आपने VLCC का नाम तो ज़रूर सुना होगा, एक ऐसा ब्यूटी और वेलनेस ब्रांड जिसके नाम पर लोगों का भरोसा बहुत गहरा है। इस ब्रांड को वंदना लूथरा ने शुरू किया, जो आज देश की जानी-मानी वुमन एंटरप्रेन्योर हैं। इनकी सफलता का सबूत ये हैं कि इन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। लेकिन वंदना लूथरा ने कैसे इस सफ़र को तय किया, चलिए जानते हैं।
12 जुलाई 1956 को जन्मीं वंदना लूथरा देश की राजधानी दिल्ली से हैं। इनके पिता मैकेनिकल इंजीनियर थे और मां एक आयुर्वेदिक डॉक्टर, जो अपनी ही ऑर्गेनाइजेशन को चलाया करती थीं। वंदना को हेल्थकेयर के बारे में अपनी मां से ही सीखने को मिला, जिसकी वजह से उन्होंने भी ऐसा ही कुछ करने का सोचा। अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद वंदना ने पॉलिटेक्निक किया।
विदेश जाकर की फिटनेस और लाइफस्टाइल से जुड़ी पढ़ाई
अपनी पढ़ाई को पूरा करने के बाद उन्होंने दुनियाभर के बहुत से देशों को एक्सप्लोर किया और बाद में जर्मनी जाकर “कॉस्मेटोलॉजी और न्यूट्रीशन” के बारे में पढ़ाई की। इस पढ़ाई के बाद वंदना को समझ आ गया कि भारत में फिटनेस, न्यूट्रिशन और ब्यूटी के बारे में बहुत ज्यादा रिसर्च नहीं की गई है और भारतीय इस बारे में बहुत कम ध्यान देते हैं।
1980 का दौर वंदना लूथरा के लिए काफी अहम रहा, इस क्षेत्र में उन्होंने काफी काम किया। इसी के साथ 1988 में उन्होंने मुकेश लूथरा के साथ शादी भी की। शादी के बाद दोनों ने मिलकर 1989 में VLCC (Vandna Luthra Curls and Curves) को शुरू किया। ये तब एक ब्यूटी एंड वेलनेस सर्विस सेंटर था, जिसे दिल्ली के सफदरगंज इलाके में शुरू किया गया। जहां फिटनेस, स्किन, बॉडी और हेयरकेयर से जुड़ी समस्याओं का समाधान दिया जाता था।
20 हज़ार से शुरू करके बनाई हजारों करोड़ की कंपनी
वंदना ने इस कंपनी को शुरू करने के लिए 1989 में 20 हज़ार का इन्वेस्टमेंट किया, लेकिन आज ये ₹2225 करोड़ से भी ज्यादा बड़ी कंपनी बन चुकी है। आज VLCC दुनिया भर के 12 देशों में मौजूद है और एक भरोसेमंद ब्रांड के तौर पर अपनी जगह बना चुका है। अपने इस बिजनेस मॉडल से उन्होंने देशभर के लोगों में सेहत और सुंदरता से जुड़ी जागरूकता को फैलाया।
साल 2013 में उन्हें उनके काम के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया, 2016 में फोर्ब्स एशिया की लिस्ट में उन्हें 50 पॉवरफुल बिजनेसवूमेंस में शामिल किया गया। 2011 से लेकर 2015 तक वो लगातार फॉर्च्यून मैगज़ीन की लिस्ट में 50 पॉवरफुल वूमेंस की लिस्ट में शामिल रहीं। वंदना लूथरा की ये सक्सेस आज देशभर के लिए प्रेरणा है, आपको ये सक्सेस स्टोरी कैसी लगी हमें कॉमेंट्स में ज़रूर बताएं।