आज के समय में अधिकांश लोग अपना खुद का बिज़नेस करना चाहते हैं। इसलिए वो बिज़नेस करने के लिए मार्केटिंग के नए-नए तरीकों का प्रयोग करते हैं। लेकिन कई बार अनेक प्रयासों के बावजूद बिज़नेस को मनचाही पहचान नहीं मिल पाती। बिज़नेस को अगर बड़ी पहचान दिलानी है तो आपको व्हाइट लेबल मार्केटिंग का प्रयोग करना चाहिए।

मार्केटिंग की इस तकनीक से मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट के साथ-साथ सेलर को भी बड़ा फायदा होता है। व्हाइट लेबल मार्केटिंग एक ऐसा जरिया है जिससे बिज़नेस को बड़ी ग्रोथ दिलाई जा सकती है।

तो आइए जानते हैं कि व्हाइट लेबल मार्केटिंग क्या होती है और कैसे इसका इस्तेमाल कर के बिजनेस को बड़ी ग्रोथ दे सकते हैं।

क्या है व्हाइट लेबल मार्केटिंग?

आजकल व्हाइट लेबल मार्केटिंग ज़ोरो-शोरों से लोगों की पहली पसंद बनी हुई है। इसलिये मार्केट में इसका चलन काफ़ी बढ़ गया है। ये एक ऐसा प्लान है, जो आपको एक स्मार्ट बिज़नेस करने की इजाज़त देता है। इस तरीक़े से बिज़नेसमैन अपने प्रोडक्ट को एक जाने-माने ब्रांड के साथ जोड़कर उसकी क्वालिटी बढ़ाते हैं। जिसे लोग बड़े दिल से ख़रीदना भी पसंद करते हैं। कोई भी शख़्स व्हाइट लेबल मार्केटिंग के ज़रिये एक ख़ास ब्रांड के तहत अपना प्रोडक्ट बेच सकता है।

"व्हाइट लेबल मार्केटिंग एक ऐसा माध्यम है, जो आपके स्टार्टअप बिजनेस प्लान को स्मार्ट तरीका उपलब्ध कराता है। यहाँ एक व्यापारी प्रोडक्ट या सर्विस का निर्माण करता है और दूसरा व्यापारी उस प्रोडक्ट या सर्विस को अपने ब्रांड का नाम देकर बाजार में सेल करता है।"

इस तरीके से कोई भी छोटी या बड़ी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट अपने प्रोडक्ट्स या सर्विस को बड़े ब्रांड का नाम देकर बाजार में उतार सकती है। यह मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट और रिसेलर दोनों के लिए ही फायदे का बिजनेस होता है।

बिज़नेस की सेल बढ़ाने में मिलती है मदद

व्हाइट लेबल मार्केटिंग के माध्यम से अपने बिजनेस की सेल भी बढ़ायी जा सकती है और उसे ग्रोथ भी दिलायी जा सकती है। जब आपका प्रोडक्ट मार्केट में नया होता है तो कस्टमर आपके प्रोडक्ट पर भरोसा नहीं जताता है। दाम कम होने के बाद भी आपको प्रोडक्ट को बाजार में उतारने में बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, लेकिन व्हाइट लेबल मार्केटिंग आपकी इस परेशानी को कम करती है। यहाँ आपके प्रोडक्ट को बड़े ब्रांड का नाम मिल जाता है, जिसकी वजह से आपके प्रोडक्ट को कस्टमर का भरोसा भी मिल जाता है और वह बिक भी जाता है। इससे सेल्स बढ़ जाती है और आपको प्रोफिट हो जाता है।


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एम्प्लॉयी की भी ज़रूरत नहीं पड़ती

किसी भी बिज़नेस को आगे बढ़ाने के लिए एम्प्लॉयी की ज़रूरत होती ही है लेकिन व्हाइट लेबल मार्केटिंग एक ऐसा तरीका है जिसे करने के लिए आपको ज्यादा एम्प्लॉयी की जरूरत नहीं पड़ती। प्रोडक्ट को सेल करने के लिये कर्मचारियों की ज़रूरत नहीं पड़ती है, यानि उनका ये पैसा भी बच जाता है। प्रोडक्ट बेचने के लिये किसी तरह का प्रचार नहीं करना पड़ता न ही विज्ञापन देना पड़ता है। इस तरह से विज्ञापन में ख़र्च की जाने वाली रक़म भी बच जाती है। लोगों के सामने प्रोडक्ट का प्रचार करने की ज़रूरत नहीं पड़ती। लोगों को प्रोडक्ट के बारे में समझाना भी बड़ा टास्क होता है। लेकिन व्हाइट लेबल मार्केटिंग आपकी इस परेशानी को दूर कर देता है आप घर बैठे अपने बिज़नेस का विस्तार करने लगते हैं वो भी बिना किसी अतिरिक्त खर्च के।

पैसों की होती है बचत

व्हाइट लेबल मार्केटिंग, मार्केटिंग करने का सबसे सस्ता और अच्छा तरीका है। आपको इसका प्रयोग करते हुए मार्केटिंग करने की ज़रूरत ही नहीं होती। इससे आपका समय, पैसा और मेहनत तीनों चीज़ें बच जाती है। आप व्हाइट लेबल मार्केटिंग के ज़रिये न सिर्फ़ एक ब्रांड, बल्कि कई ब्रांड से जुड़ जाते हैं। जब आप अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए ई-कॉमर्स कंपनियों का सहारा लेते हैं और व्हाइट लेबल मार्केटिंग करते हैं तो आप खुद ब खुद कई बड़े ब्रांड से जुड़ जाते हैं। जिससे दिन पर दिन आपकी सेल्स बढ़ती जाती है और आपके पैसे खर्च होने से बच जाते हैं। इसमें आप बिना किसी अतिरिक्त खर्च के अपने ब्रांड को अच्छा और बेहतर बना सकते हैं।

हर तरह के बिज़नेस को मिलता है फायदा

व्हाइट लेबल मार्केटिंग का प्रयोग बड़े और छोटे बिज़नेस दोनों के लिये किया जाता है। इसमें आपके ब्रांड की कीमत भी बढ़ जाती है, जिससे आप अपना बिज़नेस आसानी से बढ़ा सकते हैं। अगर कोई बिज़नेसमैन व्हाइट लेबल मार्केटिंग के अंतर्गत अपना प्रोडक्ट बेचता है, तो वो सेल्स में लगने वाली लागत बचा लेता है। बाजार में बड़े ब्रांड पर कस्टमर ज्यादा भरोसा करता है, ऐसे में जब आपके प्रोडक्ट को बड़े ब्रांड का नाम या लेबल मिलता है तो आपके प्रोडक्ट को भी कस्टमर का वही भरोसा मिल जाता है। इससे आपके बिज़नेस पर कोई फर्क नहीं पड़ता कि वो बड़ा बिज़नेस है या छोटा बिज़नेस। व्हाइट लेबलिंग में कंपनी सिर्फ प्रोडक्ट का निर्माण करके किसी बड़े ब्रांड को सौंप देती है और वह ब्रांड अपने नाम और लेबल के साथ उस प्रोडक्ट को बाजार में उतार कर बेच देती है। इससे बिज़नेस को आगे बढ़ाने में मदद मिल जाती है।

व्हाइट लेबल मार्केटिंग के ज़रिए आपको बाजार में जगह मिल जाती है आपको प्रोडक्ट की मार्केटिंग पर पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं होती है। आपको किसी तरह के प्रमोशन की आवश्यकता नहीं होती है और आपका पैसा बचता है, जिसे आप प्रोडक्ट के निर्माण कार्य में लगा सकते हैं। यह तरीका आपके बिज़नेस को बड़ी पहचान दिलाने में काफी मददगार साबित हो सकता है।


आपको हमारा आर्टिकल कैसा लगा, हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं। इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में कठिन परेशानियों का सामना कर रहे हैं और चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिज़नेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको Anybody Can Earn का चुनाव ज़रूर करना चाहिए जिससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं।