कोरोना (Covid 19) काल ने दुनिया भर के लोगों को स्वास्थ्य के प्रति बेहद सचेत बना दिया है. आलम ये है कि अब हर इंसान अपने स्वास्थ्य के प्रति न सिर्फ सतर्क है बल्कि दिन भर के हर खान-पान में बेहद ज्यादा गंभीरता दिखाने लगा है. खेती करने के तरीकों में भी बदलावों की उम्मीद लगातार की जा रही है. एक ओर जहां अधिक उत्पादन के लिए रासायनिक पदार्थों का खेती के दौरान ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है, वहीं ऑर्गेनिक खेती पर भी जोर दिया जाने लगा है. अगर आप व्यापारी है और ऑर्गेनिक खेती में अपना भाग्य आज़माना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए है. भारत में ऑर्गेनिक फॉर्मिंग (Organic Farming) में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और हर व्यक्ति इसके महत्व को देखते हुए इसकी जरूरत पर जोर दे रहा है. चलिए जानते हैं कि ऑर्गेनिक फॉर्मिंग क्या है और इसे किस तरह से करके मुनाफा जुटाया जा सकता है.

  1. क्या है ऑर्गेनिक फॉर्मिंग: ऑर्गेनिक फॉर्मिंग को जैविक खेती भी कहा जाता है और इसका मानव के स्वास्थ्य से सीधा संबंध होता है. कीटनाशक और रासायनिक पदार्थों की मदद से की जानी वाली खेती से फसल पर तो बुरा प्रभाव होता ही है, इसके साथ ही व्यक्ति के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है. इसलिए ऑर्गेनिक फॉर्मिंग की ज्यादा डिमांड होने लगी है.

खेती करने के लिए जब प्राकृतिक तत्वों या फिर बिना रासायनिक पदार्थों का उपयोग किए जब खेती की जाती है, तो उसे ऑर्गेनिक फॉर्मिंग कहा जाता है. कम शब्दों अगर कहें तो कुदरती तरीकों से या गोबर के इस्तेमाल से, केंचुएं के इस्तेमाल से जब खेती की जाती है तो उसे ऑर्गेनिक फॉर्मिंग कहा जाता है. यह खेती इंसान के स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होती है.

  1. कैसे की जाती है ऑर्गेनिक फॉर्मिंग: ऑर्गेनिक फॉर्मिंग में प्राकृतिक तत्वों, जैसे की हरी खाद, प्राकृतिक खाद, केंचुएं और गोबर जैसे पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है. जैविक खेती किसान और उपभोक्ता दोनों के लिए ही फायदेमंद होती है. इन सभी पदार्थों का निर्माण आप अपने खेत में कर सकते हैं. अब बात करते हैं कि इस तरह की खेती को कैसे किया जाता है. ऑर्गेनिक खेती को करने के लिए आपको ज़मीन की आवश्यकता होगी, ध्यान रहे कि जमीन की उर्वरा शक्ति काफी उत्तम किस्म की हो. अगर आपकी जमीन नहीं है, तो जमीन को किराए पर लेकर भी ऑर्गेनिक फॉर्मिंग की जा सकती है. सबसे जरूरी बात आपको खेती की विस्तार से जानकारी होनी चाहिए. अगर खेती से जुड़ी आपकी जानकारी कम है तो इसके लिए आप किसी विशेषज्ञ यानी कि जैविक खेती के बारे में विस्तार से जानकारी रखने वाले किसी एक्सपर्ट की मदद भी ले सकते हैं.
  2. ऑर्गेनिक फॉर्मिंग को कैसे विस्तार दें: सरकार लगातार प्राकृतिक पदार्थों की बढ़ोतरी के लिए लगातार प्रयास कर रही है. रासायनिक पदार्थों के अधिक इस्तेमाल से मानव स्वास्थ्य पर बड़ा गहरा प्रभाव पड़ रहा है, इसी कारण जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग भी काफी प्रोत्साहित कर रहा है. ऐसे में आपके जैविक खेती के व्यापार को विस्तार देना आपके लिए काफी सरल हो सकता है, बशर्ते आप सही तरीकों को अपने ऑर्गेनिक फॉर्मिंग में उपयोग में ला रहे हैं.

जैविक खेती आज समय की जरूरत बन चुकी है. बढ़ती बीमारियों का एक कारण खेती में रासायनिक पदार्थों का ज्यादा इस्तेमाल भी माना जाता है. इसी की बदौलत हर सेक्टर में ऑर्गेनिक फॉर्मिंग के महत्व को बड़ी गंभीरता से समझकर इसके विस्तार पर भी अधिक जोर दिया जा रहा है. आप ऑर्गेनिक खेती को अगर शुरू करते हैं तो कम समय में अपने खाद्य पदार्थों को बाजार में स्थापित भी कर पाएंगे और इस बिज़नेस से अच्छा मुनाफा भी कमा पाएंगे.

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