी होती हैं, जिनमें आपस में थोड़ी दूरी होती है। ऐसे में बीच में खेत का कुछ हिस्सा खाली रह जाता है। इसी बात का समाधान लेकर आये प्रजल गीता मेनन, दिव्यराज सिंह और अनीता, जिन्होंने सबसे छोटा इलेक्ट्रिक ट्रेक्टर बनाया है। जहाँ आम ट्रेक्टर की कीमत 5 से 5.5 लाख तक होती है, वहीं GeeAni ट्रैक्टर की कीमत 4.8 लाख रखने वाले हैं।


यह भी पढ़े...

शार्क टैंक सीजन 2 का दूसरा सप्ताह रहा इन स्टार्टअप्स के नाम


3. Swadeshi Blessings

पहले के समय में हमारे घरों में मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन धीरे-धीरे मिट्टी के बर्तनों का स्थान एल्युमीनियम के बर्तनों ने ले लिया। अब राजस्थान के रहने वाले सुनीता व्यास, दत्तात्रेय व्यास और माधवी पालीवाल ने मिलकर Swadeshi Blessings नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया। यह एक ऑनलाइन वेबसाइट है, जिस पर 100 से अधिक कुम्हार जुड़े हैं और इस वेबसाइट के द्वारा अपने प्रोडक्ट सेल कर रहे हैं।


यह भी पढ़े...

शार्क टैंक सीजन 2 के तीसरे सप्ताह में चमके ये स्टार्टअप्स


4. Broomies

आज शहरों में कामकाजी जोड़ों का चलन बहुत बढ़ गया है। जब पति पत्नी दोनों किसी जॉब में होते हैं, तब घर के कामकाज के लिए उनके पास समय की कमी रहती है। ऐसे में घर के कामकाजों के लिए अच्छा हेल्पर ढूँढना मुश्किल होता है। इसी समस्या के हल के रूप में दिल्ली के गौरव, निहारिका और वैभव ने अपना स्टार्टअप शुरू किया। जिसकी सहायता से आप अपने घर के लिए खाना बनाने वाले, बेबीसिटर और अन्य डोमेस्टिक हेल्पर आदि लोगों को बुक कर सकते हैं। इनके इस स्टार्टअप में नमिता, पीयूष और अमित तीनों ने मिलकर निवेश किया है।


यह भी पढ़े...

शार्क टैंक सीजन 2 के चौथे सप्ताह में बजा इन स्टार्टअप्स का डंका


शार्क टैंक इंडिया के इस सीज़न में कई सारे ऐसे स्टार्टअप्स आये हैं, जो अपने-अपने सेक्टर में बहुत ही अच्छा और रिवोल्यूशनरी काम कर रहे हैं। शार्क टैंक इंडिया सीज़न 2 के पांचवें सप्ताह में इन स्टार्टअप्स को मिली नई पहचान। इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में कठिन परेशानियों का सामना कर रहे हैं और चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिज़नेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको Anybody Can Earn का चुनाव ज़रूर करना चाहिए जिससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं।