अगर सपने सच्चे हों तो दुनिया कि कोई ताकत उन्हें पूरा होने से नहीं रोक सकती। आज के समय में हर कोई आत्मनिर्भर बनना चाहता है, अपने सपनों को पूरा करना चाहता है। हर किसी की यही चाहत होती है कि वो अपनी पहचान खुद बनाए। ऐसे में जो लोग अपनी मेहनत और लगन से आगे बढ़ते हैं उन्हें सफलता जरूर मिलती है। इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण हैं प्रतीक घोडा। प्रतीक घोडा ने अपनी CA की नौकरी छोड़ दी और शहद बेचने का बिज़नेस शुरू किया। देखते ही देखते महज 6 महीने के अदंर उन्होंने 30 लाख की कंपनी खड़ी करके अपनी सफलता की कहानी (Success Story) लिख डाली। आइए जानते हैं प्रतीक घोड़ा का यह सफर।

 

प्रतीक घोडा गुजरात के अहमदाबाद के रहने वाले हैं। उन्होंने 2006 में चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की पढ़ाई पूरी की और नौकरी करने लगे। प्रतीक ने कैडिला, टोरेंट, मोटिफ इंडिया इन्फोटेक और स्टरलाइट टेक्नोलॉजी जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियों में नौकरी भी की। जिस कंपनी में नौकरी कर रहे थे वहाँ उनकी सैलरी काफ़ी अच्छी थी। इसके बाद भी उनका नौकरी करने में मन नहीं लगता था। वो शुरू से ही खुद का बिज़नेस करना चाहते थे। आखिरकार 2020 में इन्होंने अपने नौकरी को छोड़ने का फ़ैसला लिया और शहद का बिजनेस शुरु किया। बिजनेस शुरू करने के कुछ महीनों के अंदर ही इनका बिजनेस काफ़ी ग्रो कर गया और लगभग 30 लाख तक टर्न ओवर पहुँच गया।

प्रतीक अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि उन्हें अपना बिज़नेस करने का आइडिया तब आय़ा जब वो एक रिसर्च के दौरान जामनगर में एक वैधराज के पास गए थे। वहाँ कुछ मरीज अपने शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द के इलाज़ के लिए आए हुए थे। तब उस वैधराज ने मरीजों के इलाज़ एक बॉक्स मंगवाया और उस बॉक्स में से एक मधुमक्खी निकाली उसके बाद उस मधुमक्खी से मरीज के शरीर में दर्द वाले हिस्से पर डंक लगवा दिया। प्रतीक को यह सब देखकर बहुत आश्चर्य हुआ कि कैसे डंक लगने के साथ ही मरीज के शरीर के दर्द काफ़ी कम हो जाता है। जब प्रतीक ने वैधराज से इस चमत्कार का कारण पूछा तो उन्होंने कहा यह कोई चमत्कार नहीं है बल्कि एक थेरेपी है।

 

बस यहीं से प्रतीक को मधुमक्खी पालन का एक आइडिया मिला और उन्होंने वैधराज से शहद और मधुमक्खी पालन के बारे में काफ़ी जानकारियाँ हासिल की। इस काम को शुरू करने से पहले प्रतीक ने काफी रिसर्च भी की थी।  वो कई ऐसे किसानों से मिले जो पहले से ही इस काम में लगे हुए थे। उन्होंने इससे जुड़े कई विशेषज्ञों से भी जानकारी हासिल की और इस पर रिसर्च किया। प्रतीक के इस काम में उनके मामा ने भी सहयोग किया। जो पहले से ही खेती और डेयरी का काम कर रहे थे। अपना बिज़नेस शुरू करने के लिए सबसे पहले प्रतीक ने मधुमक्खी पालन के लिए गुजरात के जामनगर के पास एक जगह को चुना, जहाँ वह इस काम को कर सकें।

इसके बाद प्रतीक ने 15 अगस्त 2020 को BEE BASE PVT LTD नाम से अपनी कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराया। प्रतीक ने इस काम की शुरूआत 15 लाख रूपयों से की थी। इस बिजनेस की शुरुआत करने के लिए सबसे पहले उन्होंने 300 मधुमक्खियों की पेटियाँ बनवाई। उन पेटियों से हर 15 दिनों पर लगभग 750 किलो शहद निकालते थे। जिसका मतलब है कि हर पेटी से लगभग ढाई किलो शहद निकलता है। प्रतीक का यह काम धीरे-धीरे चल पड़ा। महज 6 महीने के अंदर ही लगभग 3 टन शहद का उत्पादन हो गया जिससे उनकी कंपनी को लाखों का फायदा हुआ। 6 महीने के अंदर ही उनकी कंपनी 30 लाख रुपये की आय अर्जित करने लगी।

इसके अलावा प्रतीक की कंपनी शहद को कई फ्लेवर में भी तैयार करती है, जैसे अदरक, जामुन, केसर, लीची इत्यादि। इसके अलावा भी वैक्स, चॉकलेट हनी, हनी चॉकलेट ट्रफल, हनी फिलेड चॉकलेट इत्यादि। प्रतीक की कंपनी इन फ्लेवर्स के अलावा प्रोबायोटिक शहद के साथ-साथ ऑर्गेनिक लिपस्टिक, लिप बाम जैसे प्रोडक्ट तैयार करने की तैयारी में भी जुटी है। प्रतीक ने अपनी नई सोच और खुद पर भरोसा रख अपनी सफलता की कहानी (Success Story) लिखी है। प्रतीक आज लाखों लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत (Inspiration) हैं। जो खुद का बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं वो प्रतीक की कहानी से प्रेरित (Motivate) हो सकते हैं।

यदि आप भी प्रतिक घोडा की तरह अपने करियर में सफल होना चाहते हैं एवं खुद का बिज़नेस शुरु करना चाहते हैं तो आप हमारे Problem Solving Couse को ज्वॉइन कर सकते हैं। यहां आपको बिज़नेस से जुड़ी हर जानकारी दी जाएगी। हमारे Problem Solving Course को ज्वाइन करने के लिए इस लिंक https://www.badabusiness.com/psc?ref_code=ArticlesLeads पर क्लिक करें और अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट https://www.badabusiness.com/?ref_code=ArticlesLeads पर Visit  करें।