देश के दूसरे सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर के बैंक आईसीआईसीआई ने देश भर में कार्य कर रहे स्टार्टअप्स की मदद के लिए एक नई स्कीम को लॉन्च किया है. istartup-2.0 नाम की इस स्कीम में स्टार्टअप्स के लिए कई खास फीचर्स उपलब्ध हैं. आईसीआईसीआई बैंक के इस विशेष प्रोग्राम के तहत कस्टमर्स को तीन वैरिएंट के करंट अकाउंट उपलब्ध होंगे. इसमें प्रोमोटर्स के लिए प्रीमियम सेविंग्स, कर्मचारियों के लिए सैलरी अकाउंट और डेडिकेटेड रिलेशनशिप मैनेजर के साथ कई अतिरिक्त सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.

ये स्कीम स्टार्टअप्स को डिजिटल तौर पर सशक्त होने के लिए भी सहायता करेगी. इसके लिए बैंक ने वेंडर्स के साथ टाइअप किया है, जहां स्टार्टअप्स को कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी. यह स्टार्टअप्स को उनकी कंपनी का रजिस्ट्रेशन, टैक्सेशन, अनुपालन, लॉजिस्टिक्स, फैसिलिटी मैनेजमेंट, स्टाफिंग और डिजिटल मार्केटिंग की सेवाएं होंगी.

इस अकाउंट के चार्ज के बारे में पूछे जाने पर आईसीआईसीआई बैंक के हेड ऑफ सेल्फ-एम्प्लॉयमेंट सेगमेंट पंकज गाडगिल ने बताया कि इसपर एक साल के लिए औसतन तिमाही बैलेंस रखने की छूट मिलेगी. उन्होंने कहा कि जुलाई 2020 में कॉरपोरेट मंत्रालय में 20 हजार स्टार्टअप्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है. अगस्त में भी इस संख्या में इजाफा हुआ और सितंबर महीने में भी अब तक बेहतर ट्रेंड देखने को मिल रहा है. इसलिए आईसीआईसीआई बैंक ने नए फीचर्स के इस प्रोग्राम को लॉन्च किया है.

विवरण के अनुसार, (10 वर्ष तक) जॉइंट, निजी और सार्वजनिक सीमित कंपनियों के साथ-साथ लिमिटेड देनदारी भागीदारी सहित चालू खाते का विकल्प चुन सकते हैं. बैंक ने यह भी बताया कि वो लंबे समय से प्रायोरिटी सेक्टर और स्टार्टअप्स को लोन देने के प्रोग्राम पर काम कर रहा है. इससे स्टार्टअप्स को अपने कोर बिजनेस पर फोकस करने में मदद मिलेगी.