भारत में बीते कुछ वर्षों से ऑनलाइन बिजनेस का चलन तेजी से बढ़ा है. कपड़े से लेकर घर के राशन तक हर एक चीज ऑनलाइन खरीदी और बेची जा सकती है. सब्जी, दवा, सौंदर्य और सेहत से जुड़ी हर वो एक चीज महज चंद मिनटों में ऑनलाइन मंगवाई जा सकती है, जो आम मार्केट में ढूढने पर भी जल्दी नहीं मिलती है. यही वजह है कि देश में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का डबल रफ्तार से विकास हो रहा है. Marketing Strategies: इन 4 ऑनलाइन तरीकों से बढ़ाएं अपना स्मॉल बिजनेस, होगा खूब फायदा

एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2020 की अंतिम तिमाही के दौरान ई-कॉमर्स कारोबार में 36 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी हुई. इस दौरान व्यक्तिगत देखभाल, सौंदर्य और सेहत (पीसीबीएंडडब्ल्यू) सेगमेंट को सबसे अधिक मुनाफा हुआ है. यूनिकॉमर्स और केयर्ने की ‘ई-कॉमर्स रुझान रिपोर्ट - चौथी तिमाही 2020’ के मुताबिक अक्टूबर से दिसंबर 2020 की अवधि में पीसीबीएंडडब्ल्यू, एफएमसीजी और स्वास्थ्य देखभाल (एफएंडएच) सेगमेंट के ऑर्डर में क्रमशः 95 प्रतिशत और 46 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि देखी गई. यहां तक की टियर 2 और 3 शहरों में भी ऑनलाइन बिजनेस तेजी से फलफूल रहा है.

ऑनलाइन मार्केट का दायरा बढ़ने के साथ ही प्रतियोगिता भी बढ़ रही है. जिस वजह से इस इंटरनेट से जुड़े बिजनेस के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) का उपयोग करना बहुत आवश्यक हो गया है. तो आइए जानते है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी ऑनलाइन बिजनेस को तरक्की के नए मुकाम पर पहुंचने में किस तरह से मदद करता है:

खोज आसान बनाता है-

अधिकतर ऑनलाइन खरीदारी सर्च से शुरू होती है.जिसके नतीजे प्रासंगिक (Relevant) और की-वर्ड्स के अनुसार होते है. आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस टेक्‍नोलॉजी यूजर्स को फोटो अपलोड करने और सबसे प्रासंगिक या सटीक खोज परिणाम दिखाने में मदद करता है. इससे खरीददार का काफी समय बच जाता है, क्योंकि उसकी जरुरत का सामान उसे जल्द ही मिल जाता है.

बिक्री बढ़ाने में मदद करता है-

यह बात आपने भी कभी नोटिस की होगी कि जो चीज आपने ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर ज्यादा सर्च की है, उससे जुड़े प्रोडक्ट्स आपको ज्यादा दिखते है. ई-कॉमर्स वेबसाइट यह काम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से करते है. एआई और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम खरीदार के पिछले खोजों, पसंद, अक्सर खरीदे गए प्रोडक्ट से खरीदार के व्यवहार का अनुमान लगा सकते हैं. जिसके आधार पर यूजर्स को प्रोडक्ट खरीदने का सुझाव दिया जाता है. इससे यूजर्स को प्रोडक्ट को खोजने में घंटों का समय नहीं लगता और बेस्ट पाने में सहायता मिलती है. इसकी मदद से वेबसाइट अपनी बिक्री में भी सुधार कर सकता है.

बिक्री प्रक्रिया को व्यवस्थित बनाता है-

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग ई-कॉमर्स रिटेलर्स द्वारा डेटा पैटर्न एकत्र करने और प्राप्त डेटा से शक्तिशाली इनसाइट (Insight) विकसित करने के लिए किया जाता है. व्यवसाय की इन्ही पिछली जानकारियों के आधार पर बिक्री में सुधार किया जा सकता है. इसकी मदद से डीप लर्निंग तकनीक का उपयोग ग्राहकों की पसंद और हितों की पहचान करने के लिए किया जा सकता है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लाखों बिक्री का डेटा पलभर में स्कैन कर खरीद पैटर्न और यूजर्स के बीच का संबंध निर्धारण करने में सक्षम होता है.

कस्टमर को समझने में मदद करता है-

किसी भी बिजनेस के लिए उसका कस्टमर सब कुछ होता है. इसलिए अपने टारगेट कस्टमर को समझना बहुत जरूरी है. ऐसा करने के कई तरीके हैं. ई-कॉमर्स वेबसाइट यूजर्स को ऑनलाइन सर्वे भेजते है, फीडबैक फॉर्म भरवाते है और कस्टमर को अधिक समझने के लिए रेटिंग और रिव्यु का भी सहारा लेते है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी कस्टमर का नजरिया समझने में सफल है. इसके जरिये कमेंट, रिव्यु, शिकायतें और फीडबैक से एक सार निकाला जा सकता है. जिसका उपयोग बिजनेस की आगे की रणीनीति बनाने में बहुत सहायक होगा.

बेहतर साइबर सुरक्षा मिलती है-

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से ऑनलाइन बिजनेस को डबल साइबर सुरक्षा मिलती है. यह वेबसाइट की साइबर सिक्योरिटी को बेहतर बनाता है. यह किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी को आसानी से और तेजी से पकड़ कर दूर कर सकता है. ई-कॉमर्स को रोज अनेकों ट्रांज़ैक्शन से जूझना पड़ता है. साइबर क्रिमिनल और हैकर यूजर अकाउंट को गैरकानूनी ढंग से हैक कर सकते हैं. जिससे निजी डेटा और ऑनलाइन फ्रॉड का खतरा बढ़ जाता है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन सब मुसीबतों से आपके बिजनेस को बचाने में सक्षम है.