कोरोना की बेलगाम रफ्तार ने आम जीवन को काफी धीमा कर दिया है और इसी कोरोना ने बहुत लोगों की सांसों को भी रोक दिया है. हमारी टीम के एक सदस्य निशांत भी अपने पिता को खो चुके हैं. निशांत के पिता पेशे से एक डॉक्टर थे. हम सभी जानते हैं कि इस महामारी से लड़ाई में सबसे बड़ी जंग हमारे डॉक्टर्स लड़ रहे हैं. निशांत के पिता भी कोविड से बचाव के इस महायुद्ध में मावनता को बचाने में जी जान से जुटे थे और मरीज़ों को स्वस्थ कर उनके परिवार के बीच वापस भेजने की कवायद में जुटे थे.

आपमें से न जाने कितने ऐसे व्यक्ति होंगे, जिन्होंने अपनी जिंदगी से अपने चाहने वालों को खो दिया होगा और न जाने कितने ही ऐसे भी होंगे जो अभी भी अपने अपनो को बचाने के लिए जंग लड़ रहे होंगे.

निशांत के पिता दिन रात मरीज़ों के इलाज़  में अपना समय बीता रहे थे लेकिन शायद वो नहीं जानते थे कि जिस ऑक्सीजन और एम्बुलेंस की मदद से वह हजारों लोगों की जिंदगी को बचा रहे हैं उसी की कमी के कारण उनकी सांसें थम जाएगी. निशांत के पिता जब खुद कोरोना की चपेट में आए तो खुद ही ऑक्सीजन बेड की कमी और एम्बुलेंस की सही समय पर मौजूदगी नहीं होने के कारण उन्हें अपनी जान गवांनी पड़ी. यह एक हैरान करने वाली और दिल को भीतर से कचोटने वाली बात है कि जो डॉक्टर निस्वार्थ भाव से अपनी जान की परवाह न करते हुए मरीज़ों की देख रेख कर रहा हो, मरीज़ों को स्वस्थ कर उनके घर पर पहुंचाने का काम कर रहा हो, वह खुद असमय ही ऑक्सीजन बेड की कमी के कारण इस दुनिया को अलविदा कह जाए.

यह हम सभी के लिए उतना ही दुखदायी था, जितना शायद आप इस लेख को कर पढ़ कर महसूस कर रहे होंगे. इसके अलावा कोरोना के केस जितनी तेज़ी से बढ़ रहे हैं वह भी भयावह हैं. भारत में कोरोना से पीड़ित मरीज़ों की संख्या 23 करोड़ 70 लाख 36 हजार के पार पहुंच चुकी है और इसमें मरने वालों की संख्या 25 लाख 8 हजार के पार है. सिर्फ अकेले दिल्ली में ही कुछ दिनों के आकड़े पर अगर नज़र ड़ालते हैं तो पता चलता है कि 12 लाख 90 हजार की संख्या में लोग संक्रमित हैं और 18 हजार 739 लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं. 130 करोड़ की आबादी वाले इस देश के ये आकड़े बेहद ड़रावने हैं.

इस सब आकड़ों को देखने के बाद असहाय ही मेरे ख्याल में उन लोगों की भी तस्वीरें आयी, जो अभी भी मेडिकल ट्रीटमेंट के अभाव में लगातार काल के गाल में समा रहे हैं. सरकारी अस्पतालों में बेड की कमी है और प्राइवेट अस्पतालों का भी यही हाल है लेकिन वहाँ पर मेडिकल ट्रीटमेंट के दाम सुन कर ही एक गरीब व्यक्ति अपने कदम आगे नहीं बढ़ाता है.

घनघोर अंधेरे में उजाले की एक किरण की तलाश करना बेहद मुश्किल काम है. लोगों को असमय और इलाज़ के अभाव में इस तरह से जाते देखना ह्दयविदारक है. ये सभी बातें मुझे गंभीरता के साथ सोचने पर मजबूर कर रही थी कि क्या हमारा इसी तरह हाथ पर हाथ रख कर बैठना सही है? सरकार को दोष देना, उसे कोसना सही है? क्या इस बुरे समय में हमारी कोई नैतिक जिम्मेदारी है, जिसे हमें लोगों की सेवा भाव में समर्पण करना चाहिए. जवाब है हाँ. हमें मदद के लिए आगे आना होगा. अपने-अपने स्तर पर हमें लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाना होगा और इसी सोच के साथ मैंने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया.

मैंने इस्कॉन (ISKCON) के साथ मिलकर अपने देश के लोगों के लिए काम करने की ठानी है. मैनें निर्णय लिया कि मुझे अपने देश के लोगों के लिए सेवा करनी है. अपने इस फैसले को मैनें जब अपनी बड़ा बिज़नेस की टीम के साथ साझा किया तो इसे उन्होंने सराहा और सिर्फ चार दिन के भीतर ही मेरी बड़ा बिज़नेस की टीम और इस्कॉन  के साथ मिलकर हमनें द्वारका (दिल्ली) में एक फ्री कोविड केयर सेंटर की शुरुआत कर ड़ाली. इस्कॉन और मेरी टीम के द्वारा किए गए काम की मैं जितनी सराहना करूँ, उतना कम है. यह वह टीम थी, जिसने मेरे विचार और मेरे निर्णय में तुरंत ही जान फूंक दी.

इस कोविड केयर सेंटर में ऑक्सीजन बेड की संख्या 200, डॉक्टर्स की संख्या 10, नर्सेंस की संख्या 20, पैरामैडिक्स की संख्या 30 और हमारी टीम के 40 सदस्य मौजूद हैं. इतना ही नहीं हमनें प्रण लिया है कि मरीज़ों को संपूर्ण पोषण युक्त भोजन भी दिया जाए. इसलिए इस कोविड केयर सेंटर में मरीज़ों को पोषण युक्त भोजन भी दिया जाता है ताकि वह जल्दी स्वस्थ होकर अपने परिवार के बीच में जा सके. हम इसी काम को आगे आने वाले 6 महीनों के लिए बढ़ाने की योज़ना बना रहे हैं, जिसके लिए हमें फंड की भी आवश्यकता होगी.

किसी भी जरूरतमंद को इलाज़  मिलने में किसी भी तरह की परेशानी न आए और कोविड मरीज़ आसानी से अच्छा और फ्री इलाज़  पा सके इसलिए ही हम 16 मई 2021 को शाम 4 बजे YouTube चैनल पर फंड रेजिंग इवेंट का आयोजन कर रहे हैं. जिसका नाम आईएम ऑक्सीजन मैन (Fundraising Event- I Am Oxygen Man) है.

इस इवेंट में कई ऐसे लोग जुड़ेगे, जो अपने क्षेत्र के न सिर्फ धुरंधर हैं, बल्कि एक प्रतिष्ठित व्यक्तित्व भी है. इस इवेंट में संगीतकार कैलाश खेर, सोनू निगम, दलेर मेंहदी, मिका सिंह, सुनील ग्रोवर, राजू श्रीवास्तव, आचार्य बालाकृष्ण, हेमा मालिनी, एच एच गोपाल कृष्ण गोस्वामी, मनोज मुनतशेर, माधव, रॉनी स्क्रूवाला, आशीष चौहान, बोमन ईरानी, राजेश मेहता, अल्फ्रेड फॉर्ड, प्रहलाद कक्कड़, आर एस सोढ़ी, रितेश अग्रवाल और संजीव कपूर जैसी और भी कई बड़ी हस्तियाँ शामिल होंगी. इस इवेंट को होस्ट मेरे द्वारा होस्ट किया जाएगा और साथ ही प्रतिष्ठित अभिनेता विवेक आंनद ओबरॉय इसे को-होस्ट करेंगे.

#IamOxygenMan
#IamOxygenMan

#IamOxygenMan- क्या उद्देश्य है हमारा

इस इवेंट के ज़रिए हमारा उद्देश्य लोगों को अपने साथ जोड़ना है ताकि संकट की इस घड़ी में हम सभी एक साथ आकर अपने देश के लोगों की मदद कर सकें, उनके काम आ सकें.

हर वह व्यक्ति ऑक्सीजन मैन है, जो जरूरमंदों के काम आ रहा है, जो मरीज़ों की हर संभव मदद कर रहा है. वो दिन अब पुरानी बात हो चले हैं, जब आपके और हमारे लिए सुपरमैन का मतलब शक्तिमान, आयरनमैन या फिर बैटमैन हुआ करता था. आज अगर आप किसी की सांसों को बचाने का काम कर रहे हैं तो यकीन मानिए आप एक सुपर हीरो हैं और इसी तरह के हीरो की आज देश को जरूरत है. हमें आज सेवा भाव की भावना से भरे व्यक्तित्व की जरूरत है. आज देश को ‘ऑक्सीजन मैन’ की जरूरत है.

हम इस इवेंट के माध्यम से पांच करोड़ की फंडिंग करना चाहते हैं, ताकि फ्री कोविड केयर सेंटर की सर्विस को लोगों की मदद के लिए इसी तरह चलाया जा सके. यह इंवेंट हमारे सभी सोशल मीडिया चैनल के माध्यम से लाइव ब्रोडकास्ट किया जाएगा. आप हमारे  Facebook  और YouTube चैनल के माध्यम से इस इवेंट का हिस्सा बन सकते हैं.

देश के लिए कोरोना इस वक्त सबसे बड़ा संकट है और इस संकट को दूर करने के लिए हम सब का साथ आना बेहद जरूरी है. हम सब साथ मिल कर ही इस महामारी से जीत पाएंगे. दरअसल #IamOxygenMan कोई सामान्य इवेंट नहीं है यह एक आंदोलन है, जिसे हमें कोरोना से मुक्ति के लिए चलाना है.

ध्यान रखिए आपका थोड़ा सा भी स्पोर्ट और प्रोत्साहन किसी के लिए जीवनदान बन सकता है. आपकी थोड़ी भी मदद किसी व्यक्ति को उसके परिवार से दूर जाने से बचा सकती है. हमारा थोड़ा सा सहारा किसी के जीवन के लिए वरदान साबित हो सकता है.

आप इस महादान में अपना हिस्सा शामिल करने के लिए दी गई वेबसाइट का सहारा ले सकते हैः-

https://iskcondwarka.org/iskcon-covid-care-center/index.php

डोनेट करने के लिए यहाँ क्लिक करें: https://rzp.io/l/sm8Pqevhn

पेयू के द्वारा (Payumoney): http://bit.ly/2MfQkBi

आप इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचा कर भी #IamOxygenMan की भूमिका निभा सकते हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति सही समय पर सही मदद पा सके और असमय यूहीं काल के गाल में समाने से बच जाए. इस नेक काम की मांग को हमें हर जरूरतमंद की जरूरत बनाना है. #RequestedByDrVivekBindra और इस #IamOxygenMan आंदोलन को हमें हर उस व्यक्ति तक पहुंचाना है, जिसे सही इलाज की दरकार में दर दर भटक रहा है.

 

पता  – DDU College, Sector 13, Phase-1, Dwarka, Delhi.

कॉन्टेक्ट नंबर - +91 9717544495