नई दिल्ली: इस बात में कोई शक नहीं कि भारतीय रेलवे देश के लॉजिस्टिक क्षेत्र की रीढ़ है. बीते साल जब कोरोना वायरस महामारी के दौरान अधिकतर गतिविधियां लॉकडाउन के तहत बंद थी, तब भारतीय रेलवे ने देश में माल ढुलाई परिवहन में अथक सेवाएं प्रदान कर उद्योग जगत की बड़ी मदद की. रेलवे ने प्राथमिकता पर माल ढुलाई नीति अपनाई है जिसके तहत न केवल परंपरागत वर्गों से माल ढुलाई के विस्तार पर बल दिया गया है बल्कि अपनी ओर नए ग्राहक आकर्षित करने के तेज उपभोक्ता केंद्रित कार्य को आगे बढ़ाया गया है. Export Business Tips: एक्सपोर्ट बिजनेस में सफल होने के लिए गांठ बांध ले ये 5 बातें
लॉकडाउन के दौरान रेलवे ने सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण समय में देश को आवश्यक सप्लाई प्रदान करने तथा राष्ट्रीय सप्लाई चेन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. हाल ही में केंद्रीय रेल, वाणिज्य तथा उद्योग उपभोक्ता मामले तथा खाद्य, सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने माल ढुलाई उपभोक्ताओं की सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वन स्टॉप सॉल्यूशन के रूप में माल ढुलाई उपभोक्ता पोर्टल का उद्घाटन किया है. रेल मंत्री ने कहा कि भारतीय रेल एक अदृश्य धागा है जो भारत की लंबाई और चौड़ाई को जोड़ता है.
नया पोर्टल रेलवे के साथ व्यापार-सुगमता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. पोर्टल उपभोक्ताओं को सर्वश्रेष्ठ सेवा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेगा. भारतीय रेलवे की वेबसाइट indianrailways.gov.in या www.fois.indianrail.gov.in/RailSAHAY पर लॉगिन करके पोर्टल एक्सेस किया जा सकता है.
अपने तरह का पहला समर्पित माल ढुलाई पोर्टल यह सुनिश्चित करेगा कि सभी कार्य उपभोक्ता केंद्रित हों, लॉजिस्टिक्स प्रदान करने वालों की लागत में कमी आए, आपूर्तिकर्ताओं के लिए ऑनलाइन ट्रैकिंग सुविधा सुनिश्चित हो और माल परिवहन की प्रक्रिया सरल बने. मानव से मानव के आपसी कार्य की आवश्यकता को कम करने और मानवीय कार्य के स्थान पर ऑनलाइन माल ढुलाई विकास पोर्टल डिजाइन किया गया है.
सभी वर्तमान तथा नए उपभोक्ताओं की अलग-अलग आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर पोर्टल डिजाइन और विकसित किया गया है और इसका फोकस व्यापार-सुगमता, पारदर्शिता लाने और पेशेवर समर्थन प्रदान करने पर है. उद्योग क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने कोविड महामारी के दौरान सामानों की सप्लाई के लिए विभिन्न कदमों की पेशकश करने के लिए रेलवे को बधाई दी. इसकी वजह से माल ढुलाई में न केवल सुगमता आएगी बल्कि लागत में भी कमी आएगी.