अपने सपनों को पूरा करने के लिए आपको अच्छी किस्मत,अच्छा घर और अच्छे माहौल की ज़रूरत नहीं होती है। अगर आपके अंदर अपने सपनों को पूरा करने का जुनून है तो आपके लिए किसी भी लक्ष्य को हासिल कर पाना नामुमकिन नहीं हो सकता। इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण हैं दुनिया के सबसे मंहगे खिलाड़ी, जाने-माने फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो जिन्होंने अपनी मेहनत से अपनी किस्मत को भी बदल कर रख दिया। आज वो करोड़ों युवाओं के लिए आदर्श हैं। उन्होंने अपने खेल से करोड़ों लोगों को अपना दीवाना बनाया है। क्रिस्टियानो रोनाल्डो के लिए यह सफर आसान नहीं था। उनकी मां ने दूसरों के घरों में काम करके अपने 4 बच्चों की परवरिश में हाथ बंटाया। क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने खूब मेहनत की और आज वो दुनिया के सबसे बड़े खिलाड़ी बन पाएं हैं। आइए जानते हैं लाखों युवाओं के प्रेरणास्त्रोत क्रिस्टियानो रोनाल्डो के जीवन के प्रेरक सफर की कहानी।

गरीबी में बीता बचपन

क्रिस्टियानो रोनाल्डो 4 भाई-बहनों में से एक थे। घर की आर्थिक हालत ठीक ना होने के कारण रोनाल्डो की मां उन्हें जन्म नहीं देना चाहती थी, क्योंकि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। रोनाल्डो के पिता माली का काम करते थे। उनकी मां दूसरे के घरों में खाना बनाकर घर चलाती थीं। चार भाई-बहनों में सबसे छोटे रोनाल्डो का परिवार टीन की छत वाले घर में रहता था। उनके पास खेलने के लिए खिलौने तक नहीं थे लेकिन इस सब के बावजूद उन्होंने परिस्थितियों के आगे झुकने की बजाय संघर्ष करना सीखा।

बचपन से ही फुटबॉल खेलने का था शौक

रोनाल्डो को बचपन से ही फुटबॉल खेलने का शौक था। स्कूली दिनों से ही वो स्कूल से ज्यादा समय फुटबॉल मैदान पर बिताते थे। रोनाल्डो बचपन से ही बेहतरीन फुटबॉल खेलते थे। फुटबॉल के प्रति उनकी दीवानगी ही कारण है कि महज आठ साल की उम्र में उन्होंने लोकल टीम के लिए फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया था। 10 साल की उम्र में ही उन्हें पुर्तगाल के सबसे बड़े फुटबॉल क्लब में एंट्री मिल गई। इस क्लब के लिए वो लगातार 2 साल तक खेले जिसके बाद उनके बेहतरीन प्रदर्शन के चलते उनका सलेक्शन वर्ल्ड अंडर-17 टीम में हो गया।

15 साल की उम्र में दिल की बीमारी का करना पड़ा था सामना

फुटबॉल के प्रति रोनाल्डो का प्रेम दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा था। इसी का नतीजा था कि 12 साल की उम्र में स्पोर्टिंग लिस्बन के बड़े अधिकारियों ने 15 पाउंड में रोनाल्डो को साइन किया। इसके बाद रोनाल्डो को अपना घर छोड़ना पड़ा। लेकिन 15 साल की उम्र में रोनाल्डो एक बीमारी का शिकार हो गए, जिसकी वजह से उन्हें मैदान से दूर जाना पड़ा। रोनाल्डो ने दिल की सर्जरी करवाई और फिर से मैदान पर वापसी की। इसी दौरान उनके पिता की भी मौत हो गई लेकिन उनकी मां ने इसका असर कभी उनके प्रदर्शन पर नहीं होने दिया। वो काम करती और घर का खर्च चलाती थी।

ऐसे बने दुनिया के सबसे मंहगे फुटबॉलर

कड़ी मेहनत करने के बाद 17 साल की उम्र में रोनाल्डो ने अपना पहला क्लब मैच खेला। इसके एक साल बाद ही इंग्लिश फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड ने रोनाल्डो को साल 2003 में 17 मिलियन अमेरिकी डॉलर में साइन किया। फिर क्या था, वो लागातर आगे बढ़ते चले गए और आज वो 700 करोड़ से भी ज्यादा की सालाना कमाई करते हैं। फोर्ब्स के मुताबिक रोनाल्डो ने 2020 में 117 मिलियन डॉलर यानि लगभग 858 करोड़ रुपए की कमाई की है। उनकी कुल संपत्ति करीब 460 मिलियन डॉलर की है। यही नहीं वो इंस्टाग्राम पर भी सबसे मंहगे सेलिब्रिटी हैं। इंस्टाग्राम मार्केटिंग कंपनी Hopper HQ की स्टडी के मुताबिक रोनाल्डो इंस्टाग्राम पर एक फोटो पोस्ट कर 9 लाख यूरो यानी लगभग सात करोड़ रुपए कमाते हैं। इसके अलावा उनके पास लग्जरी कारों का भंडार है।

क्रिस्टियानो रोनाल्डो दुनिया के सबसे अमीर फुटबॉलर हैं। सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में भी वो दुनिया में दूसरे नंबर पर हैं। इंस्टाग्राम पर रोनाल्डो के दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलोवर्स हैं। यह सब उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से अर्जित किया है। आज वो करोड़ों युवाओं के प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं। उन्होंने अपनी मेहनत से अपनी सफलता की कहानी लिखी है। उनके महान खिलाड़ी बनने के पीछे उनकी कड़ी मेहनत का अहम रोल है।

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