अगरबत्ती बिज़नेस में बड़ा मौका! नितिन गडकरी ने लॉन्च की 'खादी अगरबत्ती आत्मनिर्भर मिशन' योजना – कम निवेश में मिलेगा स्थायी रोजगार और मुनाफा

नई दिल्ली:

आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूती देने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में 'खादी अगरबत्ती आत्मनिर्भर मिशन' योजना को हरी झंडी दी है। यह योजना खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) द्वारा तैयार की गई है और इसका उद्देश्य कम निवेश में स्थायी रोजगार सृजन, घरेलू उत्पादों को बढ़ावा, और घटिया आयातित माल पर नियंत्रण करना है।


🔧 योजना की मुख्य बातें: MSME

  • Public-Private Partnership (PPP) मोड पर आधारित यह योजना देशभर में बेरोजगारों और प्रवासी श्रमिकों को रोजगार का अवसर देगी।
  • योजना के तहत KVIC, अगरबत्ती निर्माण के सफल निजी उद्यमियों के साथ मिलकर काम करेगा।
  • कारीगरों को स्वचालित अगरबत्ती मशीनें और पाउडर मिक्सिंग मशीनें उपलब्ध कराई जाएंगी।
  • मशीनें पूरी तरह भारतीय निर्माताओं से ही खरीदी जाएंगी ताकि स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा मिल सके।


💰 सब्सिडी और किस्त प्रणाली: MSME

  • मशीन की कीमत पर KVIC 25% सब्सिडी देगा।
  • शेष 75% रकम आसान मासिक किस्तों में कारीगरों से वसूल की जाएगी।
  • मशीनों का अधिकार अंततः कारीगरों के नाम ट्रांसफर कर दिया जाएगा।


👷 रोजगार और आमदनी का गणित:

  • एक स्वचालित मशीन 80 किलो अगरबत्ती रोज़ बनाती है, जिससे 4 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलता है।
  • एक पाउडर मिक्सिंग मशीन से 2 लोगों को नौकरी मिलेगी।
  • मजदूरी की दर ₹15 प्रति किलो है, जिससे एक मशीन पर 4 कारीगर ₹1200 प्रतिदिन तक कमा सकते हैं।
  • पाउडर मिक्सिंग मशीन पर काम करने वाले को ₹250 प्रतिदिन मिलेगा।


📦 कच्चा माल, लॉजिस्टिक्स और मार्केटिंग:

  • कच्चे माल की आपूर्ति, लॉजिस्टिक्स, क्वालिटी कंट्रोल और मार्केटिंग की जिम्मेदारी पूरी तरह निजी व्यापार भागीदार की होगी।
  • कारीगरों को मशीन ऑपरेशन और उत्पाद गुणवत्ता पर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिसकी लागत KVIC और पार्टनर मिलकर उठाएंगे (KVIC 75%, पार्टनर 25%)।


📊 अगरबत्ती बाजार में अपार संभावनाएं:

  • भारत में दैनिक अगरबत्ती की खपत: 1490 मीट्रिक टन
  • वर्तमान घरेलू उत्पादन: मात्र 760 मीट्रिक टन प्रतिदिन

    ➡️ इसका मतलब है कि अभी भी करीब 730 मीट्रिक टन की मांग अधूरी है।

    ➡️ यही कारण है कि यह योजना निवेश कम, मुनाफा ज़्यादा की सोच रखने वाले लोगों के लिए बेहद लाभदायक हो सकती है।


✅ निष्कर्ष:

'खादी अगरबत्ती आत्मनिर्भर मिशन' योजना सिर्फ एक रोजगार योजना नहीं, बल्कि भारत को अगरबत्ती उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की एक विजनरी पहल है। कम पूंजी, सरकारी सहयोग, निश्चित मार्केटिंग और नियमित आमदनी – ये सभी मिलकर इस स्कीम को एक बेहतरीन बिज़नेस अवसर बनाते हैं।