बजाज चेतक: एक युग का सफर, उदय से पतन तक
अगर आपका जन्म 90 के दशक या उससे पहले हुआ है, तो आप बजाज चेतक स्कूटर के बारे में जरूर जानते होंगे। आपने भले ही इसे चलाया हो या नहीं, लेकिन इसकी मशहूर जिंगल "बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर - हमारा बजाज" तो जरूर गुनगुनाई होगी। यह स्कूटर भारतीय सड़कों का राजा था और दशकों तक मिडिल क्लास परिवारों की पहली पसंद बना रहा। लेकिन ऐसा क्या हुआ कि एक समय का यह आइकॉनिक स्कूटर सड़कों से पूरी तरह गायब हो गया? आइए जानते हैं इसके उत्थान और पतन की पूरी कहानी।
बजाज चेतक की शुरुआत
1972 में, बजाज ऑटो कंपनी ने अपना पहला स्कूटर बजाज चेतक लॉन्च किया। इसका नाम महान योद्धा महाराणा प्रताप के वीर घोड़े 'चेतक' के नाम पर रखा गया था। बजाज ऑटो की स्थापना 1945 में जमुनालाल बजाज ने की थी, जो शुरुआत में विदेशी टू-व्हीलर और थ्री-व्हीलर इम्पोर्ट कर भारत में बेचती थी। लेकिन 1968 में, कंपनी ने अपना खुद का टू-व्हीलर और थ्री-व्हीलर बनाने का लाइसेंस हासिल कर लिया और 1972 में बजाज चेतक को लॉन्च किया। यह स्कूटर इटैलियन कंपनी पियाजियो के वेस्पा स्कूटर पर आधारित था।
बजाज चेतक की सफलता के कारण
बजाज चेतक के शुरुआती मॉडल में 145cc का 2-स्ट्रोक इंजन था, जिसे 2002 में 4-स्ट्रोक इंजन से अपडेट किया गया। इसमें चार-स्पीड गियर थे, 90 किमी/घंटा की टॉप स्पीड और 62 किमी/लीटर का माइलेज था। लेकिन इसकी सफलता सिर्फ इसके फीचर्स तक सीमित नहीं थी। इसके पीछे कई कारण थे:
डिमांड और वेटिंग पीरियड
बजाज चेतक की लोकप्रियता इतनी ज्यादा थी कि इसे खरीदने के लिए लोगों को महीनों या सालों तक इंतजार करना पड़ता था।
बजाज चेतक का पतन क्यों हुआ?
1990 के दशक के अंत तक, भारतीय टू-व्हीलर बाजार में बदलाव आने लगा। कई नई कंपनियां आईं और ग्राहकों को अधिक आधुनिक और किफायती विकल्प मिलने लगे। बजाज चेतक के पतन के कुछ प्रमुख कारण ये थे:
बजाज चेतक की वापसी – इलेक्ट्रिक स्कूटर
2019 में बजाज ने चेतक का इलेक्ट्रिक वर्जन (Chetak Electric) लॉन्च करके इसे फिर से जीवंत करने की कोशिश की। लेकिन महंगे दाम, पुरानी टेक्नोलॉजी और डिज़ाइन की खामियों के कारण यह ज्यादा लोकप्रिय नहीं हो सका।
निष्कर्ष
बजाज चेतक भारतीय ऑटोमोबाइल इतिहास का एक गौरवशाली अध्याय है। यह केवल एक स्कूटर नहीं, बल्किभारतीय मिडिल क्लास का सपना था। इसकी जगह अब नए स्कूटर्स और बाइक्स ने ले ली है, लेकिन इसकी यादें आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं।
क्या आपने भी कभी बजाज चेतक चलाया है? या इससे जुड़ी कोई खास याद है? हमें कमेंट में जरूर बताइए!