एम्पलॉयी बनकर नौकरी की शर्तों में काम करना हर व्यक्ति का सपना नहीं होता है. कुछ व्यक्ति अपनी खुद की रणनीतियों और अपने नियम एवं शर्तों के आधार पर काम करना ज्यादा पसंद करते हैं. ऐसे व्यक्ति हमेशा खुद के स्टार्टअप बिजनेस का मन बनाते हैं और अपने बिजनेस की शुरूआत भी करते हैं. लेकिन स्टार्टअप बिजनेस की शुरूआत इतनी आसान नहीं होती है. बड़ी चुनौतियों और परेशानियों का सामना हर युवा आंत्रप्रेन्योर को करना पड़ता है. लेकिन बिजनेस को ग्रोथ दिलाने के लिए कुछ ऐसी स्ट्रेटेजीज़ भी हैं, जिनका सहारा लेकर अपने बिजनेस को ग्रोथ भी दिलायी जा सकती है और उसे सफल बिजनेस भी बनाया जा सकता है. चलिए हम इस लेख के माध्यम से आज आपको पांच ऐसी ग्रोथ स्ट्रेटेजीज़ के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें आपने शायद ही पहले कहीं सुना या पढ़ा होगा. हर सफल बिलेनियर्स आंत्रप्रेन्योर्स इन्ही रणनीतियों की मदद से अपने बिजनेस को ग्रोथ दिलाते हैं.

1. बिज़नेस सेल्स को बनाएं कस्टमर के लिए बेहद आसान (Make Your Business Sales Easy for Your Customers)

हर व्यापार का सबसे अहम हिस्सा सेल्स ही होती है. उसी के आधार पर आपका बिजनेस आगे बढ़ता है और ग्रोथ पाता है. लेकिन अगर आपके बिजनेस की सेल्स की बुनियाद ही ढ़ीली होगी तो कस्टमर को आकर्षित करना आपके लिए बेहद चुनौतीभरा काम हो जाएगा. इसलिए आपको सबसे पहला काम अपनी बिजनेस सेल्स को आसान बनाने के लिए ही करना होगा. जब कस्टमर को किसी प्रोडक्ट या सर्विस को खरीदने के लिए किन्हीं दिक्कतों का सामना करना पड़े तो अक्सर वह या तो खरीदार बदल लेता है या फिर परचेसिंग को कल पर टाल देता है. कस्टमर को हुई यही परेशानी आपके बिजनेस के लिए भी बड़ी परेशानी बन जाती है. इसलिए सबसे पहला काम आपको बिजनेस सेल्स को आसान बनाने का करना होगा.

2. मैनेजमेंट सिस्टम दिलाएगा आपके बिजनेस को ग्रोथ (Use Management Systems for Business Growth)

तकनीक ने हर व्यक्ति के जीवन को बेहद आसान बना दिया है. इसी तकनीक का फायदा आपको भी अपने बिजनेस में उठाना है. तकनीक आपके बिजनेस की कॉस्ट को कम करेगी और ज्यादा कस्टमर्स तक एक ही समय पर पहुंचने में आपकी भी मदद करेगी. मार्केट में कई ऐसे मैनेजमेंट सिस्टम मौजूद हैं, जो आपके बिजनेस को सिस्टेमेटिक बना सकते हैं. बिजनेस सिस्टेमेटिक होने पर आपकी मैनपावर कम होगी और आपके बिजनेस की कॉस्ट ऑटोमैटिक्ली कम होगी.  इसके साथ ही आप किन्ही बिज़नेस ट्रेनिंग प्रोग्राम्स (Business Training Program in India) के माध्यम से भी बिजनेस की नई तकनीकों का ज्ञान पा सकते हैं.

