अगर आप किसी कंपनी में इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं, या फिर अपनी कंपनी बेचना चाह रहे हैं, तो उसकी कीमत का पता लगाना अच्छा रहता है क्योंकि इससे आपको पता चलता है कि आपको कितनी आमदनी होने की सम्भावना है। अगर आप किसी कंपनी में काम करने का भी विचार कर रहे हैं तब भी आपको कंपनी का प्रोफिट या लॉस पता होना चाहिए।
कंपनी की मार्किट वैल्यू इन्वेस्टर की उसकी भविष्य में होने वाली आमदनी का आंकलन होता है।
"कंपनी की मार्किट वैल्यू को सही से आंकने के लिए कई तरीके मोजूद हैं, जिन्हें प्रोफिट मैट्रिक्स कहा जाता है।"
इनमें से कुछ आसान तरीकों से आप कंपनी की मार्किट कैपिटलाइजेशन और प्रोफिट वैल्यू का पता लगा सकते हैं। यह आपके और आपकी कंपनी दोनों के लिए फायदेमंद होता है।
आइए जानते हैं क्या हैं वो तरीके जो आपको प्रोफिट मैट्रिक्स समझने में मदद करेंगे।
- मार्किट कैपिटलाइजेशन की मदद से करें मार्किट वैल्यू पता:
एक कंपनी की मार्किट वैल्यू पता करने का सबसे सीधा और सटीक तरीका है उसकी मार्किट कैपिटलाइजेशन पता करना, जो की उसके पूरे बकाया शेयर्स की कीमत होती है। मार्किट कैपिटलाइजेशन कंपनी के स्टॉक वैल्यू और बकाया शेयर्स को गुणा करने से मिली संख्या होती है लेकिन ध्यान में रखने वाली बात यह है कि की ये तरीका सिर्फ पब्लिकली- ट्रेडेड कम्पनीज के लिए काम करता है। अगर किसी बाहरी कारण की वजह से स्टॉक मार्किट गिर गया है, कंपनी की मार्किट कैपिटलाइजेशन भी गिर जाएगी हांलाकि उसकी आर्थिक स्थिति अभी भी मज़बूत है।
इस तकनीक की मदद से आप स्टॉक के शेयर की कीमत पता कर सकते हैं। जिससे कंपनी की मार्किट कैपिटलाइजेशन को समझने में आपको मदद मिलेगी।
- कंपनी का शेयर प्राइस देखें:
कंपनी का शेयर प्राइस कई वेबसाइट जैसे मनीकंट्रोल डॉट कॉम, इकोनोमिकटाइम्स डॉट कॉम, याहू फाइनेंस और गूगल फाइनेंस पर आपको मिल सकती है। कंपनी के नाम के बाद "stock" या स्टॉक का सिंबल किसी सर्च इंजन में डाल कर स्टॉक कीमत पता करें । आप इस कैलकुलेशन के लिए जिस स्टॉक वैल्यू का प्रयोग करना चाहेंगे वो करंट मार्किट वैल्यू होनी चाहिए, जो की सभी प्रमुख फाइनेंश्यीयल वेबसाइट के स्टॉक रिपोर्ट पेज पर सामने ही दिख जानी चाहिए।
आपको पता करना होगा की कंपनी के स्टॉक के कितने शेयर बकाया हैं। इससे पता चलेगा की कंपनी के कितने शेयर शेयरहोल्डर के पास हैं, जिनमें अंदरूनी, जैसे एमप्लोयीज़ और बोर्ड मेम्बेर्स, और बाहरी जैसे बैंक्स और अन्य व्यक्ति शामिल हैं ये जानकारी आपको उसी वेबसाइट पर मिल जाएगी जहाँ से आपने स्टॉक प्राइस पता की थी या फिर कंपनी की बैलेंस शीट में "capital stock" के नीचे लिखा होगा। शेयर की बकाया संख्या को मोजूदा स्टॉक प्राइस से गुणा करके मार्किट कैपिटलाइजेशन पता कर लें। ये संख्या कंपनी में इन्वेस्टर के निवेश की पूरी कीमत पता चल जायेगा, जिससे उसकी पूरी मार्किट वैल्यू का अंदाज़ा लग जायेगा।
- कॉम्पिटिटर का पता कर मार्किट वैल्यू जानें:
किसी भी कंपनी की मार्किट वेल्यू का प्रोफिट मैट्रिक्स जानने के लिए उसके कॉम्पिटिटर पर नज़र रखें। कंपनी की वैल्यू पता करने के लिए, उसी प्रकार के और तुलना करने योग्य बिज़नेस की सेल्स प्राइस देखें ।
अगर आप किसी प्राइवेट कंपनी की मार्किट वैल्यू पता करने की कोशिश कर रहे हैं हैं, तो आपके विकल्प सीमित होते हैं, और तुलना करना एक अंदाज़ा लगा पाने का सबसे आसान तरीका है। तुलना करके आप कंपनी का फायदा और नुकसान जान सकते हैं।
इस बात का ध्य़ान रखें कि आप जिस कम्पनी को आप चुन रहें है और जिस कंपनी की वैल्यू आप पता करना चाहते हैं दोनों एक ही इंडस्ट्री से होनी चाहिए, दोनों का साइज़ एक जैसा ही होना चाहिए ताकि वो मार्किट की स्थिति के अंदाजों को भी सही से दर्शाती हों।
- मल्टीप्लायर से प्रोफिट मैट्रिक्स का पता लगाएं:
छोटे बिज़नेस की वैल्यू और प्रोफिट पता करने का यह सबसे सही तरीका है। मल्टीप्लायर के ज़रिए हम एक आमदनी की संख्या, जैसे ग्रॉस सेल्स और इन्वेंटरी या नेट प्रॉफिट को लेते हैं।
बिज़नेस की वैल्यू पता करने के लिए उसे एक मुताबिक को-एफिशिएन्ट से गुणा करते हैं। इस तरीके से अंदाज़ा लगाना बहुत ही शुरुआती तरीका मना जाता है क्योंकि इसमें कंपनी की असल कीमत पता करने के लिए कई ज़रूरी इकाईओं को नज़र अंदाज़ किया जाता है। कंपनी की टोटल एसेट वैल्यू का और प्रॉफिट मार्जिन का अंदाज़ा होना आपको उसकी वैल्यू पता करने में मदद करेगा।
आप इन 4 तरीकों की मदद से किसी भी कंपनी का प्रोफिट मैट्रिक्स जान सकते हैं। आप इनकी मदद से खुद को अपडेट रख सकते है और आगे बढ़ कर अच्छा प्रोफिट कमा सकते हैं।
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