एक समय था, जब गाँवों की अधिकांश आबादी खेती में लगी रहती थी। लेकिन अब समय बदल गया है, आज गाँवों में भी अधिकांश लोग शिक्षित हो रहे हैं और खेती के अलावा भी कई ऑप्शन खोज रहे हैं।
"महात्मा गांधी ने कहा था कि असली भारत गाँवों में बसता है।"
आज गाँवों के युवा या तो बाहर जाकर नौकरी कर रहे हैं या अपने गाँवों में ही बिज़नेस करना चाहते हैं। गाँवों के युवा भी अच्छी तरह समझ रहे हैं कि बिजनेस क्या है और इसे कैसे करना है। देश के लगभग सभी गाँवों की अच्छी कनेक्टिविटी के चलते ऐसे कई बिज़नेस हैं, जो गाँवों में आसानी से किये जा सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं ऐसे ही कुछ बिज़नेस के बारे में, जो गाँवों में भी अच्छे प्रॉफिट के साथ किये जा सकते हैं –
उर्वरक और बीज भंडार :
गाँवों में कई लोग आजीविका के लिए खेती पर निर्भर करते हैं, अब यदि खेती है, तो उसके लिए बीज, उर्वरक और खेती से जुड़ी अन्य चीजों की ज़रूरत तो पड़ेगी ही। इसके लिए आप ग्रामीण क्षेत्र में खाद एवं बीज भंडार की दुकान खोल सकते हैं। वैसे तो आप 1 से 2 लाख के इन्वेस्टमेंट के साथ अपनी यह दुकान खोल सकते हैं, लेकिन अगर आप कम से कम 5 लाख तक का इन्वेस्टमेंट करते हैं, तो आप इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ लाइसेंस भी लेने होंगे। यदि आप इसे सही तरीके से करते हैं, तो आप 20 से 25% तक का मुनाफा कमा सकते हैं।
अनाज खरीद बिक्री बिज़नेस :
जब भी फसल पककर तैयार हो जाती है, तब किसान अपनी फसल को उचित दाम पर बेचना चाहते हैं और इसके लिए वे अनाज मंडियों का रुख करते हैं। यदि आप आर्थिक रूप से मजबूत हैं और थोड़ा ज्यादा इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं, तो यह आपके लिए एक अच्छा बिज़नेस हो सकता है। इसके लिए आपको अपनी स्थानीय निकाय से गुमास्ता करवाना होगा और साथ ही फ़ूड लाइसेंस भी लेना होगा। इसके अलावा आपको एक गोदाम की भी आवश्यकता होगी, जहाँ आप अनाज को सही तरीके से स्टोर करके रख सकें।
डेयरी केंद्र :
गाँवों में खेती के साथ-साथ लोग पशुपालन भी करते हैं। जिन किसानों के पास ज्यादा पशु होते हैं, वे उनका दूध निकालकर आसपास के डेयरी केंद्रों पर बेचते हैं। ये डेयरी केंद्र किसानों से दूध खरीदकर आगे किसी दूध डेयरी से जुड़ी कंपनी जैसे अमूल या मदर डेयरी को बेचते हैं। यह बिज़नेस आप बहुत ही कम निवेश के साथ शुरू कर सकते हैं, इसके अलावा सरकार इस बिज़नेस के लिए लोन और सब्सिडी भी उपलब्ध करवाती है।
किराना स्टोर :
किराना का बिज़नेस एक एवरग्रीन बिज़नेस होता है। यदि आप ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं, तो आप एक छोटा और मध्यम आकार का किराना स्टोर खोल सकते हैं। किराना स्टोर छोटा हो, मध्यम हो या बड़ा, इसका निश्चय आप अपने गाँव की जनसँख्या के हिसाब से कर सकते हैं। यदि आपका गाँव आसपास के गाँवों में बड़ा है तो आप वहां एक बड़ा और थोक किराना स्टोर भी खोल सकते हैं। गाँवों में किराना स्टोर खोलना आपके लिए एक फायदे का सौदा हो सकता है।
मेडिकल स्टोर :
यदि आपने बी फार्मा किया हुआ है, तो आप मेडिकल स्टोर भी खोल सकते हैं। आजकल गाँवों में भी लोग दवाइयों का ज्यादा इस्तेमाल करने लगे हैं, ऐसे में यदि आप ग्रामीण कस्बे में मेडिकल स्टोर खोलते हैं, तो आपकी कामयाबी के ज्यादा चान्सेस हैं। इसके लिए आपको किसी एक गाँव का चयन करना होगा, जो थोड़ा बड़ा हो और आसपास के गाँवों के लोग भी आसानी से वहां पहुँच सकते हों।
आमतौर पर यह माना जाता है कि बिज़नेस सिर्फ शहरों में ही चलते हैं लेकिन ऊपर बताये गए ये बिज़नेस ऐसे हैं, जो गाँवों में ज्यादा सफल हो सकते हैं। इनमें से पहले 3 बिज़नेस गाँवों में ज्यादा सफल होंगे, जबकि किराना और मेडिकल स्टोर की भी गाँवों में ज़रूरत पड़ती ही रहती है। तो यदि आप भी ग्रामीण क्षेत्र में अपना बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं, तो ये बिज़नेस आपके लिए बड़े काम के हो सकते हैं।
आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा और आप इनमें से किस बिज़नेस पर अलग से जानकारी चाहते हैं, हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं। इसके अलावा अगर आप स्टूडेंट हैं, खुद का कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं या बिजनेस कर रहे हैं या आप किसी भी प्रकार से कमाई करना चाहते हैं, तो आपको बिज़नेस कोच डॉ विवेक बिंद्रा के Free "Anybody Can Earn" वेबिनार का हिस्सा ज़रूर बनना चाहिए।