कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर ने भारत के अधिकांश हिस्से को अपनी आगोश में ले लिया है. जिसका प्रभाव देश के उद्योग-धंधों पर भी पड़ने लगा है. इस बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने देश के सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) को भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास का इंजन बताते हुए कोविड की दूसरी लहर से निपटने में सक्षम बताया है. गडकरी ने विश्वास जताया कि जिस तरह से एमएसएमई सेक्टर ने कोरोना की पहली लहर से मुकाबला कर खुद को खड़ा किया, ठीक उसी तरह से मौजूदा हालात से भी मजबूती से निपटेगा. MSME सेक्टर की लागत घटाने और मुनाफा बढ़ाने के लिए सरकार ने उठाया अहम कदम

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘‘एक देश के रूप में हमने कोविड-19 की पहली लहर से मजबूती से निपटा और मजबूत वृद्धि के अनुमान के रास्ते पर आये हैं. मुझे भरोसा है कि उद्योग और एमएसएमई में जो क्षमता है, वे उसी भरोसे के साथ मौजूदा संकट से निपटेंगे और भारत को सकारात्मक वृद्धि के रास्ते पर ले जाएंगे.’’

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा एमएसएमई मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे गडकरी ने अमेजन इंडिया के एक कार्यक्रम को ‘ऑनलाइन’ संबोधित करते हुए कहा, ‘‘एमएसएमई भारतीय अर्थव्यवस्था के लिये वृद्धि का इंजन है. कोविड-19 ने एमएसएमई क्षेत्र के लिये कड़ी चुनौतियां पेश की हैं. लेकिन मुझे भरोसा है कि हमारा एमएसएमई क्षेत्र बदलते माहौल में स्वयं को ढालेगा और अंतत: भारत के लिये वृद्धि के रास्ते पर लौटने में मददगार होगा.’’

उन्होंने यह भी कहा कि नई प्रौद्योगिकी के साथ सही कच्चे माल का चयन और गुणवत्ता दीर्घकाल में इस क्षेत्र की सफलता को निर्धारित करेगा. इस मौके पर उन्होंने बताया कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में उल्लेखनीय पुनर्गठन हो रहा है और विभिन्न देश अपनी आपूर्ति व्यवस्था को विविध रूप देने के लिये चीन से बाहर विकल्प देख रहे हैं. ऐसे में भारत के एमएसएमई क्षेत्र के लिये वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला से जुड़ने का अच्छा अवसर है.