नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी से जारी जंग के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था से जुड़ी राहतभरी खबर है. दिसंबर महीने में औद्योगिक उत्पादन में एक प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया है, जो कि औद्योगिक गतिविधि में तेजी आने का एक संकेत हैं. केन्द्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी किये गए आकंड़ों में इसकी पुष्टि हुई है. Grocery Business Tips: कोरोना के दौर में अपने किराना बिजनेस को सफल बनाने के लिए फॉलो करें ये टिप्स
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के त्वरित अनुमान के अनुसार, नवंबर 2020 में (माइनस) 2.09 प्रतिशत का संकुचन यानी गिरावट देखी गई थी, मगर दिसंबर में एक प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है. आईआईपी के आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में दिसंबर 2020 में 1.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वहीं खनन उत्पादन में 4.8 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि बिजली उत्पादन में दिसंबर 2020 में 5.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
नवंबर महीने में आठ कोर उद्योगों का संयुक्त सूचकांक नवंबर में 125.9 रहा, जो पिछले साल के इसी महीने से 2.6 फीसदी कम था. नवंबर महीने में खासतौर से प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों, इस्पात और सीमेंट के क्षेत्र के उत्पादों में गिरावट के चलते देश के इन प्रमुख क्षेत्रों में औद्योगिक उत्पादन लगातार नौवीं बार फिसला था.
आईआईपी का त्वरित अनुमान हर माह की 12 तारीख (यदि 12 तारीख को अवकाश होता तो फिर पिछले कार्य दिवस) को छह सप्ताह के अंतराल के साथ जारी किया जाता है और स्रोत एजेंसियों से प्राप्त आंकड़ों के साथ इसे संकलित किया जाता है, और एजेंसियां इस डेटा को उत्पादक कारखानों/प्रतिष्ठानों से प्राप्त करती हैं.