सफलता उन्हीं को मिलती है जो कभी हार नहीं मानते, जो मेहनत कर आगे बढ़ने का जज़्बा रखते हैं। इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण हैं कभी सफाईकर्मी के रूप में एयरपोर्ट पर काम करने वाले आमिर कुतुब जिन्होंने अपनी मेहनत से आज मल्टीनेशनल कंपनी खड़ी कर दी है और आज करोड़ों के मालिक हैं। उनकी कंपनी में 100 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। लेकिन एक वक़्त था जब उन्हें 300 से अधिक कंपनियों में नौकरी से रिजेक्शन मिले थे। उन्होंने अखबार बांटना शुरू किया, सफाईकर्मी के रूप में काम किया और आज उनके बिज़नेस का टर्नओवर दस करोड़ है। आमिर कुतुब के जीवन से हम सभी काफी कुछ सीख सकते हैं, तो आइए जानते हैं फर्श से अर्श तक पहुंचने वाले आमिर कुतुब के जीवन की प्रेरक कहानी।

यूपी की गलियों से निकलकर पहुंचे ऑस्ट्रेलिया

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के एक सामान्य परिवार मे जन्में आमिर कुतुब का जीवन चुनौतियों से भरा था। उन्होंने 12वीं के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया। हालांकि, इंजीनियरिंग के दौरान भी उनका मन पढाई में नहीं लगता था। इस दौरान वे साल 2011 में छात्र संघ का चुनाव लड़े और सचिव चुने गए। पढ़ाई पूरी करने के बाद वह दिल्ली में होंडा कंपनी में काम करने लगे लेकिन वहां भी मन नहीं लगा। इन सबके बीच उन्हें अपना बिज़नेस करने का सपना बार-बार याद आता रहा। उन्होंने नौकरी छोड़ी और वेबसाइट डिजाइन का काम बतौर फ्रीलांसर करने लगे। उनके कुछ क्लाइंट ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में भी थे। जिसके बाद वो स्टूडेंट्स बीजा अप्लाई करके ऑस्ट्रेलिया चले गए।

कई कंपनियों से झेला रिजेक्शन

ऑस्ट्रेलिया पहुंच कर भी आमिर कुतुब के जीवन की चुनौतियां खत्म नहीं हुई थी। उन्होंने कई कंपनियों में नौकरी के लिए आवेदन दिये, लेकिन हर जगह से उन्हें निराशा ही हाथ लगी। उन्होंने तकरीबन 4 महीने में 170 से ज्यादा जगहों पर इंटरव्यू दिए लेकिन कहीं भी उनका सेलेक्शन नहीं हुआ।

सफाई कर्मी के रूप में किया काम

आखिरकार थक हार कर आमिर ने ऑस्ट्रेलिया के एयरपोर्ट पर सफाईकर्मी के रूप में काम करना शुरू किया। पैसों की जरूरत होने पर उन्होंने अखबार बांटने का भी काम किया। इन सबके बावजूद उन्होंने अपना सपना नहीं छोड़ा। किसी तरह उन्हें एक गैराज मिल गया, जहां से उन्होंने अपना काम शुरू किया और अपनी एक कंपनी स्थापित की।

ऐसे बनें करोड़ों की कंपनी के मालिक

आमिर के घरवालों को जब उनके संघर्ष का पता चला तो उन्होंने आमिर को वापस आने के लिए कहा लेकिन उन्होंने अपने परिवार वालों की बात नहीं मानी और अपने बिज़नेस को सफल बनाने के प्रयास में जुट गए। काफी मेहनत के बाद आमिर किसी तरह ऑस्ट्रेलिया में अपनी कंपनी रजिस्टर करा ली। लेकिन अब उनके सामने चुनौती क्लाइंट बनाने की थी। लेकिन कहते हैं ना कि जहां चाह वहां राह। एक दिन सफर के दौरान आमिर की एक छोटे बिज़नेसमैन से मुलाकात हुई। आमिर के काम के बारे में सुनकर उस बिज़नेसमैन ने कहा कि तुम चाहो तो मेरी कंपनी के लिए सिस्टम बना सकते हो लेकिन मैं इसका कोई चार्ज नहीं दूंगा। आमिर ने उस शख्स के लिए ऐसा सिस्टम बनाया जिससे उसके महीने के 5 हजार डॉलर बचने लगे। उस शख्स ने आमिर के काम से खुश होकर ना सिर्फ पेमेंट किया बल्कि कई क्लाइंट भी बनवाए।

आज 4 देशों में है मल्टीनेशनल कंपनी के मालिक

आमिर ने अपनी मेहनत से जीवन में सफलता के ऊंचे शिखर को छूआ है। धीरे-धीरे आमिर का बिज़नेस पूरी तरह से सेट हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आज चार देशों में उनकी कंपनी है और करीब 10 करोड़ का टर्नओवर है। आमिर की कंपनी में 100 परमानेंट कर्मचारी के साथ-साथ करीब 300 कॉन्ट्रेक्टर्स काम कर रहे हैं।

आमिर ने फर्श से अर्श तक का यह सफर काफी मुश्किलों के साथ तय किया है। उनके कार्यों को देखकर उन्हें ऑस्ट्रेलियन यंग बिज़नेस लीडर ऑफ द ईयर से भी सम्मानित किया गया है। इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया के मेंबर ऑफ गीलोंज अथॉरिटी ने अपने योजना मंत्रालय में उन्हें सलाहकार सदस्य के रूप में शामिल किया है। आमिर ने आज अपनी मेहनत से सफलता की कहानी लिखी है। आज वो करोड़ों लोगों को प्रेरित कर रहे हैं जो अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

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