जिस तरह से सही मार्गदर्शन जीवन में जरूरी होता है. ठीक उसी तरह से बिज़नेस को आगे बढ़ाने, टार्गेट ऑडियंस तक पहुंचने, रेवेन्यू जेनेरेट करने और व्यापार को किस तरह से आगे लेकर जाना है, इसके लिए एक सही तरीके की जरूरत होती है. इसके लिए हर व्यापारी अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाने के लिए कंसल्टिंग फर्म से संपर्क करता है. कंसल्टिंग फर्म हर किस्म के व्यापार के लिए सबसे अहम भूमिका निभाती है. अगर आप भी कंसल्टिंग फर्म को शुरू करना चाहते हैं तो यह एक उत्तम विचार साबित हो सकता है. चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से आज इसी बारे में बात करते हैं कि कैसे आप कंसल्टिंग फर्म की शुरुआत कर सकते हैं और किस किस क्षेत्र के लिए कंसल्टिंग का काम किया जा सकता है. सबसे पहले बात करते हैं कि किस-किस क्षेत्र के लिए कंसल्टिंग का काम किया जा सकता है?
- Accounting में है काफी डिमांडः
अकाउंटिंग एक ऐसा विषय है, जिसमें पार पाना हर किसी का काम नहीं है. इसी वजह से यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें हर कोई एक अच्छा मार्गदर्शन चाहता है. यही वजह भी है कि इस ऐरिया में कंसल्टिंग की डिमांड हर वक्त बनी रहती है. अगर आप स्मॉल बिज़नेस कंसल्टिंग फर्म की शुरुआत करना चाहते हैं तो इस एरिया में फर्म का आरम्भ किया जा सकता है.
- बिज़नेस राइटिंग में है अच्छा स्कोप (Business Writing Consulting Firm)
ऐसा जरूरी नहीं होता है कि हर व्यापारी एक अच्छा राइटर भी हो या फिर अच्छे लेखन की समझ रखता हो. कई बार बिज़नेस प्लॉन काफी अच्छा होता है लेकिन अच्छी राइटिंग के नहीं होने की वजह से विश्लेषकों से आलोचना का शिकार बन जाता है. ऐसी स्थिति में व्यपारी ऐसी कंसल्टिंग फर्म की तलाश करता है जो उसे इस परेशानी से बाहर निकालने का काम कर सके. इसलिए आप एक बेहतर बिज़नेस राइटिंग कंसल्टिंग फर्म का शुभारंभ भी कर सकते हैं.
- करियर काउंसलिंग फर्म है सबसे ज्यादा जरूरत (Career Counseling Firm):
सही करियर का चुनाव करना आज के युवाओं के लिए बेहद कठिन हो गया है और जब वह निराश और हताश होता है तो उसे सिर्फ करियर काउंसलर की याद आती है. करियर काउंसलिंग फर्म की डिमांड में इसी वजह से इजाफा भी होने लगा है. अगर आप कंसल्टिंग फर्म को ओपन करने के इच्छुक हैं तो करियर काउंसलिंग फर्म की शुरुआत भी एक बेहतर विचार है.
इसके अलावा भी कम्यूनिकेशन्स कंसल्टिंग फर्म, जेनेरल बिज़नेस कंसल्टिंग फर्म, कोचिंग कंसल्टिंग और एडिटोरियल सर्विस कंसल्टिंग फर्म का शुभारंभ किया जा सकता है.
अब बात करते हैं कि किस तरह से कंसल्टिंग फर्म की शुरुआत की जा सकती है और किन चरणों को अपना कर उसे आगे बढ़ाया जाता है.
- अपना विषय चुनें (Choose your Niche):
ऐसा जरूरी नहीं है कि आप हर विषय के जानकार हों लेकिन ऐसा जरूर होगा कि आपको किसी एक विषय की काफी अच्छी जानकारी होगी. कंसल्टिंग फर्म को शुरू करने से पहले आपको उस विषय की पहचान करनी होगी और फिर उसी विषय पर अपनी कंसल्टिंग फर्म की शुरुआत करनी होगी. यहां जरूरी बात यह भी है कि आपको इसकी पहचान सबसे पहले करनी होगी इसी के बाद ही किसी भी तरह कार्यों को शुरू करना होगा. विषय का चुनाव कर आपको आसानी होगी, क्योंकि अब आप अपने टार्गेट ऑडियंस को भी पहचान जाएंगे. आपके लिए अपना बिज़नेस प्लान बनाना बेहद आसान होगा.
- बिज़नेस प्लान का करें निर्माण (Make a Business Plan):
अक्सर व्यापारी बिज़नेस में गलतियों से बचने के लिए न जाने कितने प्लान का निर्माण करते हैं लेकिन जिस योजना का निर्माण सबसे पहले करना चाहिए उसे भूल जाते हैं. सबसे पहले अपने व्यापार के लिए एक बेहतर बिज़नेस प्लान का निर्माण करना चाहिए. बिज़नेस प्लान आपको बिज़नेस में आने वाली गलतियों से भी बचाता है और आपको भविष्य के लिए तैयार भी करता है. इसलिए कंसल्टिंग फर्म को शुरू करने से पहले आपको एक बेहतर बिज़नेस प्लान का भी निर्माण करना चाहिए.
- लीगल बिज़नेस स्ट्रक्चर का करे निर्माण (Make Legal Business Structure):
बिज़नेस की सुरक्षा के लिए आपको उसके लिए सभी सुरक्षित प्लान को भी तैयार करना होगा. बिज़नेस को कानूनी व्यवधानों से दूर रखने के लिए जरूरी है कि आप बिज़नेस के लिए लीगल स्ट्रक्चर का भी साथ ही निर्माण करें. इसलिए जब आप कंसल्टिंग फर्म की शुरुआत का निर्णय ले तो साथ ही अपनी फर्म के लिए लीगली भी एक प्लान जरूर बना लें. यह आपको हर जरूरी कानूनी व्यवधानों से सुरक्षित रखने में मदद करता है.
अगर आप कंसल्टिंग फर्म की शुरुआत करना चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल द्वारा सुझाए गए इन तरीकों को आज़मा कर आप कंसल्टिंग फर्म का श्रीगणेश कर सकते हैं. बिज़नेस को कैसे शुरू किया जाए और किस तरह से बिज़नेस को चलाया जाए इन सभी बातों को आप Everything About Entrepreneurship Course के जरिए भी जान सकते हैं. आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह आर्टिकल कैसा लगा, इसके बारे में आप हमें कमेंट सेक्शन में कमेंट कर भी बता सकते हैं.