कोविड (Covid 19) कि वजह से पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर की सभी कंपनियों के काम करने का अंदाज बदल गया है. जहाँ इम्पलॉयी ऑफिस में पहुंच कर अपने काम को पूरा किया करते थे, वहीं अब सभी इम्पलॉयी अपने घरों को ही ऑफिस बना चुके हैं और वहीं से काम को पूरा कर रहे हैं. लेकिन घर से काम करने के अपने फायदे और नुकसान है क्योंकि लॉकडाउन घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं देता है और घंटों केवल एक स्क्रीन को देखते हुए काम करते रहना किसी भी व्यक्ति को हतोत्साहित करने का काम कर सकता है. ऐसी स्थिति का सीधा असर इम्पलॉयी के काम और उसके स्वास्थ्य पर पड़ता है. यहाँ महत्वपूर्ण है कि इम्पलॉयी को समय-समय पर मोटिवेशन मिलती रहे. चलिए इस आर्टिकल में बात करते हैं कि कैसे वर्क फ्रॉम होम में इम्पलॉयी को मोटिवेट किया जा सकता है और इम्पलॉयी की प्रोडक्टिविटी को बेहतर बनाया जा सकता है.

इम्पलॉयी को मोटिवेट करने के तरीके (Types of Motivation for Your Employees)

मोटिवेशन हर व्यक्ति के लिए ठीक उसी तरह काम करती है, जिस तरह से किसी बीमार व्यक्ति के लिए दवाईयाँ काम करती हैं. आपको भी इम्पलॉयी को वर्क फ्रॉम होम के दौरान मोटिवेट करते रहना होगा. मोटिवेट करने के वैसे तो कई तरीके हैं, लेकिन दो तरीकों को सबसे खास माना जाता है.

आंतरिक मोटिवेशन (Intrinsic Motivation)

कोई भी व्यक्ति जब अंदर से खुशी महसूस करता है तो वह उसकी वास्तविक खुशी होती है. ठीक उसी तरह से आंतरिक मोटिवेशन होता है जो किसी को भी भीतरी तौर पर मोटिवेट करने का काम करता है. जब इम्पलॉयी आंतरिक तौर पर मोटिवेट होता है तो वह खुद ही बेहतर परफार्म करता है. लेकिन सवाल है कि यह आंतरिक मोटिवेटश इम्पलॉयी को किस तरह से मिलती है? इसी बात को समझते हैः-

  • स्किल्सः- जब इम्पलॉयी को उसके स्किल्स को निखारने का अवसर मिलता है, तो वह हर काम बड़े पैशिनेट तरीके से करता है और समय पर अपने सारे टास्क पूरे करता है, लेकिन अगर काम में सीखने का अवसर कम हो और टास्क में निरंतरता (Repetitiveness) ज्यादा हो तो वह टास्क इम्पलॉयी के लिए बोरियत भरा बन जाता है. यहाँ ध्यान देना होगा कि टास्क में नयापन हो और यह इम्पलॉयी के स्किल्स में बढ़ोतरी देने के साथ ही उन्हें निखारने का काम भी करे.
  • कार्य में स्वतंत्रता (Autonomy)- क्या इम्पलॉयी के पास उसके टास्क को पूरा करने की स्वतंत्रता है? क्योंकि टास्क में मिली फ्रीडम भी उसे काम के प्रति प्रेरित और मोटिवेट रखने का काम करती है. जब आप उन्हें ऐसा करने देंगे तो वो मोटिवेटेट फील करेंगे.
  • फीडबैक (Feedback)- फीडबैक इम्पलॉयी और कंपनी दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है. इम्पलॉयी को उसके काम की प्रोग्रेस और उसके फीडबैक के बारे में जरूर बताएं. सकारात्मक फीडबैक भी इम्पलॉयी के भीतर ऊर्जा भरने का काम करता है.
  • काम का प्रभाव (Impact of the Task)- जब इम्पलॉयी के काम का असर लोगों की जिंदगी पर पड़ता है या फिर उसके काम का सीधे तौर पर कंपनी पर प्रभाव ड़ालता है तो इसे इम्पलॉयी के साथ जरूर शेयर किया जाना चाहिए. यह भी इम्पलॉयी में ऊर्जा भरने का काम करता है. 

