बिना कोचिंग के टॉप की UPSC परीक्षा, जानिये मुस्कान डागर की कहानी

Janiye Muskan Dagar ki Sangharsh Se Safalta tak ki Kahani!

हर साल लगभग 10 लाख लोग अच्छी रैंक पाने के उद्देश्य से UPSC की परीक्षा में आवेदन देते हैं। लेकिन बहुत कम लोग ही इसमें सफल हो पाते हैं। कोई भी इंसान परीक्षा तभी पास कर सकता है, जब वह लगन और मेहनत से उसकी तैयारी करे। आज हम बात करेंगे मुस्कान डागर की।

23 वर्षीय मुस्कान हरियाणा के झज्जर से आती है। अपने पहले प्रयास में मुस्कान ने 474वीं रैंक हासिल की और उन्हें इंडियन सिविल अकाउंट सर्विस मिली। लेकिन मुस्कान IAS बनना चाहती थी, इसलिए मुस्कान ने फिर से और ज्यादा तैयारी की और दूसरे प्रयास में 72वीं रैंक हासिल की। जानिये मुस्कान डागर की सफलता की कहानी

कौन हैं मुस्कान डागर?

मुस्कान डागर का जन्म सन् 2000 में हरियाणा के झज्जर में हुआ था। मुस्कान के पिता एक किसान हैं और उनकी माता गृहिणी। मुस्कान की स्कूली शिक्षा स्थानीय स्कूल में ही हुई थी। मुस्कान पढ़ाई में बहुत अच्छी थी। 12वीं में ही उन्होंने 94.4 प्रतिशत अंक हासिल कर अपने स्कूल की टॉपर रही थीं। उसके बाद ग्रेजुएशन करने के लिए मुस्कान ने दिल्ली का रुख किया और वहां 2020 में हिन्दू कॉलेज से BSc में ग्रेजुएशन किया।

ऐसे की UPSC की तैयारी

अपने ग्रेजुएशन के अंतिम साल में मुस्कान ने UPSC की तैयारी करने का निर्णय लिया। हालांकि, मुस्कान की माँ चाहती थीं कि वो डॉक्टर बने, लेकिन मुस्कान ने UPSC को ही अपना लक्ष्य बना लिया था। शुरू में कुछ समय के लिए मुस्कान ने कोचिंग जॉइन की, लेकिन फिर बाद में खुद ही तैयारी करने लगी। इसके लिए मुस्कान ने पहले के UPSC टॉपर्स की लिस्ट निकाली और ये पता किया कि उन लोगों ने कैसे तैयारी की थी। मुस्कान ने भी वही स्ट्रेटेजी बनाई जैसे एनसीईआरटी, लक्ष्मीकांत आदि बुक्स का अध्ययन करना, इसके अलावा उन्होंने यह भी तय किया कि किस टॉपिक के लिए कितना समय रखना है आदि।



दूसरे अटेम्प्ट में पायी अच्छी रैंक

मुस्कान ने लगातार मेहनत कर अपने पहले अटेम्प्ट में 474वीं रैंक प्राप्त की, जिसके बाद उन्हें इंडियन सिविल अकाउंट सर्विस ICAS में पोस्टिंग मिली। मुस्कान चाहती तो इतने में ही संतुष्ट हो जातीं, लेकिन उन्होंने दूसरा प्रयास करने का फैसला लिया। इसके बाद मुस्कान ने और मेहनत करके दूसरी बार UPSC की परीक्षा दी और इस बार उनकी मेहनत पिछली दफा की तुलना में अधिक रंग लायी। अपने इस दूसरे प्रयास में मुस्कान ने 72वीं रैंक हासिल की।

अपने पहले प्रयास में मुस्कान को इंडियन सिविल सर्विस (ICAS) अलॉट हुआ था, जिसकी वो अभी ट्रेनिंग कर रही है। इस साल UPSC का रिजल्ट आया, तब घर पर इसका जश्न मनाने के लिए मुस्कान छुट्टी लेकर आयी। मुस्कान ने अपनी कड़ी मेहनत से ना सिर्फ अपने परिवार बल्कि पूरे  गाँव का सीना चौड़ा कर दिया। अब मुस्कान IAS बनने के बाद समाजसेवा करना चाहती हैं और विशेषरूप से महिला सशक्तिकरण के लिए काम करना चाहती हैं।

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