इस दुनिया में बहुत कम लोग होते हैं जो अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरों के लिए की रक्षा करते हैं। इस महान काम को करने के पीछे इनका कोई स्वार्थ भी नहीं होता। इस बहादुरी के लिए इन लोगों की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। कुछ ऐसा ही बहादुरी का कारनामा करने वाले शख्स हैं निहाल सिंह। जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाते हुए 20 लोगों की जान बचाई थी। इन्होंने झरने में गिरी बस के शीशे तोड़कर उसमें फंसे यात्रियों को एक नया जीवन दान दिया था। आज इनकी महानता को देखते हुए सरकार इन्हें जीवन रक्षा पदक से सम्मानित कर रही है। आइए जानते हैं कैसे निहाल सिंह (Nihal Singh) ने इस सहासिक कार्य को अंजाम दिया था।
8 जुलाई 2019 के दिन लखनऊ की अवध डिपो की जनरथ बस एत्मादपुर क्षेत्र के गांव चौगान बघेल की ठार के पास बस रेलिंग तोड़ते हुए झरना नाले में जा गिरी थी। यह हादसा तड़के करीब चार बजे हुआ था। बस 40 फीट गहरे नाले जा गिरी थी। और इसमें पानी भर चुका था। इन हादसे में 29 लोगों की जान जा चुकी थी। वही कई लोग जिंदगी के लिए छटपटा रहे थे। चारों और चीख-पुकार मची हुई थी। निहाल सिंह रोज सुबह खेत पर जाते थे। जब बस के गिरने की आवाज और लोगों की चीख-पुकार सुनी तो चौगान गांव के बघेल ठार के निवासी निहाल सिंह मौके पर पहुंच गए। निहाल सिंह ने एक पल की देरी किए बगैर नाले में छलांग लगा दी। उन्होंने पानी में कूद कर बस में फंसे 20 यात्रियों को बाहर निकाला था। जिसके बाद अन्य ग्रामीण और पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे थे।
निहाल सिंह ने जब देखा कि बस पानी के अंदर डूबती चली जा रही है तो उन्होने बिना देरी करे एवं सुझ-बुझ दिखाते हुए बस का शीशा तोड़ दिया और अंदर घुस गये। निहाल सिंह ने बस का गेट खोलकर यात्रियों को एक-एक कर बाहर निकाला। निहाल की इस मदद से 20 लोग बस से बाहर निकले थे। सभी निकाले गए सभी यात्री घायल थे। लेकिन सबकी जान बच गई। आगरा के झरना नाले बस हादसे में 29 लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी थी। वही एक घायल ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।
निहाल सिंह की इस बहादुरी के लिए गणतंत्र दिवस पर पुलिस और प्रशासन ने उन्हें सम्मानित किया था। साथ ही अब निहाल सिंह को उनके इस सहासिक कार्य के लिए जीवन रक्षा पदक से नवाजा जाएगा। निहाल सिंह को जीवन रक्षा पदक राष्ट्रपति द्वारा दिया जाएगा,इस पदक को यूपी सरकार द्वारा दिया जाएगा। वही निहाल सिंह इस सम्मान को पाकर बेहद खुश हैं। बहादुरी के लिए मिलने वाले इस सम्मान के लिए ग्रामीणों ने निहाल को बधाई दी है। निहाल सिंह के इस साहस से भरे कदम की ओर प्रशंसा हो रही है। वो आज कई लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत (Inspiration) बन गए हैं। उनकी सफलता की यह कहानी (Success Story) हर किसी को प्रेरित (Motivate) करती है।