कवि वृन्द का एक प्रसिद्ध दोहा है, "करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान, रसरी आवत-जात ते सिल पर परत निशान।।" यानी कोई भी इंसान लगातार अभ्यास से किसी भी स्किल्स में महारत हासिल कर सकता है। आज जो कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं, वह इस दोहे का जीत जागता उदाहरण है।
हम बात कर रहे हैं जेरोधा के Co-Founder और CEO नितिन कामथ की, 46 साल के नितिन को शेयर मार्केट का कोई ज्ञान नहीं था, लेकिन वे अपनी स्कूलिंग करने के बाद से ही कम कीमत वाले शेयर्स जिन्हें पैनी स्टॉक्स भी कहा जाता है, में पैसा लगाने लगे। इसके साथ ही वे शेयर मार्केट की बारीकियों को भी सीखते जाते और आज वे भारत के एक प्रमुख ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के CEO हैं।
जानिये नितिन कामथ की शून्य से शिखर तक पहुंचने की सफलता की कहानी –
नाम: | नितिन कामथ |
जन्म: | 16 अक्टूबर 1979, कर्नाटक |
पिता: | रघुराम कामथ |
माता: | रेवती देवी |
भाई: | निखिल कामथ, जेरोधा के Co-Founder और CFO |
वर्तमान पद: | जेरोधा के Co-Founder और CEO |
कुल संपत्ति: | 24,200 करोड़ रुपये |
कौन हैं नितिन कामथ?
नितिन कामथ का जन्म 16 अक्टूबर 1979 को कर्नाटक में हुआ था। नितिन के पिता का नाम रघुराम कामथ है, जो केनरा बैंक में जॉब करते थे। उनकी माता का नाम रेवती देवी है, जो लोगों को वीणा सिखाती हैं, नितिन को भी वीणा उनकी माँ ने ही सिखाई थी। नितिन के पिता की जॉब के कारण उनकी स्कूली शिक्षा भारत के अलग अलग शहरों में हुई, उसके बाद वे बैंगलोर में सेटल हो गए और वहीं नितिन ने अपनी 12वीं की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद नितिन ने बैंगलोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।
शेयर मार्केट में पहले उठाया नुकसान
स्कूलिंग के दौरान ही नितिन ने शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना शुरू कर दिया था। शुरुआत में उन्होंने कम पैसे वाले शेयर्स, जिन्हें पैनी स्टॉक्स भी कहा जाता है, में अपने पैसे लगाए। शुरू-शुरू में उन्हें थोड़ा फायदा हुआ, लेकिन 2001-02 में शेयर बाजार में आयी मंदी के कारण उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा। इस नुकसान में नितिन के सारे पैसे डूब गए और उन्हें 8000 रुपये महीने से कॉल सेंटर में जॉब करनी शुरू की। इस दौरान नितिन शेयर मार्केट के बारे में ज्यादा से ज्यादा नॉलेज लेते रहे और इसकी बारीकियां सीखते रहे। अपनी सैलरी में से कुछ हिस्सा बचाकर शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते रहे।
इस तरह आया जेरोधा का आईडिया
नितिन ने 2005 में अपना एडवाइजरी बिज़नेस शुरू किया। कुछ समय बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने फ्री ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया, तब नितिन को भी अपना एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बनाने का आईडिया। तब नितिन ने अपने भाई निखिल के साथ मिलकर 2010 में बैंगलोर में जेरोधा की शुरुआत की। 2015 में जेरोधा ने जीरो ब्रोकरेज इन्वेस्टिंग की शुरुआत की।
नितिन जेरोधा के CEO हैं और उनके भाई निखिल कंपनी CFO हैं। जेरोधा आज शेयर ट्रेडिंग में एक प्रमुख ऐप बन गया है। आज नितिन कामथ की कुल संपत्ति 24,200 करोड़ रुपए की है।