मुंबई: अंतर्राष्ट्रीय बाजार में महंगी धातुओं की चाल धीमी पड़ गई है. इसका सीधा असर भारतीय बाजार में भी देखने को मिल रहा है. मंगलवार को देश में सोने और चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट आई है. घरेलू वायदा बाजार में सोना रिकॉर्ड ऊंचाई से 2,300 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 6000 रुपये प्रति किलो लुढ़क गई. सोने और चांदी के भाव में इतनी बड़ी गिरावट के पीछे डॉलर में रिकवरी बताई जा रही है.

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर बीते शुक्रवार को सोना रिकॉर्ड 56,191 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला था, तब से 2,300 रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है. जबकि एमसीएक्स पर चांदी का भाव 77949 रुपये प्रति किलो तक उछला था, जिसके बाद अब तक चांदी 6000 रुपये प्रति किलो से ज्यादा लुढ़क चुकी है.

एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता के मुआत्बिक सोने और चांदी की तेजी पर डॉलर में रिकवरी के कारण ब्रेक लगी है. साथ ही, मुनाफा वसूली के चलते कीमतों पर दबाव आया है. महंगी धातुओं में तेजी के फैक्टर्स अभी भी मौजूद हैं और यह गिरावट महज कुछ समय की है. उनकी इस बात पर केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने भी मुहर लगाई. उन्होंने कहा कि सोने की कीमत रिकॉर्ड ऊंचाई पर जाने के बाद टूटना स्वाभाविक था और अभी दाम में तेजी बरकरार रहने की संभावना है.

जानकारों की मानें तो अमेरिका और चीन के बीच तनाव भी सोने की कीमतों में तेजी की एक वजह है. उल्लेखनीय है कि दुनिया की छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत का सूचक डॉलर इंडेक्स बीते गुरुवार को लुढ़ककर 92.74 पर आ गया था जो मंगलवार को 93.70 तक चढ़ा.