बिजनेस को हमेशा ही अच्छे सलाहकार और विशेषज्ञ की आवश्यकता होती है. जिसकी मदद से बिजनेस को आगे बढ़ाया जा सकता है और गलत निर्णयों से भी बचाया जा सकता है . इसी काम के लिए कोई भी व्यापारी एक कुशल कंसल्टिंग फर्म (Small Business Consulting Firm) की तलाश करता है. लेकिन कंसल्टिंग बिजनेस को भी कुशल बनने के लिए बहुत सी रणनीतियों को अपने बिजनेस प्लान का हिस्सा बनाना पड़ता है. अगर आप भी कंसल्टिंग बिजनेस में हैं या फिर उसकी शुरुआत करना चाहते हैं तो शुरुआत से पहले आपको कुछ अच्छे टिप्स के बारे में जरूर जान लेना चाहिए. चलिए आपको इस लेख के माध्यम से कंसल्टिंग बिजनेस को सफलता दिलाने वाली रणनीतियों के बारे में विस्तार से बताते हैं.
1. रिसर्च ही है सफलता की पहली कड़ी (Most Important thing is Research)
आपकी रिसर्च ही आपके बिजनेस के लिए रामबाण की तरह काम करेगी. पहले अपनी विशेषज्ञता (Expertise) निर्धारित करें, फिर उसके बाद उसमें दक्षता हासिल करने के लिए आपको आगे की रिसर्च करनी चाहिए. विशेषज्ञता में निखार लाने और बेहतर बनाने के लिए आपको तकनीकि ज्ञान की आवश्यकता होगी. आपको टैक्नालॉजी के साथ अपडेट रहना होगा और उन्हें अपने बिजनेस में उपयोग करना होगा.
2. अच्छे बिजनेस प्लान का करें निर्माण (Write a Good Business Plan)
हर व्यापार की शुरुआत में बिजनेस प्लान सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर होता है. इसलिए कंसल्टिंग सर्विसेस में भी आपको एक अच्छे बिजनेस प्लान का निर्माण करना चाहिए. बिजनेस प्लान में आपके गोल, कॉम्पेटीटर्स, फंडिंग और बजट का विस्तार से वर्णन होना चाहिए. क्योंकि इसी के आधार पर आपका बिजनेस आगे बढ़ता है. बिजनेस प्लान के माध्यम से ही आप आगे की रणनीतियाँ तैयार कर सकते हैं. बिजनेस प्लान ही आपके बिजनेस का भविष्य निर्धारित करता है, जिसके आधार पर आप भविष्य में बिजनेस पाते हैं.
3. अपने टार्गेट कस्टमर को पहचानें (Define Your Target Customer)
बिजनेस रिसर्च और बिजनेस प्लान के बाद आपको अपने टार्गेट कस्टमर की पहचान करने का काम करना चाहिए. टार्गेट कस्टमर आपके बिजनेस का प्रमुख चरण है. आपको ऐसी ऑर्गेनाइजेशन को पहचानना होगा, जिनके साथ आपको भविष्य में बिजनेस करना है. जब आप एक बार टार्गेट कस्टमर या फिर टार्गेट ऑर्गेनाइजेशन को पहचान जाते हैं तो आपके लिए बिजनेस करना थोड़ा आसान हो जाता है. अब आप उनके अनुसार अपनी प्लानिंग तैयार कर सकते हैं और ऐसा करने पर आप क्लाइंट के साथ अच्छे रिलेशन भी बना पाते हैं.
4. प्रॉब्लम को पहचानें (Identify the Problem)
अपने व्यवसाय के साथ ही आपको दूसरी ऑर्गेनाइजेशन की परेशानियों को भी पहचानना है. जब आप किसी ऑर्गेनाइजेशन की परेशानियों को अच्छी तरह से पहचान जाएंगे तभी उन्हें सोल्व करने के तरीकों पर काम कर पाएंगे. ऑर्गेनाइजेशन द्वारा उपलब्ध करायी गई जानकारियों के अनुसार दी गई टाइमलाइन में ही उसे सोल्व करें क्योंकि काम में देरी आपके काम पर नकारात्मक प्रभाव ड़ाल सकती है. बिजनेस इंडस्ट्री में प्रॉब्लम सोल्विंग कंसल्टैंट (Problem Solving Consultant) वही होता है जो इन कामों को बखूबी करना जानता हो.
5. लीगल बिजनेस स्ट्रक्चर का करे निर्माण (Make Legal Business Structure)
अपने कारोबार की सुरक्षा का इंतजाम भी आपको पहले ही करना चाहिए. बिजनेस को कानूनी व्यवधानों से दूर रखने के लिए जरूरी है कि आप बिजनेस के लिए लीगल स्ट्रक्चर का निर्माण भी पहले ही कर लें. इसलिए जब आप कंसल्टिंग फर्म की शुरुआत का निर्णय लेते हैं तो साथ ही अपनी फर्म के लिए लीगली भी एक प्लान जरूर बना लें. यह आपको कानूनी व्यवधानों से सुरक्षित रखने में मदद करता है.
इन रणनीतियों के माध्यम से आप इंडस्ट्री में अपने व्यवसाय को बेहतरीन कंसल्टिंग बिजनेस के तौर पर स्थापित कर सकते हैं. स्मॉल बिजनेस कंसल्टिंग फर्म की शुरुआत ही अगर इन टिप्स को अपनाकर की जाए तो आपके कंसल्टिंग बिजनेस को सफलता जरूर मिलेगी.
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में किन्ही जटिल और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो आप Problem Solving Course के माध्यम से उन्हें दूर कर सकते हैं और अपने कारोबार को परेशानीमुक्त कारोबार बना सकते हैं.