मार्केट में हर दिन बहुत से नए ब्रांड जन्म लेते हैं, लेकिन ज्यादातर कुछ दिनों में वापस बंद भी हो जाते हैं। बात अगर फुटवियर इंडस्ट्री की करें, तो ये ₹1,23,000 करोड़ की है।

आज के टाइम पर इस इंडस्ट्री में 30% सेल ऑनलाइन होने लगी है। ऐसे में कैसे एक फुटवियर ब्रांड के स्टोर को आगे बढ़ाएं?

कैसे मार्केट में अपनी जगह बनाए इसके बारे में कुछ स्ट्रेटजी समझते हैं।

किस तरह का रिटेल आउटलेट बनाएं?

बिजनेस शुरू करने के लिए जब आप अपना रिटेल आउटलेट बनाएं, तो वह किस तरह का होना चाहिए इस बात का खास ध्यान रखें। रिटेल आउटलेट्स दो तरह के होते हैं।

  • एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट्स (EBO)

    इस तरह के आउटलेट में सिर्फ एक ही ब्रांड के प्रोडक्ट्स देखने को मिलते हैं। जैसे अगर आप BATA का स्टोर शुरू करते हैं, तो आपको सिर्फ एक ही ब्रांड को प्रोमोट करना है जिसमें आपको कस्टमर का भरोसा सिर्फ ब्रांड के लिए जितना होता है। इस तरह के आउटलेट में वह ब्रांड खुद भी आपको आगे बढ़ने में मदद करता है। इसमें आपका अपना रिस्क भी कम हो जाता है।

  • मल्टी ब्रांड आउटलेट (MBO)

    इस तरह के आउटलेट में सभी बड़े ब्रांड्स के प्रोडक्ट्स आप अपने स्टोर पर रखते हैं, जिससे सभी ब्रांड्स आप आपस में कंपीटीशन बनाकर खड़ा कर देते हैं। जिसमें होता यह है कि सभी ब्रांड्स आपसे अपने प्रोडक्ट को आगे रखने के लिए जिद करते हैं और दूसरे ब्रांड को साइड करने की कोशिश करते हैं। इसमें आप कस्टमर को ऑप्शन तो ज्यादा दे पाते हैं, लेकिन आपका काम भी काफी ज्यादा बढ़ जाता है।

कैसे करें प्रोडक्ट प्लेसमेंट?

स्टोर में कौन से प्रोडक्ट को किस जगह रखना है ये एक बहुत ज़रूरी काम होता है। ऐसे जब भी कोई नया प्रोडक्ट आए तो उसे “New Arrival” के टैग के साथ एक अलग शेल्फ में सामने की ओर रखें ताकि कस्टमर्स को वो सबसे पहले दिखाई दे। इन प्रोडक्ट्स पर आपको मार्जिन भी ज्यादा मिलता है। इसके अलावा प्रोडक्ट्स को कैटेगिरी के हिसाब से अलग अलग रखें। जैसे लड़के लड़कियों के जूते अलग अलग रखें। सभी रंगों के जूतों को एक साथ रखकर उनके एक कलर कोऑर्डिनेशन के हिसाब से रखें।

लाइटिंग और एंबियंस का रखें खास ध्यान?

स्टोर में ज्यादा से ज्यादा नैचुरल लाइट का इस्तेमाल करें ताकि सारे प्रोडक्ट्स अच्छी तरह से कस्टमर को दिखाई दें। स्टोर में किसी भी जगह पर अंधेरा नहीं रहना चाहिए क्योंकि उस जगह रखे गए प्रोडक्ट्स कभी नहीं बिकेंगे। इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि लाइट बहुत ज्यादा तेज़ ना हो क्योंकि इससे जूतों का असली रंग समझना मुश्किल होगा। साथ स्टोर में शीशा ज़रूर रखें ताकि कस्टमर देख सके कि वो खरीद रहे जूतों में कैसा दिखेगा।

स्टाफ की ट्रेनिंग कैसी होनी चाहिए?

आपका स्टोर चाहे कितना भी अच्छा हो लेकिन अगर स्टाफ अच्छा नहीं है तो सेल पर सीधा असर पड़ता है। ऐसे में स्टाफ की ट्रेनिंग पर खास ध्यान रखें और स्टाफ को हमेशा एनर्जेटिक रहकर मुस्कुराते हुए चेहरे के साथ कस्टमर से बात करने को कहें। साथ ही स्टाफ को सिखाएं कि अगर कोई प्रोडक्ट महंगा है तो उसकी वैल्यू बताकर किस तरह से उसे बेचना है।

किस तरह के डिस्काउंट दें?

कस्टमर को आकर्षित करने के लिए डिस्काउंट सबसे अच्छा तरीका होता है। डिस्काउंट कई तरह के होते हैं जैसे Buy One Get One, First Purchase Discount, Off Season Discount। लेकिन इस सभी में आपको किस तरह तरह का डिस्काउंट रखना चाहिए, कितना डिस्काउंट आपको देना चाहिए इसके लिए जैसे Discount Ninja और Bold जैसे कई ऑनलाइन टूल्स मौजूद हैं जो आपके लिए बड़ी आसानी से डिस्काउंट स्ट्रेटेजी को तैयार कर सकते हैं।

प्रोडक्ट फीडबैक लेना ना भूलें

किसी भी सर्विस और प्रोडक्ट के लिए कस्टमर का फीडबैक बहुत मायने रखना हैं। अगर कोई कस्टमर आज आपके स्टोर पर जूता लेने आया है तो वो आज के आज उस जूते के बारे में फीडबैक नहीं दे पाएगा क्योंकि अभी तक तो उसने उस जूते का इस्तेमाल ही नहीं किया है। इसके लिए आपको कुछ दिन बाद इसके नंबर पर फीडबैक फॉर्म भेजकर रिव्यू लेना चाहिए। इससे कस्टमर को भी अच्छा लगेगा कि स्टोर को उसके रिव्यू से फ़र्क पड़ता है और जो आपसे जुड़ा रहेगा।

ये कुछ स्ट्रेटेजी अपनाकर आप अपने फुटवेयर बिजनेस को ना सिर्फ शुरू कर सकते हैं बल्कि अपने पहले से चल रहे बिजनेस को और भी ज्यादा एक्सपेंड कर सकते हैं।

आपको ये स्ट्रेटजी कैसी लगीं हमें कॉमेंट करके ज़रूर बताएं।