जम्मू कश्मीर, जो कई सालों से आतंकवाद और अलगाववाद से प्रभावित रहा है, अब वहां की स्थितियों में परिवर्तन हो रहा है। आज जम्मू कश्मीर के युवा स्पोर्ट्स, बिज़नेस और हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहे हैं। ऐसे ही एक युवा हैं वसीम अहमद भट्ट।
वसीम कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित जिले अनंतनाग से आते हैं, जिसके कारण उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ा।
वसीम भट्ट के जीवन का बचपन से अब तक का सफर
IAS बनना वसीम का बचपन का सपना था और इसके लिए उन्होंने सभी समस्याओं का सामना कर कड़ी मेहनत की।
2021 में उन्हें UPSC में 225वीं रैंक मिली, जिसके बाद उन्हें IRS का पद मिला। लेकिन वसीम लगातार मेहनत करते रहे और आज वे UPSC नतीजों के टॉप 10 में 7वीं रैंक के साथ स्थान बनाया।
जानिये उनके जीवन में आये उतार चढ़ाव की कहानी –
जन्म: | 1997, अनंतनाग, जम्मू कश्मीर |
पिता: | मोहम्मद युसूफ भट्ट |
वर्तमान पद: | IRS, नागपुर |
Exam Cleared: | UPSC, 7वीं रैंक |
कौन है वसीम भट्ट?
वसीम का पूरा नाम वसीम अहमद भट्ट है। वसीम का जन्म 1997 में जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में हुआ था, जो कि एक आतंकवाद प्रभावित जिला है। इनके पिता मोहम्मद युसूफ भट्ट जम्मू कश्मीर के कृषि विभाग में पदस्थ हैं। उन्होंने स्कूली पढ़ाई तहसील के इकबाल मेमोरियल इंस्टीट्यूट से की। 2015 में एनआईटी श्रीनगर में उनका चयन हो गया, जहाँ से उन्होंने सिविल इंजिनियरिंग में बीटेक किया।
ऐसे शुरू की UPSC की यात्रा
वसीम का बचपन से IAS बनने का सपना था, लेकिन कश्मीर में फैले आतंकवाद से उपजी परेशानियों के कारण वे अपना सपना पूरा नहीं कर पा रहे थे। वहां उन्हें ना तो कोई मार्गदर्शन मिल पा रहा था, ना ही कोई सलाह। श्रीनगर से बीटेक करने के बाद उन्होंने दिल्ली आने का फैसला किया। दिल्ली आकर उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की।
उन्होंने पहली बार 2020 में UPSC की परीक्षा दी, लेकिन उसमें सफल नहीं हो पाए। उन्होंने अपनी कमियों को एनालाइज़ कर फिर से प्रयास किया और 2021 में 225वीं रैंक के साथ UPSC की परीक्षा पास की और उन्हें IRS मिला। वसीम इससे संतुष्ट नहीं हुए और फिर से कड़ी मेहनत के साथ तैयारी करने लगे और इस बार आये रिजल्ट में उन्हें 7वीं रैंक मिली।
वसीम कहते हैं कि उनका बचपन से डीएम बनने का सपना था, इसलिए जब उन्हें IRS मिला, तो उन्होंने और ज्यादा मेहनत की। आज उनके परिश्रम का फल उन्हें मिल चुका है और उनके माता पिता बहुत खुश हैं। वर्तमान में वे नागपुर में पदस्थ हैं। वसीम विशेष रूप से आदिवासियों और पिछड़े समाज की भलाई के लिए काम करना चाहते हैं।
इस साल आये UPSC 2022 के रिज़ल्ट में वसीम के अलावा कश्मीर के और भी कई लोगों ने अपना स्थान बनाया है। वसीम जैसे युवाओं के कारण कश्मीर के दूसरे युवाओं को देश के विकास में योगदान देने की प्रेरणा मिलेगी।