एक आंत्रप्रेन्योर होना वास्तव में जितना बेहतरीन हैं, उतना ही कठिन भी है, क्योंकि बहुत सी बड़ी और महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का ताज़ एक आंत्रप्रेन्योर के सिर पर होता है. आंत्रप्रेन्योर को अपने व्यापार को आगे बढ़ाने और सफलता दिलाने के लिए नई स्ट्रेटेजी का निर्माण भी करना होता है. लगातार मिलने वाले टास्क और जिम्मेदारियाँ कई बार आंत्रप्रेन्योर की परेशानी की बड़ी वजह भी बन जाती हैं. बहुत बार आंत्रप्रेन्योर अपनी दिनचर्या में एक के बाद एक कठिन टास्क होने की वजह से डिमोटिवेट भी हो जाता है. अगर आप भी आंत्रप्रेन्योर हैं और काम के बीच अक्सर डिमोटिवेटेड होते हैं तो ऐसा महसूस करने वाले आप अकेले नहीं हैं. लेकिन ऐसी स्थिति में आपको क्या करना चाहिए, इसकी जानकारी आपको जरूर होनी चाहिए क्योंकि इस तरह की स्थिति को खुद पर अधिक समय के लिए आपको हावी नहीं होने देना चाहिए. चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको पांच ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं, जो एक आंत्रप्रेन्योर को हमेशा मोटिवेट करने का काम करेंगे और आप अपने बिजनेस को मोटिवेटेड रहकर सफलता दिला सकते हैं.
1. पर्सनल गोल का करें निर्माण (Set Your Personal Goal)
अपने बिजनेस को शुरू करने और एक ब्रांड के रूप में उसे स्थापित करने के लिए आपने निश्चित ही एक प्लान जरूर बनाया होगा. किस तरह से आपको अपने व्यवसायिक लक्ष्यों को हासिल करना है, उसके लिए भी आपने रणनीतियाँ बनायी होंगी. लेकिन खुद के लिए किसी भी तरह की प्लानिंग या किसी गोल का निर्माण आपने शायद ही किया होगा. वैसे ऐसा करने वाले आप अकेले आंत्रप्रेन्योर नहीं हैं. बिजनेस की शुरूआत करने वाले लगभग हर व्यापारी खुद के लिए गोल बनाने में अक्सर देरी ही करते हैं. लेकिन ऐसा करना किसी भी व्यवसायी के लिए ठीक नहीं है, इसलिए आपको अपने लिए पर्सनल गोल का भी निर्माण करना चाहिए. आपका पर्सनल गोल म्युजिक सीखना, ट्रेवल करना या फिर खुद की फिटनेस का भी हो सकता है. जब आप अपने लिए इस तरह का पर्सनल गोल बनाते हैं तो आपका पर्सनल गोल ही आपको मोटिवेट करने का काम करता है.
2. किताबों को बनाएं अपना ख़ास दोस्त (Make a Habit of Reading Books)
किताबें हर व्यक्ति की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं. अगर आप अच्छे रीडर हैं तब तो यह और भी अच्छी बात है. आपको उन किताबों का चुनाव करना चाहिए जो आपको बिजनेस की समझ भी दें और आपको मोटिवेटेट भी रखें. भारत में ऐसे बहुत से प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर (Best Motivational Speaker in India) हैं, जो बिजनेस की बारीकियाँ भी सिखाते हैं और मोटिवेशन गुरू की भूमिका भी बखूबी निभाते हैं. आपको अच्छे मोटिवेशनल स्पीकर द्वारा लिखी गई किताबों को पढ़ना चाहिए. इसके अलावा आप किसी बड़े आंत्रप्रेन्योर की बॉयोग्राफी को भी पढ़ सकते हैं, लेकिन आपको पढ़ने की आदत जरूर ड़ालनी चाहिए. आपकी यह आदत आपको हमेशा ही मोटिवेट रखने का काम करेगी.
3. ट्रेनिंग का बनें हिस्सा (Attend Training Sessions)
ऐसा जरूरी नहीं है कि आप हर काम में दक्षता रखते हों. ऐसा हो सकता है कि आपको किन्हीं कामों में महारत हासिल हो और आपसे बेहतर उस काम को शायद ही कोई दूसरा व्यक्ति कर पाये, लेकिन कुछ दूसरे महत्वपूर्ण गुणों की आपमें कमी हो सकती है. इसलिए जरूरी है कि समय-समय पर ट्रेनिंग लेते रहें. बहुत से कोर्पोरेट ट्रेनर (Best Corporate Trainer in India) बिजनेस ट्रेनिंग उपलब्ध कराते हैं. आपको उन ट्रेनिंग का हिस्सा बनकर बिजनेस की बड़ी बारीकियों को सीखना चाहिए. जब आप ट्रेनिंग का हिस्सा बनेंगे तो आपको लर्निंग भी मिलेगी और साथ ही आपके कनेक्शन भी बनेंगे.
4. अपने लिए निकालें समय (Take Time for Yourself)
बिज़नेस को शुरू करना किसी भी व्यापारी के लिए आसान नहीं होता है. आंत्रप्रेन्योर को अनेकों जिम्मेदारियाँ और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. इन सभी के बीच कई बार आंत्रप्रेन्योर अपने लिए समय नहीं निकाल पाते हैं और लगातार काम करते रहना भी कई बार हताशा और निराशा की वजह बन जाता है. ऐसी स्थिति में बेहतर होगा कि आप अपने लिए भी समय निकाले और उन कामों को करने में अपना समय बिताएं, जिन्हें पूरा करके आपको खुशी मिलती हो. उन लोगों से मिले, जिन्हें आप लंबे समय से नहीं मिले हैं, परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं. अक्सर परिवार और दोस्त भी आपके मोटिवेशन की बड़ी वजह बन जाते हैं.
5. फिटनेस को बनाएं अपना अहम हिस्सा (Set Your Goal for Fitness)
फिटनेस किसी भी सामान्य व्यक्ति को ऊर्जावान रखने के साथ ही मोटिवेशन भी प्रदान करती है. आंत्रप्रेन्योर के लिए फिटनेस किसी सक्सेस मंत्र के जैसा ही साबित हो सकता है. आपको नियमित तौर पर एक्सासाइज को अपने जीवन का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए. हर रोज अपने वर्क आउट के लिए नियम बनाना चाहिए. आपकी यही दिनचर्या आपको मोटिवेट भी रखेगी और आपके काम पर अधिक फोकस करने में भी आपकी मदद करेगी पाएंगे.
आंत्रप्रेन्योर को हमेशा मोटिवेटेड रहने के लिए अपने लक्ष्य को याद रखना चाहिए. आखिर क्यों उसने एक आंत्रप्रेन्योर की जर्नी को चुना है और उसे क्यों उस लक्ष्य को पाना है? हर आंत्रप्रेन्योर को सबसे पहले इन्हीं सवालों के जवाब तलाशने चाहिए. इनके सही जवाब ही आंत्रप्रेन्योर को सबसे ज्यादा मोटिवेशन देते हैं, लेकिन इन पांच तरीकों के माध्यम से भी आंत्रप्रेन्योर कठिन समय में मोटिवेशन पा सकते हैं.
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में किन्ही जटिल और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं. आप चाहते हैं कि बिजनेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिजनेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको Business Coaching Program का चुनाव जरूर करना चाहिए. इसके लिए आप अपने बिजनेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिजनेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं.