वित्त वर्ष 2021-22 का बजट हर साल के बजट से अलग रहने वाला है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 21 दिसंबर को आगामी बजट को लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी और क्लाइमेट चेंज संबंधित सेक्टर एक्सपर्ट के साथ प्री-बजट विचार-विमर्श किया था। वित्त मंत्रालय ने ट्विटर के जरिए इस बार अलग बजट पेश करने की बात की। वित्त मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि आज दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2021-22 के संबंध में इंफ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी और क्लाइमेट एक्सपर्ट के साथ अपने विचार-विमर्श किया है। वित्त वर्ष 2021-22 का बजट एक फरवरी को संसद में पेश किया जाएगा।

 

इस बैठक में निर्मला सीतारमण के अलावा, वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, वित्त सचिव डॉ एबी पांडे, मुख्य आर्थिक सलाहकार के वी. सुब्रमण्यम और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

 

इस बार के बजट का पूरा फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर पर ही रहने वाला है।  पिछले दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि इस बार का बजट बिल्कुल अलग होगा। उनका कहना था कि कोरोना संकट की वजह से सरकार बजट में अपनी नई रणनीति भी पेश कर सकती है। पिछले करीब 100 वर्षों के मुकाबले इस साल का बजट अलग होगा। सरकार चुनौतियों के हिसाब से बजट की तैयारी में है। इस बार का बजट अन्य वर्षों के मुकाबले आत्म निर्भर भारत पर भी फोकस करेगा। हर साल बजट से पहले वित्त मंत्री विभिन्न सेक्टर्स के दिग्गजों के साथ मीटिंग करती हैं। इसमें आगामी बजट के लिए सुझाव लिए जाते हैं। इस साल कोरोना महामारी से देश की अर्थव्यवस्था काफी प्रभावित हुई है। ऐसे में बजट का महत्व और बढ़ गया है। इस बार के बजट पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।