आपका बिजनेस और आपका प्रोडक्ट कितना ज्यादा अच्छा है ये लोगों को तभी पता चलता है जब उसके बारे में प्रचार-प्रसार किया जाता है यानि की एडवरटाइजिंग की जाती है। वैसे तो आज एडवरटाइजिंग के कई सारे माध्यम हैं जैसे कि डिजिटल में फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब। इसके अलावा पुराने तरीके तो हैं ही जैसे अखबार, रेडियो और टेलीविजन।
कमाल की बात ये है कि आज भी टेलीविजन पर जिस ब्रांड का एड आता है उसे ही सबसे ज्यादा भरोसेमंद ब्रांड मान लिया जाता है। ऐसा क्यों है और आपके लिए टीवी एड करना कितना सही है या नहीं है चलिए जानते हैं।
टीवी विज्ञापन करने के क्या क्या लाभ होते हैं?
- टीवी को आज भी सबसे ज्यादा पॉपुलर और भरोसेमंद मीडियम माना जाता है, यहां पर अगर आपके ब्रांड का एड चलेगा तो लोगों तक जल्दी पहुंचेगा और भरोसेमंद भी बन जायेगा।
- अगर आपको अपने ब्रांड की छवि कस्टमर के दिमाग में बसानी है, उसे ये भरोसा दिलाना है कि आपका ब्रांड एक अच्छा और प्रीमियम ब्रांड है तो टीवी एड आपके लिए सबसे अच्छे साबित होंगे। आज भी दूसरे माध्यमों की तुलना में लोग टीवी एडवरटाइजिंग पर 60% ज्यादा भरोसा करते हैं।
- टीवी एडवरटाइजिंग का सबसे बड़ा फायदा ये है कि वो कम समय में ज्यादा लोगों तक आपके ब्रांड को पहुंचा सकता है। टीवी पर जब वीडियो ऑडियो एक साथ दिखता है तो लोगों पर उसका भावनात्मक असर भी होता है।
- जो लोग ऑनलाइन एडवरटाइजिंग के साथ टीवी एड भी चलाते हैं उन्हें दूसरों से ज्यादा अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं।
किस समय पर टीवी विज्ञापन करने चाहिए?
अगर आपका बिजनेस नया है तब तो आपको टीवी एडवरटाइजिंग से दूरी ही बनाकर रखनी चाहिए, पहले आपको अपने ब्रांड को एस्टेब्लिश करना चाहिए, कुछ कस्टमर बनाने चाहिए उसके बाद ही टीवी एडवरटाइजिंग की तरफ कदम बढ़ाने चाहिए।
इसके बाद जब आपका बिजनेस थोड़ा सा चलने लगे, अच्छे पैसे के साथ थोड़ा नाम भी जब कमा चुका हो तब आपको लोकल टीवी एडवरटाइजिंग शुरू करनी चाहिए। लोकल टीवी में एड देने से फायदा ये होगा कि आपकी एड आपके टारगेट ऑडियंस तक सीधा सीधा पहुंच जाएगी। इसीलिए ऐसे चैनल को चुनें जिसकी पहुंच और ऑडियंस के बारे में आपको पता हो।
लोकल टीवी के बाद जब आपको नेशनल टीवी पर अपनी एड चलानी हो तो इस बात का ध्यान रखें कि आपकी कंपनी कम से कम 50 करोड़ से ज्यादा का रेवेन्यू कमा रही हो। इसके बाद आप सीधा बड़े चैनल जैसे स्टार प्लस, कलर्स और सोनी में अपना एड दे सकते हैं।
क्या आपके बिजनेस के लिए टीवी एडवरटाइजिंग सही है ?
टीवी एडवरटाइजिंग लोगों तक पहुंचने का एक अच्छा माध्यम है लेकिन क्या वो आपके बिजनेस के लिए सही है ये पता करना भी जरूरी है।
अगर बिजनेस टू कस्टमर यानि की बी टू सी के फॉर्मेट पर काम करते हैं तो आपको टीवी एडवरटाइजिंग का काफी ज्यादा फायदा होगा क्योंकि यहां आपका प्रोडक्ट सीधा कस्टमर खरीद रहा होता है। अगर वो आपके एड से प्रभावित होता है तो उसे जाकर जरूर खरीदेगा।
वहीं अगर आप बिजनेस टू बिजनेस यानि कि बी टू बी के फॉर्मेट पर काम करते हैं तो आपके लिए टीवी एडवरटाइजिंग इतनी ज्यादा काम की चीज नहीं है। क्योंकि इसमें प्रोडक्ट डायरेक्ट कस्टमर नहीं बल्कि दूसरे बिजनेस के वेंडर्स खरीदते हैं और उनसे संपर्क बनाने के लिए बिजनेस समिट ज्यादा अच्छा माध्यम है।
कुछ बिजनेस ऐसे होते हैं b2b से b2c बनने जा रहे होते हैं उनके लिए टीवी एडवरटाइजिंग काफी अच्छा माध्यम साबित होती है। ऐसे में आपको जरूरत होती कि ज्यादा से ज्यादा लोग आपके ब्रांड को जाने ऐसे में टीवी एड काफी मददगार साबित होते हैं।