बाहरी मोटिवेशन (Extrinsic Motivation)

इम्पलॉयी को काम के लिए मिली प्रेरणा या उसकी मेहनत पर दिया जाने वाला अवार्ड उसे काफी मोटिवेट करता है, लेकिन इसे बाहरी मोटिवेशन के तौर पर जाना जाता है. यह भी इम्पलॉयी के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है. लॉकडाउन में इम्पलॉयी को मोटिवेट रखने का यह भी बेहद शानदार तरीका है.

  • रिवार्डः- बेहतरीन काम के एवज में जब इम्पलॉयी को उपहार स्वरूप कुछ दिया जाए तो यह उसके काम को सम्मान देने और इम्पलॉयी में सकारात्मकता भरने का काम करता है.  उसके काम को मिला रिवार्ड उसे अपनी परफार्मेंस को और भी बेहतर करने के लिए तैयार करता है. साथ ही इससे दूसरे इम्पलॉयी को भी प्रेरणा मिलती है.
  • बात करते रहनाः- लगातार किया जाने वाला वार्तालाप हर रिलेशन को बेहतर बनाने का काम करता है. आपको भी अपने इम्पलॉयी के साथ समय-समय पर बातचीत करते रहना चाहिए. फोन कर काम के बारे में पूछने के साथ ही उनके और उनके परिवार के स्वास्थ्य का हाल जानना एक बेहतर रिलेशन का निर्माण करता है. अगर इम्पलॉयी के बीच कम्यूनिकेशन गैप आता है तो इसका असर काम और इम्पलॉयी दोनों पर होगा. इसलिए इम्पलॉयी के साथ बातचीत करते रहना चाहिए.
  • भरोसा करें (Believe on them)- आपको अपने इम्पलॉयी पर भरोसा दिखाना होगा. इम्पलॉयी को यह बात कई हद तक मोटिवेट करने का काम करती है, जब वह जानता है कि उसका लीडर उसके द्वारा लिए गए निर्णय पर भरोसा जरूर दिखाएगा.
  • टास्क में मददः- इम्पलॉयी के द्वारा किया गया टास्क अगर किन्ही कारणों से अधूरा रह जाए तो आपके द्वारा की गई मदद भी उसके लिए मोटिवेट करती है. आपके द्वारा की गई मदद उसके काम को पूरा करके उसे मोटिवेट भी करेगी और वह आपके प्रति कृतज्ञा भी जाहिर करेगा.

लॉकडाउन में वर्क फ्रॉम होम के कल्चर को इन तरीकों के माध्यम से सफलता दिलायी जा सकती है. यह तरीके इम्पलॉयी को मोटिवेट करने का काम भी करेंगे और उनकी प्रोडक्टिविटी को भी बढ़ाएंगे. दिए गए टिप्स के माध्यम से आप इम्पलॉयी में सकारात्मक ऊर्जा भरने का काम कर सकते हैं.

लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा अगर आप बिज़नेस करते हैं और बिज़नेस में किन्ही जटिल परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो उन सभी जटिल परेशानियों को आप Problem Solving Courses के माध्यम से दूर कर सकते हैं.  

वर्क फ्रॉम होम के दौरान इम्पलॉयी को मोटिवेट रखने के बेहतरीन तरीकों को जानने के लिए आप हमारे फ्री वेबिनार को भी ज्वाइन कर सकते हैं.

यहाँ क्लिक करे: www.facebook.com/badabusinesspvtltd.

दिन और समय: रविवार 30th May 2021 | 7 PM-8PM