एक ऐसी लड़की जिसने विदेश से पढ़ाई करने के बाद भी विदेश की बड़ी नौकरी को नहीं बल्कि देशसेवा को चुना। बात कर रहे हैं यहां पर फरीदाबाद की सृष्टि मिश्रा की, जिन्होंने सिर्फ 22 साल की उम्र में ही UPSC की परीक्षा को पास कर लिया है और अब वो IAS अधिकारी के तौर पर जल्द ही कार्यरत होंगी। लेकिन सृष्टि ने अपना ये सफ़र कैसे तय किया और उसमें क्या समस्याएं रही ये भी जान लेते हैं।
सृष्टि के पिता आदर्श कुमार मिश्रा भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अधिकारी हैं और इसी के तहत ब्राजील में कार्यरत हैं। सृष्टि मूल रूप उत्तर प्रदेश के जौनपुर से हैं और उनका बाकी परिवार ब्राज़ील में रहता है। इसीलिए अपनी UPSC की तैयारी के चलते वो ग्रेटर फरीदाबाद में अपनी मौसी के यहां रहती हैं।
ग्रैजुएशन के साथ शुरू की UPSC की तैयारी
पिता की नौकरी विदेश में होने के कारण सृष्टि की स्कूली पढ़ाई विदेश में ही हुई है लेकिन उनके परिवार का सपना था कि वो भारत में UPSC की परीक्षा पास देशसेवा करें। शुरुआती पढ़ाई भारत में ना होने कारण सृष्टि को UPSC की तैयारी करने में काफी संघर्ष भी करना पड़ा। उन्होंने अपनी मौसी के यहां रहते हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से अर्थशास्त्र में अपना ग्रैजुएशन पूरा किया और साथ ही UPSC की तैयारी भी करना शुरू किया।
UPSC क्लेयर करने के इस सफर में पहले सृष्टि को हार का सामना करना पड़ा। अपने पहले प्रयास में वो प्री-लिम्स एग्जाम तक क्लेयर नहीं कर पाईं थीं पर उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरे प्रयास की तैयारी को शुरू कर दिया। इस दूसरे प्रयास में उनकी तैयारी इतनी ज्यादा पक्की थी कि सृष्टि को 95वीं रैंक हासिल हुई। अपने एग्जाम की तैयारी के लिए वो रोज 8 से 10 घंटे पढ़ाई किया करती थीं। उनका कहना है सफलता हासिल करने का कोई शॉर्टकट नहीं होता इसीलिए उन्होंने सेल्फ स्टडी पर विशेष ध्यान दिया। इसी तैयारी का नतीजा है कि सृष्टि मिश्रा अब अपने परिवार का गर्व बन चुकी हैं।