अक्सर माना जाता है कि किसी महिला का शादी और बच्चे होने के बाद करियर खत्म हो जाता है। लेकिन इस धारणा को गलत साबित करने का काम किया है तमिल नाडु की शहनाज इलियास ने। उन्होंने अपना करियर प्राईवेट जॉब से शुरू किया, कुछ समय बाद उन्होंने प्रेगनेंसी की वजह से लीव ले ली। लेकिन इन छुट्टियों में भी सिर्फ आराम करने की बजाय उन्होंने इसका सही इस्तेमाल किया। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की और आखिरकार वो पहले ही प्रयास में यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पास करने में कामयाब हो गईं। प्रेगनेंसी के बाद उन्होंने आईपीएस बनने का रास्ता चुना और अपनी मंज़िल को पा लिया। उन्होंने उन लोगों को गलत साबित किया जो यह मानते थे कि लड़कियों का करियर शादी और बच्चे के बाद खत्म हो जाता है। लेकिन शहनाज इलियास के लिए आईपीएस ऑफिसर बनने का यह सफर आसान नहीं था। आइए जानते हैं उनके जीवन के प्रेरक सफर के बारे में।
शुरू से ही करना चाहती थी समाज सेवा
तमिलनाडु की रहने वाली शहनाज इलियास 5 सालों तक कॉरपोरेट फर्म के आईटी सेक्टर में काम करती रहीं। हालांकि, 9 से 5 की नौकरी उनके लिए उपयुक्त नहीं थी। लेकिन प्राइवेट जॉब करते हुए भी उनका मन कुछ ऐसा काम करने को था जिससे समाज की सेवा हो सके। इसलिए वो अपनी प्राईवेट जॉब से ज्यादा खुश नहीं थी। इसी बीच उनकी शादी हो गई लेकिन फिर भी वो जॉब करती रहीं।
प्रेगनेंसी लीव में की यूपीएससी की तैयारी
शहनाज ने 5 साल जॉब करने के बाद प्रैंगनेंसी लीव ली। लेकिन एक ओर जहां अक्सर महिलाएं इस दौरान आराम करती हैं वहीं शहनाज इलियास के मन में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी का ख्याल आया। इसके बाद प्रेगनेंसी के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। प्रेगनेंसी के नौंवे महीने में उन्होंने प्री एग्जाम दिया और पहली बार में ही पास हो गईं।
पहले ही प्रयास में पास की परीक्षा
शहनाज ने परिवार के सहयोग से यूपीएससी की तैयारी की। इसके बाद शहनाज ने अन्य प्रतियोगियों की तरह अपना एक टाइम टेबल बनाया और अनुशासन के साथ उस पर काम करना शुरू किया। अपनी प्रेगनेंसी के 9वें महीने में उन्होंने यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा दी और अपने पहले ही प्रयास में सफल हो गईं। इसी बीच उन्होंने बेटी को जन्म दिया। बच्चे को संभालना और यूपीएससी मेन्स परीक्षा की तैयारी करना उनके लिए काफी मुश्किल भरा था लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। वे समझ गईं थीं कि वे इस परीक्षा को भी पास कर सकती हैं। इसलिए उन्होंने परिवार की मदद से अपनी बेटी को संभाला और परीक्षा की जमकर तैयारी की। आखिरकार साल 2020 में 217वीं रैंक के साथ उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की और आईपीएस ऑफिसर बन गईं।
शहनाज इलियास ने साल 2020 में पहले ही प्रयास में ही सिविल सर्विस एग्जाम पास कर लाखों लोगों के लिए एक मिसाल पेश की। उन्होंने उन महिलाओं के लिए भी करियर बनाने के नए रास्ते खोल दिए जो शादी और बच्चे होने के बाद अपना करियर खत्म कर लेती हैं। आज वो लाखों लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से सफलता की नई कहानी लिखी है।
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