नए उद्यमियों की मदद के लिए 1000 करोड़ रुपये के ‘स्टार्टअप इंडिया सीड फंड’ की घोषणा
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये स्टार्टअप्स के साथ बातचीत की और ‘प्रारंभ: स्टार्टअप इंडिया इंटरनेशनल समिट’ को संबोधित किया. इस मौके पर पीएम मोदी ने नए उद्यमियों को आर्थिक तौर पर मदद पहुंचाने के लिए 1000 करोड़ रुपये के स्टार्टअप इंडिया सीड फंड की घोषणा की. उन्होंने बताया कि सरकारी खरीद पोर्टल जीईएम पर रजिस्टर्ड 8 हजार स्टार्टअप्स ने 2300 करोड़ रुपए का व्यापार किया है. Startup Tips: अपने र्स्टाटअप को बड़ी कंपनियों से अलग बनाने के लिए करें ये 4 काम
पीएम मोदी ने एक हजार करोड़ रुपये के साथ स्टार्टअप इंडिया सीड फंड शुरू करने की घोषणा की, ताकि स्टार्टअप्स के लिए शुरुआती पूंजी कोई कमी न हो. इससे नए स्टार्टअप शुरू करने और उसे आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी. पहले से ही फंड ऑफ फंड्स स्कीम स्टार्टअप्स को इक्विटी कैपिटल जुटाने में मदद कर रही है. सरकार गारंटी के जरिए पूंजी जुटाने में भी स्टार्टअप्स की मदद करेगी.
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ‘युवाओं का, युवाओं द्वारा युवाओं के लिए’ (ऑफ द यूथ, बाई द यूथ, फॉर द यूथ) के मंत्र के आधार पर एक स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने के लिए काम कर रहा है, हम अगले पांच वर्षों के लिए अपने लक्ष्यों को तय करें और यह लक्ष्य होना चाहिए कि हमारे स्टार्टअप्स, हमारे यूनिकॉर्न वैश्विक दिग्गज के रूप में उभरें और भविष्य की तकनीक का नेतृत्व करें.
पीएम मोदी ने कहा कि स्टार्टअप्स आज व्यवसाय की जनसांख्यिकीय विशिष्टता (Demographic Characteristics) को बदल रहे हैं. उन्होंने बताया कि भारत में 44 प्रतिशत मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स में महिलाएं निदेशक हैं और इन स्टार्टअप में काम करने वाली महिलाओं की संख्या बहुत ज्यादा है. इसी तरह, 45 प्रतिशत स्टार्टअप्स टियर-2 और टियर-3 शहरों में आते हैं, जो स्थानीय उत्पादों के ब्रांड एंबेसडर की तरह काम कर रहे हैं. हर राज्य अपनी स्थानीय संभावनाओं के हिसाब से स्टार्टअप्स को मदद और संरक्षण दे रहे हैं और आज देश के 80 प्रतिशत जिले स्टार्टअप इंडिया मूवमेंट से जुड़े हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, इसका नतीजा हमारे सामने है क्योंकि पहले की सोच ‘आप नौकरी क्यों नहीं करते हैं? स्टार्टअप क्यों?’ अब बदलकर ‘नौकरी ठीक है, लेकिन अपना स्टार्टअप क्यों नहीं शुरू करते!’ हो गई है. उन्होंने आगे कहा 2014 में भारत के केवल 4 भारतीय स्टार्टअप्स ‘यूनिकॉर्न क्लब’ में शामिल थे, लेकिन आज 30 से ज्यादा स्टार्टअप्स, 1 बिलियन मार्क को पार कर चुके हैं.
प्रधानमंत्री ने बताया कि जीईएम पोर्टल के माध्यम से स्टार्टअप्स को नए अवसर मिल रहे हैं, क्योंकि जीईएम पोर्टल पर 8 हजार स्टार्टअप पंजीकृत हैं और उन्होंने जीईएम के जरिए 2300 करोड़ रुपये का कारोबार किया है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जीईएम पर स्टार्टअप की मौजूदगी सिर्फ बढ़ेगी. इससे स्थानीय विनिर्माण, स्थानीय रोजगार और स्टार्टअप शोध व नवाचार में बेहतर निवेश को बढ़ावा मिलेगा.