क्या आप किसी ऐसी नौकरी या काम को कर रहे हैं, जो केवल आपके बैंक अकाउंट को मैनटेन करने का काम करती है? या फिर अपनी उस ड्रीम जॉब को इंजॉय कर रहे हैं, जिसमें आपको सुकून भरे पलों का अहसास होता है? कहीं आपके ख़्वाब अचानक ही आपको नींद से तो नहीं जगाते हैं?
क्या थोड़ी देर थम जाने पर आपके सपनों की दुनिया अचानक ही आपके सामने तो नहीं आ जाती है? अगर इन सवालों के जवाब हाँ हैं, तो ऐसा महसूस करने वाले आप अकेले नहीं हैं. ऐसे बहुत से लोग हैं, जो अपने सपनों को छोड़ किसी दूसरी नौकरी में अपना जीवन यापन कर रहे हैं लेकिन उनके सपनों की कसक रह-रह उनके ज़हन में आती रहती है. ऐसे लोगों को बस समझने की जरूरत है कि एक अच्छी तरह से की गई प्लानिंग आज भी उनके सपनों को हकीक़त में बदलने का काम कर सकती है. अगर आप भी ऐसे लोगों में शुमार हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए है. आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि अपने ड्रीम को पूरा करने के लिए किस तरह से प्लानिंग करनी चाहिए.
- पन्ने पर उकेरे भावनाएं (Write it Down)
एक प्रचलित वाक्य के द्वारा कहा गया है कि पन्नों पर लिखी बातें अक्सर मोटिवेशन का काम करती हैं. इसलिए अपने ड्रीम या अपने लक्ष्य को नोटबुक में लिखना शुरू करें. कई बार आपको अपने ड्रीम के बारे में किसी दूसरे व्यक्ति को बताने में झिझक होती है, ऐसी स्थिति में आपकी यह नोटबुक आपका काफी साथ देती है. इसलिए अपने ड्रीम को कलम के माध्यम से पन्नों पर उकेरना आपका सबसे पहला स्टेप होना चाहिए. उदाहरण के तौर पर अगर आप अपने स्टार्ट-अप की शुरुआत करना चाहते हैं, लेकिन उसके लिए आप खुद को अभी पूरी तरह से तैयार नहीं पाते हैं. तो ये कुछ स्टेप आपकी मदद कर सकते हैं.
बिज़नेस प्लान बनाएः अपने बिज़नेस प्लान को लिखना शुरू करें. किस तरह का स्टार्ट-अप आप चाहते हैं, आपका टार्गेट कस्टमर कौन होगा, कहाँ से फंडिंग की जा सकती है, किस तरह से कस्टमर तक पहुँचा जा सकता है? इन सभी सवालों की एक लिस्ट बना कर उनके जवाबों की तलाश भी शुरू करें. यह सबसे अच्छी शुरुआत होगी.
दिनचर्या को करें प्लानः अपनी दिनचर्या को हर रोज़, रात को पहले ही तैयार कर लेना चाहिए. उदाहरण के तौर पर आप अगर नौकरी करते हैं तो पहले ही प्लान कर लें कि वर्किंग आवर खत्म होने के बाद कुछ घंटे आपको अपने स्टार्ट-अप पर काम करने के लिए भी निकालने हैं.
अपने सपनों को एक्शन प्लान में किस तरह से कंवर्ट किया जाता है, इसकी ज्यादा जानकारी के लिए इस वीडियो को देख सकते हैं.
- लिखे गए प्लान को रखें अपने सामने (Keep it Front and Center)
पन्नों पर लिख उस प्लान को किसी ड्रॉर में संजो कर न रख दें. लिखी गई प्लानिंग को अगर हकीक़त का रूप देना चाहते हैं तो उसे आपको अपने सामने रखना होगा. ताकि हर रोज़ आते-जाते आपको अपने लक्ष्य याद रहें. अपनी प्लानिंग को किस तरह से वास्तविकता का रूप देना है, इस बात को आप तभी याद रख पाएंगे जब हर रोज़ उस लिखे गए प्लान की ओर देखेंगे, जिसे आपको सच करना है.
- अपनी प्रोग्रेस का करें निरीक्षण (Track Your Progress)
जब आप अपने ड्रीम के लिए काम करना शुरू करते हैं तो आपमें एक अलग किस्म का उत्साह और जज्बा होता है. लेकिन इसी के साथ ही आपको एक और बात का भी ध्यान रखना होगा. आपको अपनी प्रोग्रेस को भी समय-समय पर ट्रैक करते रहना होगा. यह वह चरण है, जब आपको अपने काम करने की स्पीड के साथ ही अपनी प्रोग्रेस का भी निरीक्षण करते रहना होगा. इसके आधार पर आप देख पाएंगे कि आपने अपने लक्ष्य में कहां तक सफलता पायी है. आगे अपने काम को आपको किस तरह से करना चाहिए और किस तरह के परिवर्तनों करने की जरूरत हो सकती है. इन सभी बातों को आप तभी जान पाएंगे जब आप अपनी प्रोग्रेस को एक निश्चित अंतराल के बाद ट्रैक करते रहेंगे. इसलिए प्रोग्रेस को ट्रैक करना भी आपकी योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए.
इन टिप्स के ज़रिए बनायी गई योज़ना से हर ड्रीम को हकीक़त में बदला जा सकता है. इस तरह से प्लानिंग करने पर आप निश्चित ही अपने किसी भी ड्रीम को पूरा कर सकते हैं. इसके अलावा अगर आप बिज़नेस की शुरूआत करना चाहते हैं और नहीं जानते हैं कि कैसे बिज़नेस को शुरू किया जाए और कैसे उसे आगे बढ़ाया जाए तो इसमें आप Everything About Entrepreneurship कोर्स की मदद ले सकते हैं. आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा, इसके बारे में आप हमें कमेंट सेक्शन में कमेंट कर बता सकते हैं.