3. मार्केट की करें रिसर्च (Research the Market)

बाजार की नासमझी हर युवा व्यापारी के लिए पहली समस्या बनती है. अगर आप भी बाजार को न समझने की गलती से बचना चाहते हैं तो आपको मार्केट रिसर्च को अपनी रणनीतियों में सबसे पहले शामिल करना होगा. आपको मार्केट की अच्छी तरह से रिसर्च करनी होगी. अपने कॉम्पेटीटर्स और कस्टमर की हर छोटी बड़ी जानकारी को आपको प्राप्त करना होगा. आपके काम्पेटीटर्स किस तरह की रणनीतियों का सहारा लेते हैं और किस तरह से अपने टार्गेट कस्टमर तक पहुंच बनाते हैं, इन सभी बातों की जानकारी को आपको शुरूआत में ही प्राप्त करना होगा. अपने टार्गेट कस्टमर की अच्छी पहचान और मार्केट की बेहतरीन समझ ही आपको बिजनेस में सबसे आगे रखने का काम करेगी.

4. कस्टमर लोयलटी प्रोग्राम्स करेंगे बिजनेस की नींव को मजबूत (Customer Loyalty Programs will make your Business Strong)

कस्टमर का भरोसा किसी भी बिजनेस की नींव भी होता है और बिजनेस को आगे बढ़ाने का बेहतरीन माध्यम भी. कस्टमर जब आपके बिजनेस पर भरोसा करता है, तो वह कई तरीकों से आपके बिजनेस को फायदा पहुंचाने का काम करता है. अक्सर कस्टमर का भरोसा ही किसी भी बिजनेस की सेल्स को तीन गुना बढ़ाने का काम करता है. इसलिए आपको समय समय पर कस्टमर लोयल्टी प्रोग्राम्स की शुरूआत करनी चाहिए. कस्टमर लोयलटी प्रोगाम्स हर बिजनेस की नींव को मजबूत करते हैं. आपको उन प्रोग्राम्स की शुरूआत करनी होगी जो कस्टमर को अपने साथ जोड़ने का काम भी करते हों और उनमें भरोसे का निर्माण करते हों. भरोसेमंद कस्टमर आपके बिजनेस के लिए इनडॉयरेक्टली ब्रांड एम्बेसेडर की भूमिका भी निभाता है. वह जब आपके प्रोग्राम्स, प्रोडक्ट्स या सर्विस पर भरोसा करता है तो उनका सुझाव दूसरे कस्टमर को भी देता है और इसी के माध्यम से आपकी सेल भी बढ़ती है और बाजार में आपका बिजनेस एक ब्रांड के तौर पहचान बनाने का काम भी करता है.

5. ईमेल लिस्ट से मिलेगी बिजनेस को बड़ी तरक्की (Make a Business E-mail List)

बिज़नेस को आगे बढ़ाने और ग्रोथ दिलाने का सबसे बेहतरीन तरीका ईमेल लिस्ट तैयार करना भी है. आप ईमेल लिस्ट को तैयार कर अपने टार्गेट कस्टमर तक पहुंच सकते हैं और उनसे सब्क्राइब करा सकते हैं. लेकिन यहाँ पर आपको सबसे पहले अपने कान्टेंट पर अधिक ध्यान देना होगा. आपको ईमेल का सब्जेक्ट और बॉडी टैक्स्ट ऐसा रखना होगा जो आपके कस्टमर के फायदे की बात करता हो. ईमेल का कान्टेंट ऐसा होना चाहिए, जो कस्टमर को आकर्षित करने वाला हो. जब कान्टेंट मजबूत होगा तभी कस्टमर आपके ईमेल को पढ़ेगा. इसलिए आपको कान्टेंट की क्वालिटी को ध्यान में रख कर ही ईमेल लिस्ट को तैयार कर अपने टार्गेट कस्टमर तक पहुंचना होगा.

युवा आंत्रप्रेन्योर्स इन पांच स्ट्रेटेजीज़ के माध्मय से अपने बिजनेस को तरक्की भी दिला सकते हैं और अपने बिजनेस को एक ब्रांड के रूप में मार्केट में पहचान भी दिला सकते हैं. अगर आपके बिजनेस में चुनौतियाँ और परेशानियाँ हैं तो इन रणनीतियों के जरिए उन्हें आप दूर कर सकते हैं और बिजनेस को ग्रोथ दिला सकते हैं.

लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में किन्ही जटिल और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं. आप चाहते हैं कि बिजनेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिजनेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको Business Coaching Program का चुनाव जरूर करना चाहिए. इसके लिए आप अपने बिजनेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिजनेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं.