जब भी कोई बिज़नेसमैन अपना बिज़नेस शुरू करता है, तो वह यही चाहता है कि वो दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करता रहे। आज के समय में कई सारे बिज़नेस अपना मल्टी चैनल स्टोर शुरू करना चाहते हैं। मल्टी चैनल स्टोर शुरू करने के कई फायदे होते हैं, लेकिन इसके साथ ही कई सारी चुनौतियां भी आती हैं।
यदि आप मल्टी चैनल स्टोर के साथ आने वाली चुनौतियों को समझकर उनका सही से हल ढूंढ पाएं, तो यह आपके लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।
जानिये क्या होती हैं मल्टी चैनल स्टोर शुरू करने में आने वाली परेशानियां और कैसे इन्हें आप कर सकते हैं दूर –
मल्टी चैनल मेसेजिंग एंड ब्रांडिंग :
जब आप किसी एक ही जगह जैसे वेबसाइट या शॉप से बिज़नेस करते हैं, तब आप सही से ब्रांडिंग कर पाते हैं। लेकिन जब आप मल्टी चैनल स्टोर्स के ज़रिये अपना बिज़नेस करते हैं, तो सबसे बड़ी समस्या आती है सही मेसेजिंग और ब्रांडिंग। अलग-अलग शहरों में स्टोर्स होने पर हर शहर की ऑडियंस की भाषा, पसंद और अन्य एलिमेंट्स अलग होते हैं।
उपाय :
हर बिज़नेस का ब्रांडिंग का अपना एक तरीका और नजरिया होता है। लेकिन अपने इस तरीके को आपको अपने हर स्टोर की लोकेशन के हिसाब से एडजस्ट करना होगा, जैसे कि मल्टीनेशनल ब्रांड्स हर देश और शहर के हिसाब से अपनी ब्रांडिंग को एडजस्ट करते हैं।
इन्वेंटरी मैनेजमेंट :
जब आप एक ही जगह बिज़नेस करते हैं, तो आपके पास किस चीज़ का कितना स्टॉक बचा है, कितना स्टॉक मंगवाना है मतलब इन्वेंटरी को मैनेज करना आसान होता है। लेकिन जब आपके मल्टीपल स्टोर्स हों, तब सभी जगह की इन्वेंटरी को एक साथ मैनेज करना मुश्किल होता है।
उपाय :
इस समस्या से निपटने के लिए आप या तो पहले से बना कोई इन्वेंटरी मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर खरीद सकते हैं या इसे खुद भी बनवा सकते हैं। इस प्रकार के सॉफ्टवेयर में सब कुछ सेंट्रलाइज्ड होता है। इसके जरिये आप किसी भी स्पेसिफिक स्टोर या ओवरऑल बिज़नेस में खरीद बिक्री की जानकारी, भविष्य में किस स्टोर के लिए आपको कितने स्टॉक की ज़रूरत होगी आदि कई जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं।
कस्टमर सपोर्ट और एक्सपीरियंस :
किसी भी बिज़नेस की सफलता या असफलता संतुष्ट कस्टमर्स से होती है। सिंगल स्टोर से बिज़नेस करते समय कस्टमर्स की प्रॉब्लम को सोल्व करना आसान होता है, लेकिन मल्टी चैनल स्टोर्स पर कस्टमर्स को सपोर्ट करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसके लिए हमें यह पता होना चाहिए कि कस्टमर्स हमेशा कितना खुश या नाखुश है, हम उन्हें क्या अच्छे ऑफर दे सकते हैं आदि।
उपाय :
इसके लिए सबसे पहले कस्टमर सपोर्ट को लेकर एक गाइडलाइन बनाइये कि आप अपने कस्टमर्स को किस प्रकार से सपोर्ट करेंगे। इसके बाद सभी स्टोर्स पर अच्छी टीम को हायर कीजिये, जो सम्बंधित स्टोर पर कस्टमर्स को समझकर उनकी हेल्प कर सके। इसके अलावा आप एक सेंट्रलाइज्ड कस्टमर सपोर्ट सिस्टम बनाकर उसके लिए एक डेडिकेटेड टीम तैयार कर सकते हैं, जो हर समय सभी स्टोर्स के कस्टमर्स की प्रॉब्लम और उनके सोलुशन को ट्रैक करती रहे।
यदि आप अपने बिज़नेस में ग्रो करना चाहते हैं, तो उसके साथ आपको कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मल्टी चैनल स्टोर्स शुरू करने में भी कई सारी परेशानियां आ सकती हैं, लेकिन आप इन समस्याओं का सामना कैसे करते हैं और कैसे इन्हें सॉल्व करते हैं, यही आपको आपके कॉम्पिटिटर्स से बेहतर बनाता है।
आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा और आपके अनुसार मल्टी चैनल स्टोर्स में और क्या परेशानियां आ सकती हैं, हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं। इसके अलावा अगर आप स्टूडेंट हैं, खुद का कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं या बिजनेस कर रहे हैं या आप किसी भी प्रकार से कमाई करना चाहते हैं, तो आपको बिज़नेस कोच डॉ विवेक बिंद्रा के Free "Anybody Can Earn" वेबिनार का हिस्सा ज़रूर बनना चाहिए।