कोरोना वायरस महामारी के बावजूद भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है. संयुक्त राष्ट्र (यूएनसीटीएडी) ने इन्वेस्ट इंडिया (नेशनल इन्वेस्टमेंट प्रमोशन एजेंसी ऑफ इंडिया) को साल 2020 के संयुक्त राष्ट्र निवेश प्रोत्साहन पुरस्कार का विजेता घोषित किया है. यह पुरस्कार दुनियाभर में निवेश संवर्धन एजेंसियों (आईपीए) की उत्कृष्ट उपलब्धियों और बेहतरीन अभ्यास को प्रतिबिंबित करता है. इसका मूल्यांकन 180 निवेश संवर्धन एजेंसियों द्वारा किए गए कार्य के यूएनसीटीएडी द्वारा मूल्यांकन पर आधारित था.
पुरस्कार समारोह सोमवार यानि 7 दिसंबर को जिनेवा में यूएनसीटीएडी मुख्यालय में आयोजित किया गया था. इन्वेस्ट इंडिया के एमडी और सीईओ दीपक बाग्ला ने कहा कि यह पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेकिंग इंडिया को पसंदीदा निवेश गंतव्य बनाने की दिशा में एक वसीयतनामा है. यह उनके विजन आसान जीवन, व्यापार में सहजता और आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना का परिणाम है.
यूएनसीटीएडी ने अपने प्रकाशन में इन्वेस्ट इंडिया की बेहतरीन गतिविधियों जैसे कि बिजनेस इन्युनिटी प्लेटफॉर्म, एक्सक्लुसिव इन्वेस्टमेंट फोरम वेबिनार सीरीज, सोशल मीडिया पर सक्रियता और कोविड से निपटने के लिए गठित समूहों (जैसे कि व्यापार पुनर्निर्माण, स्टैकहोल्डर आउटरीच और सप्लायर आउटरीच) पर प्रकाश डाला. इन्वेस्ट इंडिया ने यूएनसीटीएडी के उच्च-स्तरीय सत्रों में निवेश प्रोत्साहन, सुविधा और प्रतिधारण के लिए दीर्घकालिक रणनीतियों और कार्य प्रणालियों को साझा किया.
संयुक्त राष्ट्र निवेश प्रोत्साहन पुरस्कार, निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों के लिए सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है. यूएनसीटीएडी एक केंद्रीय एजेंसी है, जो आईपीए के प्रदर्शन की निगरानी करती है और वैश्विक सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों की पहचान करती है. जर्मनी, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर यह पुरस्कार जीत चुके हैं.