कहते हैं, मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है” कुछ ऐसे ही बुलंद हौसले हैं बेहद कम उम्र में एक सफल एंटरप्रेन्योर बनने वाली नेहा नारखेड़े के।

आपने देखा या महसूस किया होगा कि पिछले कुछ समय में कई बड़ी मल्टीनेशनल कम्पनियों के प्रमुख पदों पर भारतीय लोगों की नियुक्ति हुई है। ऐसे में यदि किसी भारतीय को विदेशी धरती पर कोई सम्मान मिलता है, तो यह भारत के लिए गर्व की बात है। ऐसी ही एक भारतीय मूल की बिज़नेस वुमन हैं महाराष्ट्र के पुणे की नेहा नारखेड़े, जो अमेरिका में पढ़ाई करने गयी थी।

नेहा ने अमेरिका में एक कंपनी की स्थापना की और वर्तमान समय में उस कंपनी की वैल्यू 75 हजार करोड़ रुपए हो चुकी है। इतना ही नहीं, फोर्ब्स ने उन्हें अमेरिका की सेल्फ मेड अमीर महिलाओं की सूची में शामिल किया है। जानिये नेहा नारखेड़े की प्रेरणादायी कहानी

जन्म: 1985 पुणे, महाराष्ट्र
शिक्षा: सावित्री बाई फुले यूनिवर्सिटी से BE (CS)

जॉर्जिया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस में मास्टर

कंपनी: Confluent (2014)

कौन हैं नेहा नारखेड़े

नेहा का जन्म 1985 में महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था। जब नेहा 8 साल की थी, तब उनके माता पिता ने उन्हें एक कंप्यूटर लाकर दिया था। तभी से नेहा ने ठान लिया था कि उन्हें इसी फील्ड में अपना करियर बनाना है। नेहा की स्कूली शिक्षा पुणे में ही हुई और पुणे की सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी से उन्होंने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की। उसके बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए नेहा अमेरिका चली गयी और वहां के जॉर्जिया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस में मास्टर की डिग्री ली।

नामी कम्पनियों में किया काम।

अमेरिका में मास्टर करने के बाद फरवरी 2008 में नेहा ने ओरेकल में टेक्निकल स्टाफ के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। वे 2010 तक इस कम्पनी में रही, उसके बाद उन्होंने प्रोफेशनल सोशल मीडिया प्लेटफार्म लिंक्डइन को ज्वॉइन किया। फ़रवरी 2010 में कंप्यूटर इंजीनियर के रूप में नेहा ने इस कंपनी को ज्वॉइन किया।

एक साल में ही नेहा के काम को देखते हुए उन्हें सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर प्रमोट किया। कुछ समय बाद उन्हें फिर से प्रमोट कर प्रिंसिपल सॉफ्टवेयर इंजीनियर बना दिया गया।

ऐसे शुरू की कंपनी।

साल 2014 में नेहा ने अपने दो सहयोगियों के साथ लिंक्डइन की जॉब छोड़ दी और मिलकर कॉन्फ्लुएंट की शुरुआत की। इनकी कंपनी अलग अलग कम्पनियों को डाटा प्रोसेस करने में सहायता करती है। नेहा 5 साल तक कॉन्फ्लुएंट की चीफ टेक्नोलॉजी और प्रोडक्ट ऑफिसर रही। वर्तमान में नेहा इस कम्पनी की बोर्ड मेंबर हैं। 2021 में नेहा ने ऑसिलर नाम की कंपनी की शुरुआत की, आज नेहा इस कंपनी की सीईओ हैं।

नेहा के द्वारा शुरू की गयी कंपनी कॉन्फ्लुएंट की मार्केट वैल्यू आज 75 हजार करोड़ रुपये है, वहीं नेहा की नेटवर्थ 42 हजार करोड़ रुपये हैं। यही कारण है कि फोर्ब्स ने नेहा को अमेरिका की सेल्फ मेड अमीर महिलाओं की सूची में शामिल किया है। नेहा को उनके पिता बचपन से ही इंदिरा नूयी, किरण बेदी की किताबें लाते थे।


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