अगर आप किसी ऐसे बिजनेस आइडिया की तलाश में हैं, जिसमें पहले दिन से ही कमाई का रास्ता खुल जाए तो आपके लिए गैस एजेंसी खोलने का आइडिया सबसे बेहतर रहेगा. गैस एजेंसी के बिजनेस में खूब मुनाफा है, बस आपको इससे जुड़े सभी नियमों की जानकारी होनी चाहिए, इसके बाद आप आसानी से यह प्रॉफिटेबल बिजनेस शुरू कर सकते हैं. मुनाफे वाला यह कारोबार आसानी से शुरू किया जा सकता है. गैस कंपनियां समय-समय पर डीलरशिप प्रोग्राम चलाती हैं. आप डीलरशिप लेकर यह बिजनेस कर सकते हैं. गैस कंपनियों को डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बढ़ाने के लिए हर शहर और गांव में डीलर्स की जरूरत होती है.
देश में तीन सरकारी गैस कंपनियां इंडेन, भारत गैस और एचपी गैस हैं. ये तीनों कंपनियां डीलर्स तलाशने के लिए समय-समय पर विज्ञापन और नोटिफिकेशन जारी करती हैं. आपको इनके लिए आवेदन करना होगा. आवेदन करने के लिए मात्र 10वीं पास होना जरूरी है.
गैस एजेंसी शुरू करना कुछ कठिन काम नहीं है, बस आपको इसके लिए पैसों की आवश्यकता होगी. एक अच्छे निवेश के बाद आप यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं. आपके शहर, गांव के हिसाब से इसकी कीमत अलग अलग हो सकती है. इसके अलावा आपके पास गैस एजेंसी के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए.
तेल कंपनियों की तरफ से जारी नई गाइडलाइंस में अब 60 साल की उम्र तक कोई भी व्यक्ति गैस एजेंसी के लिए आवेदन कर सकता है. गैस एजेंसी से आपको रेगुलर इनकम मिलेगी और यह बिजनेस कभी फ्लॉप भी नहीं होता है. इस बिजनेस के लिए आपको कई कानूनी कार्रवाई पूरी करनी होंगी, जिसमें काफी समय लग सकता है.
विभिन्न प्रकार के एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर
शहरी वितरक: इस प्रकार के वितरक केवल शहरी क्षेत्रों में काम करते हैं.
रुर्बन वितरक: इस प्रकार के डिस्ट्रीब्यूटर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में वितरण करते हैं. ये वितरक शहरों और शहरों की सीमा से लगे गावों में 15 किलोमीटर तक गैस वितरित करते हैं.
ग्रामीण वितरक: इस प्रकार के एलपीजी गैस वितरक केवल ग्रामीण क्षेत्रों में गैस वितरित करते हैं.
दुर्गम क्षेत्रीय वितरक: इस प्रकार के वितरक दुर्गम क्षेत्रों में गैस वितरण करते हैं. पहाड़ी क्षेत्र, वन क्षेत्र, द्वीप और कम आबादी वाले क्षेत्र इस प्रकार की डीलरशिप के अंतर्गत आते हैं.