हम सभी की चाहत होती है कि हम एक ऐसे माहौल में काम करें जहां तनाव न हो। जहां हर कोई खुश रहे। लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो भारत में हर 5 में से एक एम्प्लॉयी वर्कप्लेस में होने वाले तनाव का सामना कर रहा है।

वर्कप्लेस में तनाव होने के कई कारण हो सकते हैं, काम का पूरा न होना, दूसरों से पीछे रहना, उपेक्षा होना, टैलेंट की सही पहचान न होना, मनपंसद जॉब का न होना इत्यादि। इन सभी के बावजूद भी कई ऐसे कारण हैं जिनके चलते एम्प्लॉयी ऑफिस तो जाता है लेकिन बेमन से।

ऑफिस का तनाव आज लोगों के निजी जीवन पर भी पड़ने लगा है जिसकी वजह से झगड़े, अलगाव जैसी स्थितियां उत्पन्न होती हैं। तनाव या स्ट्रेस कई दिनों तक रहता है तो यह धीरे-धीरे डिप्रेशन में बदल जाता है जो कि हमारे पूरे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। दुनिया भर में ज्यादातर लोग इस समय किसी न किसी तरह से मेंटल हेल्थ से परेशान हैं। इसलिए हर किसी को अपने जीवन में स्ट्रेस मैनेजमेंट ज़रूर करना चाहिए।

एक एम्प्लॉयी या एम्प्लॉयर कुछ अहम बातों का ध्यान रखकर अपने वर्कप्लेस को खुशनुमा बना सकता है।

तो आइए जानते हैं कि वो टिप्स कौन सी हैं।

  1. 1) हमेशा पॉजिटिव सोचें:

    मौजूदा समय में वर्कलोड बढ़ने से काफी लोग स्ट्रेस का अनुभव करते हैं और यह स्ट्रेस इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि वह धीरे-धीरे आपके नेचर और व्यवहार में आने लगता है। इसका सबसे बड़ा कारण है नकारात्मक सोच। अगर आप हर समय केवल गलत चीज़ों को ही देखते रहेंगे, ऑफिस में केवल नाकारात्मक बात ही करेंगे, तो आपका दिमाग भी वैसा ही काम करने लगेगा। नकारात्मक बातों का असर आपकी बोली और स्वभाव पर भी पड़ने लगेगा जिससे न केवल आपके ऑफिस में बल्कि घर में भी माहौल खराब होगा। इससे बचने के लिए आप छोटी-छोटी बातों में भी खुश रहना सीखिए। केवल कमियों पर ध्यान देने की बजाय खूबियों को पहचानिए। अच्छी बातें करिए। इससे न केवल आपके ऑफिस का माहौल अच्छा होगा बल्कि घर पर भी आप खुश रहेंगे।

  2. 2) अपने गोल को सेट करें:

    ऑफिस जाने का ज्यादातर लोगों का मकसद सैलरी होता है। यही कारण है कि आप किसी और गोल को बना ही नहीं पाते और बिना मन के ऑफिस जाने के लिए तैयार होते हैं। इससे बचने के लिए आपको खुद को मानसिक तौर पर तैयार करना चाहिए। आपको अपना गोल सेट करना चाहिए कि आपको क्या चाहिए। केवल सैलरी ही आपका मोटिवेशन नहीं होना चाहिए बल्कि आपको आगे बढ़ना है, अपना नेटवर्क बनाना है, अच्छा परफॉर्म करना है; इस तरह की सोच से आप अपने अंदर काफी बदलाव देखेंगे। जिसका नतीज़ा ये होगा कि आपकी प्रोडक्टिविटी काफी हद तक बढ़ जाएगी। इसलिए आप अपने काम में अपना गोल सेट करें और उसे पाने की कोशिश करें जिससे आपको आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

  3. 3) दिन की अच्छी शुरुआत करें:

    अक्सर कहा जाता है कि अगर आपकी सुबह की शुरूआत अच्छी हो तो आपका पूरा दिन अच्छा जाता है। अगर आप सुबह-सुबह खुश रहते हैं, खुद को उत्साहित रखते हैं तो आपका ऑफिस में भी माहौल अच्छा बना रहता है। इसलिए कोशिश करें कि दिन की शुरुआत में कुछ भी ऐसा न करें जिसके बारे में आप सोच-सोच कर परेशान रहें। बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो तनाव की स्थिति में ही ऑफिस पहुंच जाते हैं और पूरे दिन निराश और हताश रहते हैं। एक छोटी सी बहस भी आपके पूरे दिन को खराब कर सकती है और फिर इसका असर आपके काम पर भी पड़ता है। इसलिए कोशिश करें कि आप सुबह-सुबह सभी से अच्छे से बात करें और दूसरों की नकारात्मक बातों का असर खुद पर ना होने दें।

  4. 4) दूसरे की चुगली करने से बचें:

    अक्सर वर्कप्लेस पर धर्म, राजनीति के बारे में गपशप शुरू हो जाती है। यह गपशप कई बार माहौल को भी खराब कर देती है। ऐसे टॉपिक्स पर बात होने के बाद अक्सर विवाद भी छिड़ जाता है। इसलिए ज़रूरी है कि आप ऐसे मुद्दों पर बात करने से बचें। इसमें उलझ कर आपका ही नुकसान होगा। इसलिए फालतू की बातों में अपना समय न गवाएं। केवल अपने गोल पर ही फोकस करें।

  5. 5) प्लानिंग बनाकर करें काम:

    ऑफिस में अगर आप तनाव मुक्त रहना चाहते हैं तो आप हर काम प्लानिंग के साथ करें। कई बार व्यवस्थित ना रहने से आप अपने दिन की प्लानिंग पूरी नहीं कर पाते जिसकी वजह से कई काम अधूरे रह जाते हैं। इससे वर्कलोड बढ़ जाता है और आप स्ट्रेस में आ जाते हैं। इसलिए पूरी प्लानिंग के साथ काम करें। इससे आप ऑफिस वर्क के प्रेशर से भी डिस्टर्ब नहीं होंगे। सभी काम को समय पर पूरा कर सकेंगे।

ऑफिस में आठ से नौ घंटें काम करने के बाद घर लौटने पर भी तनाव हमारा पीछा नहीं छोड़ता है। इससे बचने के लिए आप इन 5 स्ट्रैस मैनेजमेंट टिप्स की मदद ले सकते हैं जिसके ज़रिए आप अपने गोल को पूरा कर सकते हैं और ऑफिस में खुश रह सकते हैं।


लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में कठिन परेशानियों का सामना कर रहे हैं और चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिज़नेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको PSC (Problem Solving Course) का चुनाव ज़रूर करना चाहिए जिससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं।