आज के समय में हर व्यक्ति रोज़ाना सोशल मीडिया पर समय बिताता है। इन लोगों में हर उम्र के लोग शामिल हैं। इसलिए यदि आप अपनी मार्केटिंग के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं, तो आप इस पर बहुत ही कम कीमत में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँच सकते हैं।
इसके साथ ही आपको इस पर हर उम्र के लोग मिलते हैं। अपनी क्रिएटिविटी का इस्तेमाल करके आप इन लोगों के मन में अपने प्रोडक्ट की छाप छोड़ सकते हैं। यदि आप भी अपने प्रोडक्ट या सर्विस की ब्रांडिंग करने का एक अच्छा माध्यम ढूंढ रहे हैं, तो इन तरीकों को अपनाकर आप सोशल मीडिया पर अपने बिज़नेस की अच्छी ब्रांडिंग कर सकते हैं –
सोशल मीडिया के ज़रिये ब्रांडिंग के तरीके
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सोशल मीडिया पर अपने बिज़नेस की ब्रांडिंग करने के लिए यह तरीके आपके लिए फायदेमंद होंगे -
- सही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को पहचानें :
हमारे देश में मुख्य रूप से फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, यूट्यूब और लिंक्डइन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है। आपको अपने प्रोडक्ट और अपनी टार्गेटेड ऑडियंस के आधार पर सही प्लेटफॉर्म का चयन करना होगा।
हर प्लेटफॉर्म दूसरे से भिन्न है जैसे फेसबुक पर सभी उम्र के यूजर हैं, वहीं इंस्ट्राग्राम पर यूजर की उम्र मुख्य रूप से 18 साल से 40 साल तक है, लिंक्डइन एक प्रोफेशनल प्लेटफॉर्म है।
इस प्रकार हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को अलग अलग उम्र के लोग यूज़ करते हैं और सभी पर अलग-अलग फॉर्मेट का कंटेंट पोस्ट होता है। अतः आपको बहुत सोच समझकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का चयन करना होगा।
- कंटेंट कैलेंडर बनाकर पोस्टिंग करना :
सबसे पहले आपको हर प्लेटफॉर्म की स्टडी करके यह देखना होगा कि आपके यूजर सबसे ज्यादा किस टाइम पर एक्टिव रहते हैं। उसी के आधार पर आपको अपना कंटेंट कैलेंडर बनाना होगा और उसी के आधार पर पोस्टिंग करनी होगी।
आपको ऐसा कंटेंट देना होगा, जिससे आप अपनी वर्तमान ऑडियंस और टार्गेटेड ऑडियंस को कुछ यूज़फुल दे सकें। जब आप अपने एक्टिव यूजर के टाइम के हिसाब से पोस्ट करते हैं, तो उस समय आप अपने अधिकतर यूजर तक पहुँच बना सकते हैं।
- यूजर्स के साथ इंटरैक्ट करना :
वैसे तो आप कुछ टूल्स का इस्तेमाल करके अपनी सारी पोस्ट्स को पहले से शेड्यूल कर सकते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी आपको यह ध्यान रखना होगा कि आप अपने यूजर्स के साथ इंटरेक्शन करते रहें।
आपकी पोस्ट पर कमेंट्स का रिप्लाई करना और प्लेटफॉर्म पर आये मैसेजेस का जवाब देना होगा। जब आप कमेंट्स और मैसेजेस का रिप्लाई करते हैं, तो उससे यूजर पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और ये यूजर आपके कस्टमर बन सकते हैं।
- एनालिसिस करना :
इसके साथ सबसे ज़रूरी है कि आप हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के एनालिटिक्स को ट्रैक करते रहें। जब आप किसी भी प्लेटफॉर्म के एनालिटिक्स पर जाते हैं, तो वहां आपको कई तरह की इनफार्मेशन मिलती है, जैसे आपके यूजर्स किस ऐज ग्रुप से हैं।
यूजर्स में पुरुषों और महिलाओं का कितना प्रतिशत है। आपके यूजर्स सबसे ज्यादा किस समय एक्टिव रहते हैं। आपके यूजर्स को किस तरह की पोस्ट ज्यादा पसंद आ रही है आदि। इस तरह से प्लेटफॉर्म को पूरी तरह से एनालाइज़ करने के बाद आप अपनी ब्रांडिंग स्ट्रेटेजी में ज़रूरी बदलाव कर सकते हैं।
- सफलता को ट्रैक करना :
यहाँ पर सफलता से मतलब किसी पर्टिकुलर प्लेटफॉर्म पर आपके ब्रांड की सफलता से है। इसमें आप यह ट्रैक कर सकते हैं कि पर पोस्ट कितने लाइक्स आ रहे हैं। कितने लोग आपकी पोस्ट्स को शेयर करते हैं, टोटल नंबर ऑफ कमैंट्स में पॉजिटिव कमेंट्स कितने प्रतिशत हैं।
आपकी किसी कैम्पेन या आपके ब्रांड के बारे में एक दिन में कितने लोग ट्वीट या पोस्ट कर रहे हैं। यदि इन सभी एक्टिविटीज़ के नंबर अच्छे नहीं है, तो आप इसके अनुसार अपनी स्ट्रेटजी में बदलाव कर सकते हैं।
मार्केटिंग या ब्रांडिंग के किसी अन्य माध्यम की तुलना में सोशल मीडिया के ज़रिये आप बड़ी आसानी से आप अपने कस्टमर्स से सीधे कम्युनिकेट कर सकते हैं।
यदि आप भी सोशल मीडिया पर अपनी ब्रांडिंग करना चाहते हैं, तो ये तरीके अपनाकर आप इसे आसानी से और अच्छे से कर सकते हैं।