हर व्यक्ति चाहता है कि वह खुद के लिए काम करे, बिना किसी टीम, मैनेजर, पार्टनर की रोकटोक के अपने बिजनेस को आगे बढ़ाए. अपने स्मॉल बिजनेस स्टार्टअप प्लान (Small Business Startup Plan) का निर्माण करे और उसे आगे बढ़ाए. लेकिन अकेले काम करना वास्तव में उतना आसान नहीं होता है. सोलोप्रेन्योर, बिजनेस में उन चुनौतियों का भी सामना कई बार करते हैं, जो उनके बिजनेस को बुरी तरह से प्रभावित करती है.
आज हम आपको उन चुनौतियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके बेस्ट स्टार्ट बिजनेस प्लान (Best Startup Business Plan) को असफल कर देती है. साथ ही आप जानेंगे कि सोलोप्रेन्योर्स कैसे उन चुनौतियों और परेशानियों को अपने बिजनेस से दूर कर सकते हैं.
1. बिजनेस की धीमी रफ़्तार (Slow Growth)
आपके बिजनेस में सभी महत्वपूर्ण निर्णयों को देने वाले केवल आप ही अकेले व्यक्ति हैं. सभी कामों को पूरा करने वाले भी आप अकेले ही हैं. तो जाहिर सी बात है कि आपके बिजनेस की रफ़्तार भी धीमी होगी और तरक्की भी धीमी ही होगी. लेकिन यही धीमी रफ़्तार ही आपके बिजनेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी बन जाती है.
लेकिन इस तरह की चुनौती से आप बड़ी आसानी से पार पा सकते हैं और अपनी सोलोप्रेन्योर की यात्रा को बेहद आसान और स्ट्रेसफ्री बना सकते हैं. आपके बिजनेस की ग्रोथ में तेजी तभी आएगी जब आप काम बढ़ाएंगे. लेकिन आप सोलोप्रेन्योर के तौर पर काम करते हुए कैसे काम को बढ़ा सकते हैं? दरअसल आपको दूसरे सोलोप्रेन्योर्स या स्मॉल बिजनेस के साथ जुड़कर अपने व्यापार को आगे बढ़ाना होगा. इससे आपके काम में स्किल्स, मैनपावर, क्रीएटीव आइडियाज़ भी अधिक होंगे और आपके व्यापार का रेवेन्यू भी अधिक होगा. इस तरह से आप अपनी इस चुनौती को दूर कर सकते हैं.
2. काम की प्राथमिकता (Prioritization)
आप अपना स्टार्टअप बिजनेस (Best Small Business to Start) अकेले रन कर रहे हैं, जहाँ पर आप ही कंपनी के सीईओ भी हैं, मैनेजिंग डॉयरेक्टर भी हैं और एम्पलॉयी भी हैं. ऐसे में आपको सभी जरूरी टास्क अकेले करते हैं और आप मिस कर जाते हैं कि कौन से काम को आपको पहले करना है? कौन से काम को आप कुछ समय बाद कर सकते हैं? काम की प्राथमिकता तय नहीं हो पाती है, जिससे बिजनेक वैल्यू का स्तर भी नीचें आ जाता है और फिर यही सबसे बड़ी चुनौती बन जाती है.
इस चुनौती को दूर करने के लिए आपको अपने कामों की एक लिस्ट बनानी होगी. जो अधिक महत्वपूर्ण और जरूरी हैं, उन्हें लिस्ट में सबसे ऊपर रखें और जिन कामों को पूरा करने में कुछ समय बाकी है, ऐसे कामों को लिस्ट में दूसरे या तीसरे नंबर पर स्थान दें. अपने कामों की प्राथमिकता को तैयार करें और उसी के अनुसार सभी कामों को पूरा करें. इसके जरिए ही इस चुनौती से पार पाया जा सकता है और सोलोप्रेन्योर की अपनी जर्नी को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया जा सकता है.
3. अलग या एकांत महसूस करना (Feeling Disconnected)
सोलोप्रेन्योर के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है एक समय के बाद अलग या एकांत महसूस करना. लगातार काम करते रहना कई बार सोलोप्रेन्योर के लिए परेशानी जैसा हो जाता है. लंबे समय तक काम में लगे रहने की वजह से किसी से नहीं मिलना और हर वक्त गैजेट्स के साथ ही बिताना किसी भी सोलोप्रेन्योर के लिए एक समय के बाद उलझन बन जाता है.
इस समस्या का सबसे अच्छा और बेहतरीन उपाय है कि आपको ऐसे में किसी भी लाइव इवेंट या सेमिनार को ज्वाइन कर लेना चाहिए. अपने क्षेत्र से जुड़े किसी सेमिनार या वेबिनार का जब आप हिस्सा बनते हैं तो आप अपनी फील्ड से संबंधित नई जानकारियाँ भी प्राप्त कर लेते हैं और आपको अपने काम से कुछ समय के लिए ब्रेक भी मिल जाता है. मोटिवेशनल स्पीकर और बिजनेस कोच डॉ विवेक बिंद्रा (Motivational Coach for Entrepreneurs) बिजनेस से संबंधित बहुत से महत्वपूर्ण लाइव इवेंट और लाइव वेबिनार का आयोजन करते हैं, जिनमें आंत्रप्रेन्योर्स और सोलोप्रेन्योर्स के लिए बड़े बिजनेस टिप्स शामिल होते हैं. आप ऐसे किसी वेबिनार या इवेंट को ज्वाइन कर अपनी लर्निंग को दोगुना कर सकते हैं.
सोलोप्रेन्योर अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए अच्छी बिजनेस प्लानिंग बनाते हैं और उनमें सफलता भी पा लेते हैं लेकिन कई बार उनके लिए इन चुनौतियों से निपटना काफी मुश्किल हो जाता है. ये तीन चुनौतियाँ सोलोप्रेन्योर्स की सफलता की राह में बड़ी बाधाएं उत्पन्न कर जाती हैं. लेकिन इनसे निपटारा भी पाया जा सकता है और बिजनेस को सोलोप्रेन्योर के तौर पर ही आगे भी बढ़ाया जा सकता है. बस आपको अपने तरीके बदलने होंगे.
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में किन्ही जटिल और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो आप Problem Solving Course के माध्यम से उन्हें दूर कर सकते हैं और अपने कारोबार को परेशानीमुक्त कारोबार बना सकते हैं.