एक समय पर पूंजी के अभाव में बिजनेस की शुरुआत करना किसी भी व्यापारी के लिए सबसे बड़ी चुनौती हुआ करता था. लेकिन बढ़ते स्टार्टअप बिजनेस और उनकी भूमिका को देखते हुए सरकार द्वारा शुरू की गई कई स्कीमों ने व्यापारियों की उन चुनौतियों को दूर करने का काम किया है. आज अगर आपके पास कोई अच्छा स्टार्टअप बिजनेस प्लान (Startup Business Plan) है तो आप आसानी से एमएसएमई स्कीमों के माध्यम से लोन पाकर अपने बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं.

छोटे और मझोले व्यापारियों को बढ़ावा देने के लिए ऐसी कई एमएसएमई स्कीमें (MSME Schemes) हैं, जो आसान किश्तों और सामान्य ब्याज दरों पर स्टार्टअप बिजनेस की शुरुआत और उन्हें विकसित करने में व्यापारी की मदद करती हैं. महिला व्यापारियों के लिए तो कुछ स्कीमों में अच्छी रियायतें भी उपलब्ध हैं. अगर आपके पास भी बिजनेस का कोई अच्छा प्लान है तो इस आर्टिकल की मदद से आप उसे शुरू करने के तरीकें जानने वाले हैं. आज हम आपको कुछ एमएसएमई स्कीमों के बारे में बताने वाले हैं, जो स्टार्टअप के लिए लोन दिलाने में मदद करती हैं.

1. मुद्रा योजना (MUDRA Loan)

स्टार्टअप बिजनेस को बढ़ावा देने वाली योजनाओं में इस योजना को सबसे अच्छी योजना माना जाता है. एमएसएमई बिजनेस प्लान (MSME Business Plan) के लिए यह सरकारी स्कीम बेहद अच्छी स्कीम है. मुद्रा स्कीम के माध्यम से दस लाख तक की राशि लोन के जरिए बिजनेस शुरू करने के लिए जुटायी जा सकती है. इस योजना को शिशु, किशोर और तरुण,  तीन नाम देकर तीन चरणों में बांटा गया है. मुद्रा स्कीम के तहत जुटाए जाने वाले लोन के लिए किसी प्रकार की गारंटी या सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं होती है. साथ ही इस लोन को तीन से पांच साल की समयावधि में ईएमआई के माध्यम से वापस किया जा सकता है.

  1. शिशुः- शिशु कैटेगिरी के जरिए बिजनेस को शुरू करने के लिए 50 हजार तक की रकम लोन लेकर जुटायी जा सकती है.
  2. किशोरः- इस कैटेगिरी में किसी चालू बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए 5 लाख तक का लोन लिया जा सकता है.
  3. तरुणः- इस कैटेगिरी में उन व्यापारियों को रखा गया है, जिनका बिजनेस अच्छी अवस्था में है और उन्हें अपने फील्ड की अच्छी जानकारी भी है, लेकिन बिजनेस को विस्तार देने के लिए फंड की मदद चाहते हैं. इस कैटेगिरी के तहत 10 लाख तक का लोन लिया जा सकता है.

इस स्कीम का लाभ छोटे स्तर पर किसी प्रोडक्ट का निर्माण करने वाले व्यापारी, रिटेलर्स और थोक विक्रेता (Wholesalers) उठा सकते हैं. इस स्कीम का लाभ लेकर व्यापारी अपने कारोबार को शुरू करने का काम लगातार कर रहे हैं.

2. स्टैंडअप ंडिया स्कीम (Stand-up India Scheme)

स्टैंडअप इंडिया स्कीम, स्टार्टअप इंडिया स्कीमों से थोड़ी अलग स्कीम है. यह देश के ऐसे लोगों को व्यवसायिक तौर पर बढ़ावा देने का काम करती है, जो माईनोरिटी यानि की पिछड़े तबके से आते हैं. जैसे की एससी (SC), एसटी (ST) या फिर महिलाओं को विकसित और व्यापारिक जगत में उन्हें आगे बढ़ाने के लिए यह योजना मदद करती है. इसलिए यह स्कीम बाकी की स्कीमों से अलग है. स्टैंडअप इंडिया योजना के तहत मिलने वाली लोन की राशि 10 लाख से एक करोड़ की हो सकती है. लोन पर दी जाने वाली ब्याज दर 3 प्रतिशत है और कुछ मामलों में छूट का प्रावधान भी है. अगर स्टार्टअप की शुरुआत पहली बार की जाती है तो बिजनेस की शुरुआत में आने वाली 75% लागत इस योजना के अंतर्गत आती है. इस लोन का लाभ लेने के लिए आप स्टैंडअप इंडिया पोर्टल पर जाकर पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

3. कोलेट्रल फ्री लोन योजना (Collateral-free Loan)

छोटे व्यापारियों और स्टार्टअप बिजनेस के लिए यह योजना भी बेहतरीन योजनाओं में से एक हैं जो व्यापार को गति देने और उसे आगे बढ़ाने में सबसे ज्यादा मदद करती है. इस योजना के तहत मिलने वाले लोन के लिए आपको किसी भी प्रकार की सिक्योरिटी या गारंटी की आवश्यकता नहीं होती है. कोलेट्रल योजना की इस खास बात के लिए ही इस योजना को कवच योजना के नाम से भी जाना जाता है. इसमें व्यापारी या व्यक्ति को 45 लाख तक की लोन राशि दी जाती है. ब्याज दरें मार्केट रेट के आधार पर या बैंक की ब्याज दरों के अनुसार होती हैं. साथ ही इस योजना के अंतर्गत मिलने वाले लोन को चार साल तक की समय सीमा में चुकाया जा सकता है.

4. पीएमईजीपी स्कीम (PMEGP Scheme)

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन प्रोग्राम (Prime Minister Employment Generation Program - Loan with Subsidy) एक ऐसी स्कीम है, जिसकी शुरुआत युवाओं को ध्यान में रख कर की गई है. इस स्कीम को ज्यादा खास इसमें दी जाने वाली सब्सिडी बनाती है. पीएमईजीपी योजना से ग्रामीण और शहर में रहने वाले युवा लाभ उठा सकते हैं. अगर व्यापारी सर्विस आधारित स्टार्टअप बिजनेस की शुरुआत करना चाहते हैं तो 10 लाख तक की लोन राशि पा सकते हैं और अगर मैन्यूफैक्चरिंग के जुड़े बिजनेस को शुरू करने का विचार है तो आपको 25 लाख तक की लोन राशि इस योजना के अंतर्गत मिल जाएगी. साथ ही व्यापारी को बिजनेस पर 15 से 35 प्रतिशत की सब्सिडी का भी फायदा मिलेगा. इस योजना में ब्याज दरें अलग-अलग बैंकों के आधार पर निर्धारित की गई हैं.

स्टार्टअप बिजनेस की शुरुआत के लिए व्यवसायी इनमें से किसी भी लोन स्कीम का सहारा ले सकता है और अपने कारोबार को शुरू कर सकते हैं. इन स्कीमों से जुटाया गया पैसा आप धीरे-धीरे वापस कर सकते हैं और अपने व्यवसाय को स्थापित कर सकते हैं.

लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर बिज़नेस को शुरुआत से समझने के लिए किसी बिज़नेस कोर्स की मदद चाहते हैं तो आपको Entrepreneurship Course का चयन करना चाहिए. जहाँ पर आपको बिज़नेस इंडस्ट्री से जुड़े बड़े उद्यमियों से बिज़नेस की बारीकियों को सीखने का अवसर मिलता है.