स्टार्टअप बिजनेस तो कई हैं लेकिन दूसरे व्यक्ति या व्यापार को तरक्की दिला कर जिसमें खुद भी कामयाबी पायी जाए ऐसे व्यापारों के नाम कम हैं. दरअसल ऐसे व्यापार में लोगों की रूचि भी कम ही होती है. लेकिन क्या आप ऐसा बिजनेस करना पसंद करेंगे, जहाँ आपकी तरक्की का कनेक्शन दूसरे व्यक्ति या कारोबार से जुड़ा हो? अगर आपका जवाब हाँ है, तो आपको स्मॉल बिजनेस कंसल्टिंग फर्म (Small Business Consulting Firm) की शुरुआत का विचार जरूर करना चाहिए.

व्यापार को ग्रोथ दिलाने के नज़रिए से भी स्मॉल बिजनेस कंसल्टिंग सर्विसेस (Small Business Consulting Services) को प्रोफिटेबल बिजनेस में से एक माना जाता है. चलिए इस लेख में हम आपको कंसल्टिंग बिजनेस की उन रणनीतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी जानकारी आपको फर्म की शुरुआत करते समय होनी चाहिए. इन रणनीतियों के माध्यम से ही आप कंसल्टिंग बिजनेस को प्रभावी तरीके से चला सकते हैं.

क्या, किसके लिए और क्यों जैसे सवालों की होनी चाहिए स्पष्टता (Clarity)

क्लीयेरिटी या स्पष्टता किसी भी व्यक्ति के आत्मविश्वास में बढ़ावा दिलाती है. इसीलिए अपने काम में आपको भी स्पष्टता लानी होगी. आपके काम की स्पष्टता ही आपके टार्गेट ऑडियंस तक आपकी सर्विस को पहुंचाने और उसे बेहतर बनाने के काम आएगी. जब एक बार आप जान जाते हैं कि वास्तव में आपको किस तरह के कंसल्टिंग बिजनेस की शुरुआत करनी है, आपकी सर्विस किस ऐज ग्रुप, किस जेंडर और किस विषय पर आधारित होने वाली है, तो आपके लिए आगे की प्रक्रिया बेहद आसान हो जाती है. इसलिए आपको सबसे पहला काम विषय की क्लीयेरिटी का करना है. यहीं से आपके लिए आगे का मार्ग तैयार होगा.

मार्केटिंग में हासिल करें दक्षता (Express Your Expertise with Good Marketing Skills)

मार्केटिंग स्किल्स कई प्रकार की होती हैं. हर व्यापारी अपने प्रोडक्ट या सर्विस को बेचने के लिए न जाने कितनी तरह की टैक्टिक्स और रणनीतियों को अपनाता है. मार्केट में कुछ व्यापारी केवल अपने प्रोडक्ट और सर्विस का सौदा करते हैं, लेकिन कुछ व्यापारी अपने सर्विस और प्रोडक्ट्स को बेचते ही नहीं है, बल्कि कस्टमर को अपनी सर्विस या प्रोडक्ट्स के बेहतरीन फीचर्स के माध्यम से अपना बनाने का काम भी करते हैं. आपको कंसल्टिंग बिजनेस में ऐसे ही टैक्टिस और मार्केटिंग स्किल्स को अपनाना है. आपकी कंसल्टिंग फर्म की बेहतरीन सर्विसेस और फीचर्स ही आपके पोटेंशियल कस्टमर्स का विश्वास हासिल करने का का काम करती हैं.

सर्विस की अच्छी डिलीवरी बढ़ाएगी आपका रेवेन्यू (Your Excellent Service Delivery will Increase Revenue)

कंसल्टिंग बिजनेस में क्लाइंट द्वारा उपलब्ध करायी गई जानकारी कभी-कभी आपके लिए उपयुक्त नहीं होती है. जानकारी का पूरा न होना आपके लिए बड़ी समस्या भी बन सकता है. इसकी वजह से शायद आप अपना प्रोजेक्ट सही समय पर डिलीवर न कर पाएं और प्रोजेक्ट सही समय पर डिलीवर नहीं होना आपके काम की गंभीरता पर सवाल खड़े कर सकता है. जिसका असर आपके रेवेन्यू पर भी पड़ता है.

ऐसी स्थिति को अपने कंसल्टिंग बिजनेस से दूर रखने के लिए और सर्विस डिलीवरी को बेहतर बनाने के लिए कुछ खास रणनीतियों का सहारा लेना होगा. आपको कंसल्टिंग बिजनेस में शुरुआत में ही सभी जरूरी प्वाइंटर्स को बनाना होगा. ताकि आप किसी भी जानकारी से वंचित न रहें और आपके काम में किसी भी तरह की परेशानी न आए. जब आपकी सर्विस की डिलीवरी बेहतर होगी तो आपके रेवेन्यू में भी बढ़ोतरी होगी.

लीगल िज़नेस स्ट्रक्चर का करें निर्माण (Make Legal Business Structure)

बिजनेस चाहे कोई भी क्यों न हो उसकी कानूनी सुरक्षा भी सबसे ज्यादा जरूरी होती है. कानूनी सुरक्षा कि मदद से आपका व्यवसाय किसी भी तरह की परेशानियों से दूर रहता है. अपने कंसल्टिंग बिजनेस के लिए भी आपको लीगल स्ट्रक्चर का निर्माण करना चाहिए. जब आप अपनी कंसल्टिंग फर्म के लिए लीगल स्ट्रक्चर का निर्माण कर लेते हैं तो उसे सुरक्षा भी मिल जाती है और आपका बिजनेस भरोसेमंद बिजनेस की लिस्ट में भी शामिल हो जाता है.

कंसल्टिंग बिजनेस के प्लान को इन रणनीतियों के माध्यम से शुरू किया जा सकता है और सुचारू रूप से चलाया जा सकता है. लेकिन किसी भी तरह के बिजनेस प्लान का निर्माण करने से पहले आपको उस बिजनेस की अच्छी तरह से रिसर्च करनी चाहिए. एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए और इंडस्ट्री में मौजूद लोगों के अनुभव को भी जान लेना चाहिए. तभी किसी भी व्यवसाय में हाथ आज़माना चाहिए.

लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा आप अगर बिज़नेस को शुरुआत से समझने के लिए किसी बिज़नेस कोर्स की मदद चाहते हैं तो आपको Entrepreneurship Course का चयन करना चाहिए. जहाँ पर आपको बिज़नेस इंडस्ट्री से जुड़े बड़े उद्यमियों से बिज़नेस की बारीकियों को सीखने का अवसर मिलता है.