पब्लिक स्पीकिंग एक ऐसी कला है, जिसे सीखा और ज्यादा से ज्यादा पॉलिश किया जा सकता है. एक आत्मविश्वासी वक्ता आसानी से किसी का भी दिल और विश्वास जीत सकता है, दर्शकों पर अपना प्रभाव छोड़ सकता है, उसे अपना बना सकता है. अगर आप भी ऐसा ही प्रभावशाली, शक्तिशाली और आत्म विश्वासी वक्ता बनना चाहते हैं तो आपके लिए 10 अचूक टिप्स यहां प्रस्तुत हैं. Home Business: कम निवेश में घर से शुरू करें ये 10 बेहतरीन बिजनेस, होगी हजारों की कमाई
1- अपने ऑडियंस को पहचानें (Know Your Audience)
आप बिना दर्शक को समझे या पहचाने स्टेज पर नहीं जा सकते. आपको स्टेज पर जाने से पहले जानना होगा कि दर्शक कौन है, क्या भाषा पसंद करता है, उनकी औसत उम्र क्या है, कहां का रहने वाला है, जेंडर क्या है, कितना कमाता है, उसका संघर्ष क्या है. इन सब बातों को समझना होगा इसके बाद एक एजेंडा बनायें कि आप कहना क्या चाहते हैं.
2- दिमाग में एक एजेंडा तैयार करें (Create Content with Agenda in Mind)
इसके बाद एक एजेंडा बनाइये कि आपको क्या और कितना बोलना है. अगर आपको ही नहीं पता कि दर्शक क्या अचीव करेंगे, तो दर्शक कैसे अचीव कर सकेंगे. वास्तव में स्पीच तीन प्रकार की होती है, पहली जो आपने तैयार की, दूसरी जो आपने दी, तीसरी जो आप देना चाहते थे. जिसके लिए आपने पूरी तैयारी की. तो जिस चीज की तैयारी करें, उसे ही प्रस्तुत करने की कोशिश करें.
3- पीपीटी रूल्स (PPT Rules-Structur the Sequence)
आप एक पीपीटी बनाएं. इसके लिए 5 बाय 5 का रूल अपनायें. मसलन आपकी एक स्लाइड में 5 से ज्यादा लाइन नहीं होनी चाहिए, एक लाइन में 5 से ज्यादा शब्द नहीं होना चाहिए. एक पीपीटी बनाने का यह मतलब नहीं कि बहुत सारे कंटेंट लिख दें. इससे लोग डिस्कनेक्ट हो जायेंगे. इसीलिए आपकी लंबी चौड़ी थिंकिंग प्वाइंट की कोई जरूरत नहीं.
4- सुसंगत विषय (Coherent Theme)
एक कंप्लीट थीम होनी चाहिए. जो स्पष्ट हो, ताकि जब आप पब्लिक को फेस करें, तो आपके दिमाग में वह थीम फाइनल रहे, आप बोलते हुए पायेंगे कि आपके निर्जीव शरीर में अचानक जान-सी आ गई है. देखते ही देखते आप पॉवरफुल स्पीकर बन जाएंगे. आप कम्युनिकेट तभी कर पायेंगे, जब आपके पास सुसंगत थीम होगी.
5- असामान्य उपयोगी जानकारी (Unusal Useful Information)
एक होता है इमोशनल माइंड और एक होता है लॉजिकल माइंड. आपको दोनों बताने हैं. दोनों को संतुष्ट करना है. असामान्य जानकारी का एक डेटा बनाएं, उससे दर्शकों में ट्रस्ट आता है. सामने वाले का जो लॉजिकल माइंड है, वह भी विश्वास में आ जाता है. वह प्रभावित होता है कि आप डेटा के साथ बात करते हैं. हवा हवाई बात नहीं कर रहे है, लेकिन डेटा भी ऐसा यूज करें जैसे कोई स्टोरी शेयर कर रहे हैं. जिससे सामने वाले के दिमाग में आपकी स्टोरी बस जाएं.
