भारत की अर्थव्यवस्था को बल देने और उसे ग्रोथ दिलाने के लिए एमएसएमई सेक्टर को भारतीय सरकार अधिक वरीयता देती है क्योंकि एमएमएसई सेक्टर अकेला ऐसा सेक्टर है, जो 1.3 मिलियन जॉब्स का निर्माण करता है. यही कारण है कि सरकार की ओर से भी एमएसएमई सेक्टर को गति देने और उसके विकास के लिए हर बार अनेक प्रयास किये जाते हैं. ऐसी बहुत सी योजनाएं (MSME Schemes) हैं, जो एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देने का काम करती है, लेकिन बावजूद इसके एमएसएमएई सेक्टर कई बड़ी चुनौतियों का सामना करता है और अपनी नीतियों को सही तरह से लागू नहीं कर पाता है. जिसकी वजह से वह असफलता का सामना भी करता है. आज बात ऐसी ही परेशानियाँ और मुश्किलों की करेंगे, जिनका सामना एमएसएमई सेक्टर फिलहाल कर रहा है. ऐसे कौन से कारण है, जिनकी वजह से एमएसएमई सेक्टर को इन परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हमारे आज के आर्टिकल में हम उन परेशानियों की बात करने वाले हैं.
1. बिजनेस के शुरुआती चरण में आने वाली परेशानियाँ (Problems in The Initial Phase)
स्टार्टअप बिजनेस (Startup Business Plan) का शुरुआत चरण किसी भी व्यापारी के काफी मुश्किल भरा होता है. स्टार्टअप बिजनेस को शुरू करने के लिए कई बार व्यापारी को संबंधित मंत्रालय या निगम से अनुमति की जरूरत होती है, लेकिन कठोर नियमों के चलते अनुमति मिलने में होने वाली देरी बहुत बार किसी भी व्यापारी का मनोबल कम करती है. जब आंत्रप्रेन्योर को समय पर मरमिट न मिले और काम की शुरुआत न हो तो ऐसी स्थिति भी व्यापारी के लिए बड़ी मुश्किल भरी हो जाती है. काम में होने वाली देरी स्टार्टअप बिजनेस में व्यापारी के लिए सबसे बड़ी मुश्किल उत्पन्न कर देती है.
2. आंत्रप्रेन्योर्स को फाइनेंस की कम समझ (Lack of Financial Knowledge)
बिज़नेस चाहे किसी भी सेक्टर और किसी भी प्रकार का क्यों न हो, जरूरी है कि आंत्रप्रेन्योर को फाइनेंस की अच्छी समझ हो. फाइनेंस की समझ के अभाव में कई बार व्यापारी अपने बिजनेस में कई गलत निर्णय ले लेते हैं, जो उनके बिजनेस के लिए सबसे ज्यादा हानिकारक साबित होते हैं. एमएसएमई बिजनेस की शुरुआत के लिए एमएसएमई लोन (MSME Loan Scheme for New Business) लेने के लिए भी जरूरी है की आपको फाइनेंस की समझ अच्छी हो. फाइनेंस की कम समझ भी आंत्रप्रेन्योर के लिए बड़ी मुश्किल बन जाती है और बिजनेस में बड़ी चुनौती के रूप में सामने आती है.
3. तकनीक की महत्ता को नज़रअंदाज करना (Unawareness About Technology)
तकनीक किसी भी व्यापार का अहम हिस्सा हो चुकी है क्योंकि तकनीक की मदद से बिज़ेनस को भी तरक्की भी दिलायी जा सकती है और कम समय में अधिक काम को पूरा किया जा सकता है. साथ ही अगर आपको कॉम्पेटीटर्स से आगे रहना है तो यहाँ पर भी आपको तकनीक ही आगे रख सकती है. इसलिए एमएसएमई स्टार्टअप बिजनेस (MSME Startup Business) में भी तकनीक को शामिल करना ही सबसे बेहतर निर्णय होता है, लेकिन अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो यही कमी आपके बिजनेस को पीछे लेकर जाने का काम करती है.
आंत्रप्रेन्योर्स को एमएसएमई स्टार्टअप बिजनेस की शुरुआत में इन परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन शुरुआत में ही इन मुश्किलों पर ध्यान देकर आप इन्हें दूर भी कर सकते है और एक सही दिशा में बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं.
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में किन्ही जटिल और मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं. आप चाहते हैं कि बिजनेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिजनेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको Business Coaching Program का चुनाव जरूर करना चाहिए. इसके लिए आप अपने बिजनेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिजनेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं.