पढ़े लिखे होने से अच्छा है, पढ़ते-लिखते रहना. व्यक्ति चाहे आंत्रप्रेन्योर हो, स्टूडेंट हो या फिर कोई सामान्य एम्पलॉयी, लगातार तरक्की और कामयाबी पाने के लिए जरूरी यह है कि आपकी लर्निंग बनी रहे. जब आप लगातार कुछ नया सीखते रहते हैं तो इससे आपके स्किल्स में तो बढ़ोतरी होती ही है, इसके साथ ही आपमें लीडरशिप के गुण भी आते हैं. जो आपको फाइनेंशियली फायदा पहुंचाने के साथ ही आपके दिमाग को विकसित भी करते हैं और हम सभी जानते हैं कि बेस्ट स्टार्टअप बिजनेस प्लान (Best Startup Business Plan) का निर्माण करने के लिए एक विकसित दिमाग की कितनी जरूरत होती है. आंत्रप्रेन्योर को क्रीएटिव माइंडसेट बनाने के लिए सबसे ज्यादा लर्निंग की जरूरत होती है.

नए स्किल्स को सीखने के लिए वैसे तो बिजनेस कोचिंग प्रोग्राम (Business Coaching Program) और दूसरे भी कई माध्यम मौजूद हैं, लेकिन आज हम आपको नई लर्निंग के बेहद खास तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं. यह तरीके आपकी आंत्रप्रेन्योर की जर्नी में काफी मददगार साबित होने वाले हैं.

1. ऑनलाइन कोर्सेस आएंगे सबसे ज्यादा काम (Online Business Courses for Entrepreneurs) 

हर सेक्टर के व्यक्ति को कोविड ने तकनीक का सही उपयोग करना बखूबी सिखाया है. टैक्नॉलोजी ने एजुकेशन सिस्टम में बेहद क्रांतिकारी परिवर्तन किए हैं. इसी के चलते अब ऑनलाइन कोर्सेस की मदद पाकर कोई भी व्यक्ति अपने स्किल्स में बढ़ोतरी करने का काम कर सकता है. अगर आप आंत्रप्रेन्योर हैं तो ऐसे बहुत से बेहतरीन आंत्रप्रेन्योरशिप कोर्सेस (Entrepreneurship Courses) इंटरनेट पर मौजूद हैं, जिनसे आपकी व्यवसायिक यात्रा की शुरुआत को बड़ी मदद मिलेगी. बहुत से ट्रेनिंग संस्थान इन कोर्सेस को फ्री में उपलब्ध कराते हैं तो कुछ कोर्सेस के लिए आपको थोड़ी फीस का भुगतान करना पड़ सकता है.

2. अपनी नई लर्निंग को लिखना शुरू करें (Make Notes about Your New Learning) 

किसी भी लर्निंग को हमेशा के लिए अपने साथ रखने के तरीके को आपसे अगर पूछा जाए तो आपका क्या जवाब होगा? आप कहेंगे कि लगातार पढ़ते रहना, बार-बार लेक्चर की वीडियो देखना और भी न जाने कितने तरीके आपके पास मौजूद होंगे. लेकिन लर्निंग को अगर जीवन भर का साथ बनाना है तो सबसे अच्छा तरीका होगा कि आप अपने नोट्स तैयार करते रहें. जो भी आपने सीखा है उसे लिखना शुरू करें.

आप चाहे तो खुद के नोट्स बना सकते हैं या फिर खुद का ब्लॉग क्रीएट कर सकते हैं. जब आप लिखते हैं तो कोई भी चीज़ लंबे समय तक याद रखने में समर्थ होते हैं. इसके साथ ही लिखते समय आप गलतियाँ न करें, इसके लिए कई बार पढ़ते हैं और यही दोहराव आपकी गलतियों को भी दूर करता है और आपकी लर्निंग को भी मजबूती देता है. इसका दूसरा फायदा भी है. अगर आप ब्लॉगिंग के लिए अपनी लर्निंग को शेयर करते हैं तो यहाँ पर आप अपनी लर्निंग को मजबूती देने के साथ ही अपने खुद के ब्रांड का निर्माण करने का काम भी कर रहे हैं.

3. अपनी लर्निंग को लगाएं काम पर (Implement Your Learning)

लर्निंग किसी शस्त्र की तरह ही होती है, जिसे उपयोग नहीं करने पर या तो उसमें जंग लग जाती है या फिर वह बिना किसी उपयोग के बर्बाद हो जाती है. लेकिन जब लगातार उसका उपयोग होता रहता है तो उसमें निखार भी आता है और वह अपने साथ ही दूसरों के काम भी आती है. इसलिए आपको अपनी लर्निंग को काम पर भी लगाना होगा. नए स्किल्स आपको विकसित तो करेंगे ही लेकिन आप इसे दूसरों तक पहुंचाने पर इसका विस्तार करेंगे तो आपके स्किल्स में निखार भी आएगा. आपकी लर्निंग का विस्तार ही आपको नए प्रोजेक्ट्स और नई लीड्स का हिस्सा बनाता है. इसलिए लर्निंग का इंप्लीमेंटेशन आप ही के इम्प्रूवमेंट के लिए लाभकारी होता है.

लर्निंग कभी न ख़त्म होने वाला प्रोसेस है, जो व्यक्ति के मानसिक विकास के साथ ही उसकी तरक्की में उसका सबसे ज्यादा साथ देता है. स्किल्स के अभाव में व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी भी होती है और खुद को लेकर हमेशा डाउट्स में भी रहते हैं. इसीलिए एम्पलॉयी, स्टूडेंट्स, आंत्रप्रेन्योर या किसी सामान्य व्यक्ति को भी हमेशा अपनी लर्निंग जारी रखनी चाहिए और लर्निंग के यह तरीके आपके लिए हमेशा ही मददगार साबित होंगे.

लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में किन्ही जटिल और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो आप Problem Solving Course के माध्यम से उन्हें दूर कर सकते हैं और अपने कारोबार को परेशानीमुक्त कारोबार बना सकते हैं.