6- साझा करने योग्य सामग्री (Shareable Content)
कंटेट ऐसा बनाएं जिसे लोग शेयर करना चाहें. जिससे शेयर करने वाले की इज्जत बढ़े, तभी वह आपके बारे में शेयर करेगा, आपका रेफरेंस बढ़ेगा. उदाहरण के लिए नरेंद्र मोदी अपनी सिक्यूरिटी के साथ सेल्फी वाली फोटो शेयर नहीं करते, क्योंकि वो साझा करने योग्य नहीं होती है, वे समुद्र के किनारे प्लास्टिक बीनते हुए, झाड़ू लगाते हुए, दलितों के पांव धोते फोटो शेयर करते हैं. वहीं आम आदमी कूड़ा उठाते हुए फोटो नहीं शेयर करेगा, वो शानदार वस्तुओं, स्थानों के साथ फोटो डालेगा, क्योंकि उसे शेयर करने में उसकी इज्जत बढ़ती है.
7- प्रोत्साहित करने वाली जानकारी (Inspirational Information without Repetition)
अगर आप बार बार अपनी बात रिपीट करेंगे तो आपकी प्रतिष्ठा खत्म हो जाएगी. इसलिए कंटेंट रिपीट नहीं होना चाहिए. उदाहरण के तौर पर आज सोनू निगम किशोर कुमार के गाने गाते है, लोग ताली बजाते हैं, लेकिन अगर कोई एंकर अपनी वीडियो दुबारा डालेगा तो लोग कहेंगे कि इसके पास कंटेंट नहीं है. कपिल शर्मा बार-बार एक ही चुटकुले सुनायेगा तो लोगों को पसंद नहीं आयेगा. इसके साथ ही आपको इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए कि कब पॉज देना है और कब स्पीड बढ़ानी है, ये आना चाहिए.
8- चलन वाले कंटेंट (Trending Content)
ट्रेंडिंग कंटेंट का भी प्रयोग करें. इन दिनों वायरल क्या चल रहा है. मसलन अमूल ने ‘बदतमीज दिल’ गाने के शब्दों पर ‘बटरमीज दिल’ कर दिया. ‘बजरंगी भाईजान’ को ‘बटरंगी भाईजान’ कर दिया, मोदी जब यूएसए जाते थे तो उसे ‘यूसाफिर हूं यारों’ कर दिया. यानी जो वायरल चल रहा है. इस तरह जो कंटेंट चलन में हैं, उन्हें इस्तेमाल करें, लोगों को सुनने में अच्छा लगेगा
9- दृढ़ विश्वास (Conviction is Confidence)
आप जब कन्टेंट में घुस जाते हैं तो इतना कन्विक्शन आ जाना चाहिए कि आवाज आपके दिल से निकले. पब्लिक स्पीकिंग कोई टैलेंट नहीं है, बल्कि पब्लिक स्पीकिंग एक स्किल है, जिसे आप हासिल कर सकते हैं. यह बचपन से मिलता है. आपको उसे बस मांजना होता है.
10- दिल से निकली आवाज दिल को छूती है
पब्लिक स्पीकर की सबसे अच्छी क्वालिटी होती है उसका उत्साहित रहना. अगर आप अपने कंटेंट को अच्छी तरह समझते हैं तो आप स्टेज पर खेल सकते हैं. आपके मुंह से निकला कंटेंट सामने वाले के कान तक पहुंचेगा, तर्क से बोला हुआ कंटेंट दिमाग तक पहुंचता है, लेकिन दिल से बोला हुआ कंटेंट सामने वाले के दिल को छूता है. यही बात लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है, यही बात उन्हें हमेशा याद रह जाती है. क्योंकि भावुकता से बोले हुए सच पर सभी विश्वास करते हैं.